नईदिल्ली/इंदौर, 07 अप्रैल । आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में रविवार सुबह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से जुड़े लोगों के दिल्ली और मध्य प्रदेश स्थित 50 ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर अधिकारियों ने इंदौर, भोपाल और दिल्ली (ग्रीन पार्क) में छापेमारी की। जिन लोगों पर छापेमारी की गई उनमें कमलनाथ के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़, पूर्व सलाहकार राजेंद्र मिगलानी और उनके रिश्तेदार से जुड़ी कंपनी मोजर बेयर और उनके भांजे रातुल पुरी की कंपनी शामिल है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी कि, इंदौर में मुख्यमंत्री कलमनाथ के विशेष कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़ के इंदौर के विजय नगर स्थित निज निवास पर आज तड़के आयकर विभाग ने छापेमार कार्रवाई शुरू की।
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार इंदौर में दिल्ली से आये एक दर्जन से अधिक अधिकारी छानबीन करने में जुटे रहे । मध्यप्रदेश पुलिस में निरीक्षक के पद से ऐच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर श्री कक्कड़ इससे पहले कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया के निज सहायक रहे है। जिसके बाद वे मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओसडी नियुक्त हुये हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आयकर अधिकारियों ने इंदौर, भोपाल और दिल्ली (ग्रीन पार्क) में छापेमारी की। जिन लोगों पर छापेमारी की गई उनमें कमलनाथ के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़, पूर्व सलाहकार राजेंद्र मिगलानी और उनके रिश्तेदार से जुड़ी कंपनी मोजर बेयर और उनके भांजे रातुल पुरी की कंपनी शामिल है।
लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ और मिगलानी ने इस्तीफा दे दिया था।
दिल्ली से इंदौर पहुंची आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम ने कक्कड़ के विजय नगर क्षेत्र स्थित आवास और उनसे जुड़े अन्य परिसरों पर छापोमरी की। सूत्रों ने कहा कि छापेमारी में जब्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है। मध्य प्रदेश पुलिस के पूर्व अधिकारी कक्कड़ को राज्य में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था। इससे पहले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय वह पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के ओएसडी थे।
सूत्रों ने कहा कि कोलकाता के कारोबारी पारस लाल लोढ़ा के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। आयकर विभाग के करीब 200 अधिकारियों ने की टीम ने रविवार तड़के तीन बजे इन परिसरों पर छापेमारी शुरू की और अभी तक कुछ बेहिसाबी नकदी बरामद की गई है। यह छापेमारी मौजूदा चुनावी सीजन में संदिग्ध हवाला धन की आवाजाही और कर चोरी के लिए की गई है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी शुरू में अब तक 16 करोड़ रुपये बरामद हो चुके हैं।
सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी हवाला के जरिए धन के लेन देन के सिलसिले में की गई है।
श्री कक्कड़ ने श्री कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद दिसंबर 2018 में ओएसडी का पद संभाला था और आम चुनाव की घोषणा के बाद इस पद से इस्तीफा दे दिया था। श्री मिगलानी ने छिंदवाड़ा में चुनाव प्रबंधन के लिए हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया था।
कक्कड़ को छापे की खबर पहले से थी?
मुख्यमंत्री के निजी सचिव और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रवीण कक्कड़ के साथ उनके करीबियों के 50 से ज्यादा ठिकानों पर कार्यवाई की है ।
