भोपाल 3 मई ।शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संकट से जहां बड़े-बड़े राष्ट्र धाराशायी हो गए हैं, हमारी स्थिति बेहतर है। हमें कोरोना से डरना नहीं है, थकना नहीं है, लड़ना है और जीतना है। आप सभी के सहयोग से हम शीघ्र ही कोरोना को परास्त कर देंगे।
श्री चौहान ने आज दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हमें अपने लोगों की जान बचाना है, संक्रमण रोकना है तथा जहान की चिंता भी करनी है। भारत सरकार की गाइड लाइन अनुसार हमने कोरोना को परास्त करने के लिए आगामी 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया गया है, परंतु इस लॉकडाउन का स्वरूप अलग होगा।
श्री चौहान ने कहा कि ऑरेंज जोन में कंटेनमेंट एरिया के बाहर जिले के भीतर और जिले से बाहर बसों का संचालन नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में टैक्सी, कैब में अधिकतम तीन लोगों को जाने एक ड्राइवर तथा दो अन्य तथा एक जिले से दूसरे जिले में जाना, केवल उन गतिविधियों के लिए हो सकेगा, जिनकी अनुमति होगी। इन क्षेत्रों में कृषि से संबंधित सभी कार्य, सभी प्रकार की दुकानें, आवासीय परिसरों एवं शॉपिंग कॉम्पलेक्स (मॉल नहीं), बिजली की दुकानें, मार्केट के बाहर स्थापित एकल दुकानें, नगर सेवा की बसें आधी क्षमता के साथ समस्त प्रकार के उद्योग, समस्त निर्माण कार्य, मनरेगा के कार्य आदि सभी प्रकार की गतिविधियों की अनुमति होगी।
उन्होंने बताया कि वे गतिविधियाँ जो सभी जोन में प्रतिबंधित हैं, उनको छोड़कर ग्रीन जोन में सभी प्रकार की गतिविधियाँ संचालित करने की अनुमति होगी। इसके अंतर्गत कृषि संबंधित सभी कार्य, सभी प्रकार की दुकानें, आवासीय परिसरों में शॉपिंग कॉम्पलेक्स (मॉल नहीं), कपड़े की दुकानें, इलेक्ट्रिकल- इलेकिट्रोनिक्स की दुकानें, मार्केट काम्प्लेक्स के बाहर स्थापित एकल दुकानें, ऑटो सेवा, नगर सेवा की बसें, ग्रामीण क्षेत्र में सभी प्रकार के उद्योग, समस्त निर्माण कार्य, वाहन शोरूम, उपकरण मरम्मत, वाहन सर्विसिंग, मनरेगा के कार्य, विशेष आर्थिक क्षेत्र निर्यात इकाईयाँ, औद्योगिक क्षेत्र (एक्सेस कंट्रोल के साथ), अत्यावश्यक वस्तु सेवाओं के निर्माता उद्योग तथा ऐसे उद्योग जिनमें उत्पादन की निरंतरता आवश्यक हो, सूचना प्रौद्योगिकी, हार्डवेयर निर्माण इकाइयाँ शामिल होंगी। ग्रीन जोन में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बसें भी चल सकेंगी तथा बस डिपो भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित हो सकेंगे।
श्री चौहान ने बताया कि किसानों को उनकी उपज का अधिक से अधिक मूल्य दिलाने के लिए हमने मण्डी एक्ट में संशोधन किया है। ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश भारत का पहला राज्य है। अब किसान मण्डी के अलावा अपनी फसल घर से, खेत से निजी व्यापारियों आदि को बेच सकेंगे। साथ ही वे ई-टेंडरिंग के माध्यम से देशभर की मण्डियों में, जहाँ उन्हें भाव अच्छा मिले, अपनी फसल बेच पाएंगे।
कोरोना संकट के इस दौर में प्रदेश में तीव्र गति से समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी का कार्य गत 15 अप्रैल से किया जा रहा है। अभी तक हमने 7.5 लाख किसानों से 37.5 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जित कर लिया है। चना एवं मसूर की समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ कर दी गई है। हमने प्रदेश के किसानों को 2990 करोड़ रूपए की फसल बीमा की राशि भी दिलवाई है। निर्माण श्रमिकों के खातों में एक-एक हजार रूपए की राशि अंतरित की है।।
शिवराज ने बोला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर हमला
