भोपाल, 30 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि राज्य में विधान परिषद के गठन का विचार लगभग 20 वर्ष पुराना है और इसमें नया कुछ नहीं है।
श्री कमलनाथ ने यहां मीडिया के सवालाें के जवाब में कहा कि विधान परिषद के माध्यम से लोगों को और प्रतिनिधित्व मिले, यही सरकार की सोच है। सरकार चाहती है कि लोग परिषद से जुड़ें और सभी का विकास हो।
विधान परिषद के गठन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विरोध के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि वे तो बारिश होने का भी विरोध करते हैं।
राज्य की कांग्रेस सरकार अपने वचनपत्र के अनुरूप विधान परिषद के गठन पर गंभीरता से विचार कर रही हैं। सरकार का मानना है कि परिषद के माध्यम से और अधिक लोगों को प्रतिनिधित्व सौंपा जा सकता है। वहीं इसके गठन का भाजपा ने विरोध करते हुए कहा कि इस वजह से राज्य कोषालय पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।