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आज हमला बोलते हुए कहा कि उसने राज्य में त्राहि त्राहि मचा दी थी।
श्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार को उखाड़ फेंकने में मदद करने वाले ही असली लीडर, असली हीरो होते हैं। श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ऐसे नेता हैं, जिन्होंने प्रदेश का हित सर्वोपरि रखा और भ्रष्ट सरकार से अपने साथियों समेत किनारा किया।
किसानों को फसल बेचने मंडी जाने की अनिवार्यता नहीं-शिवराज
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि किसानों को अब अपनी फसल बेचने के लिये मण्डी जाने की अनिवार्यता नहीं होगी। प्रदेश में प्राइवेट मण्डी, ई-ट्रेडिंग और व्यापारी द्वारा किसान से सीधे फसल क्रय करने की व्यवस्था की गई है।
श्री चौहान ने आज मंत्रालय में किसानों से ऑडियो ब्रिज के माध्यम से चर्चा करते हुए बताया कि प्रदेश में प्राइवेट मण्डी, ई-ट्रेडिंग और व्यापारी द्वारा किसान से सीधे फसल क्रय करने की व्यवस्था की गई है। इसका किसानों को व्यापक लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की भलाई के लिये अगर जरूरी हुआ तो अन्य नियमों ओर प्रक्रियाओं में संशोधन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की गाईडलाइन के अनुसार गेहूँ उपार्जन और मनरेगा सहित अन्य योजनाओं में श्रमिकों को रोजगार देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में किसानों के हित में सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं। गेहूँ खरीदी का काम सरकार ने प्रारंभ कर दिया है, जो सुचारु रुप से चल रहा है। इसके साथ ही अन्य रबी फसलों को खरीदने की व्यवस्था भी की गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना को नियंत्रित करने के लिये सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना के विरूद्ध इस जंग को हम अवश्य जीतेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण वे स्वयं राज्य के किसी भी स्थान पर जाकर स्थितियाँ नहीं देख पा रहे हैं इसलिए केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार कार्य करते हुए वीडियो कान्फ्रेंसिंग, टेलीफोन, ऑडियो ब्रिज और अन्य संचार माध्यमों से आमजन से जुड़कर सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी निरंतर सभी लोगों को दे रहे हैं। साथ ही कोरोना पर नियंत्रण के प्रयास भी कर रहे हैं।
श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के संकट के मद्देनजर सोशल डिस्टेसिंग के पालन पर सभी को ध्यान देना है। आपस में दो गज की दूरी के नियम का पालन करना है। सभा और समारोह आयोजित नहीं करना है। प्रत्येक व्यक्ति फेस मॉस्क अथवा गमछे का उपयोग करे, जिससे नाक एवं मुँह ढंका रहे। इसके साथ ही, कहीं भी थूकने अथवा गंदगी फैलाने का काम नहीं होना चाहिए। हाथ मिलाने से भी बचना है। दूर से ही राम-राम करना है।
उन्होंने कहा कि पच्चीस श्रेणियों में उपभोक्ताओं को खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। प्रारंभ में तीन माह और बाद में दो माह का राशन देने की व्यवस्था की गई है। इस माह के प्रथम सप्ताह तक सभी को इसका वितरण हो जाएगा। उन्होंने आग्रह किया कि ग्राम स्तर पर कार्यकर्ता और समाजसेवी इस कार्य पर नजर रखकर सुनिश्चित करें कि सभी को पैसा प्राप्त हो जाए। उन्होंने आयुर्वेदिक काढ़े के संबंध में बताया कि यह व्यक्ति की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने में उपयोगी है। यह काढ़ा राज्य में बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुँचाया जा रहा है।