अभी जो रकम ओर संपत्तियों की जानकारी सामने आई है वो एक प्रतिशत भी नही है , जानकारों की माने तो जो रकम मिली है,उसका उपयोग लोकसभा चुनाव में होना था। लोकसभा में मप्र में ही 29 सीटों पर एक हजार करोड़ से ज्यादा खर्च होता है लेकिन मिला कितना उसका एक प्रतिशत के करीब,वही जानकारों के मुताबित दूसरी बात यह कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने आते ही कक्कड़ ने 12 हजार से अधिक ट्रांसफर पूरे प्रदेश में किए । इन्ही में से एक छोटा सा आंकड़ा लेकर गुणा भाग करे तो ये बड़ी रकम होती है । इसका मतलब यह है कि या तो छापे की जानकारी कक्कड़ और उनकी टीम को पहले से थी या टीम सही जगह पहुँच नही पाई । टीम अगर सही दिशा में काम करेगी तो ये रकम एक हजार करोड़ के बाहर जाएगी।
EPFO और ESIC में भी कक्कड़ का 600 करोड़ के टर्नओवर का घपला-
मुख्यमंत्री कमलनाथ के OSD प्रवीण कक्कड़ के यहाँ आयकर छापे के बाद एक और बड़ी खबर यह आई है कि,2010 से 16 के बीच कक्कड़ के स्वामित्व वाली थर्ड आई कंपनी में और बालाजी सिक्युरिटी में 600 करोड़ के टर्नओवर का पीएफ घोटाला भी कििया है क्योंकि पीएफ की चोरी की जांच अब तक अधिकारियों ने दबा कर रखी थी लेकिन आयकर की कार्यवाही के बाद अब EPFO भी हरकत में आ सकता है।
सूत्रों की माने तो कक्कड़ के पास 2 दर्जन कंपनियों का हिसाब है और इसमें करीब 20 पार्टनर हैं जिन्हें अलग अलग कंपनी में डॉयरेक्टर बना रखा है।
बॉम्बे हॉस्पिटल के जीएम राहुल पराशर और साजन पनिकर दोनों कक्कड़ के करीबी पार्टनर है। इनके ऑफिस में भी आयकर विभाग जांच कर सकता है, पुत्र सलिल कक्कड़ और पत्नी साधना कक्कड़ भी कई कंपनियों में डायरेक्ट हैं। आयकर विभाग ने अब तक भोपाल, इंदौर और दिल्ली में छापेमारी के दौरान करीब 16 करोड़ की नकदी बरामद कर ली है। ये हवाला रैकेट के जरिए चुनाव में पैसा भेजने की साजिश बताई जा रही है।
बीमा की राशि भी कक्कड़ ने डकारी:
2010 से 16 के बीच मप्र विधुत वितरण कंपनी, टुरिज्म, मंडी बोर्ड और कई विभाग में कक्कड़ की कंपनी को ठेके मिले। इसमें कर्मचारियों के बीमे की राशि भरना थी जो कक्कड़ डकार गए। यही नहीं सर्विस टैक्स में भी चोरी की खबर है।
कर्मचारियों के नाम पर जमा होने वाली पीएफ, ESIC की राशि उनके खाते में जमा न होते हुए कक्कड़ के खाते में जमा होती रही। अब तक विभाग के अधिकारियों ने हाथ नहीं डाला। अब आयकर की कार्यवाही के बाद हड़कंप मचा हुआ है। किसी भी समय EPFO और ESIC जांच कर सकता है।
कई प्रॉपर्टी में पाटर्नरशिप:
विजय नगर स्थित होटल गोल्डन में भी कक्कड़ व एक कांग्रेस विधयाक की पार्टनरशिप व वर्धमान काम्प्लेक्स ( रविन्द्र नाट्य ग्रह के पास) में ग्लोबल (हवाला)से कक्कड़ का पैसा आता है , दिल्ली तक जाता है यह पैसा , यहाँ भी आयकर की जांच हो सकती है ।
16 करोड़ के पार पहुँची नोटो की गिनती
इधर भोपाल के प्लैटिनम प्लाज़ा के 4rth और 6th फ्लोर में कारोबारी अश्विनी शर्मा के घर छापा पडा जहाँ प्रवीण कक्कड़ का ऑफिस है ।
कमलनाथ के सलाकार आर के मिगलानी और osd प्रवीण कक्कड़ के अलावा करीबी अश्विन शर्मा और प्रतीक जोशी के यहाँ भी छापामार कार्यवाही चल रही है , इसके अलावा दिल्ली में कमलनाथ के भांजे रतुुुल पुुरी के यहाँ भी टीम ने छापा मारा ,इनके देश भर में 35 से अधिक ठिकानों पर छापे मारी की है कुल मिलाकर 300 अफसरो से अधिक की टीम देशभर में इनके 50 ठिकानों पर छापेमार कार्यवाही कर की है।
वही कांग्रेस ने इस छापेमार कार्यवाही को राजनीतिक से प्रेरित बताया है।
इंदौर में प्रवीण कक्कड़ के कई ठिकानों पर कार्यवाई में बीसीएम हाइट्स स्थित आफिस, शालीमार टाउनशिप और जलसा गार्डन पर भी मारा गया छापा । अब तक 4 ठिकानों पर सामने आई कार्रवाई ।
पुलिस महकमे में TI रहे कक्कड़, इंदौर के एक अपराधी का झाबुआ जिले में इनकाउंटर करने के बाद चर्चा में आए थे,पूर्व केंद्रीय मंत्री भूरिया के OSD भी रहे, पिता, पुत्र और परिवार के सदस्यों का जमीनों, बिल्डिंगों, मैरिज गार्डन में भारी इन्वेस्टमेंट हैं ।
कक्कड झाबुआ, इंदौर में भी टीआई रहे है । कक्कड परिवार के पास इंदौर के कनाडिया क्षेत्र में, A.B.रोड़ पर करोड़ों की ज़मीनें और बिल्डिंग है। जिस बंगले में सर्चिंग चल रही है वह भी आलीशान बना रखा है ।सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कक्कड ने कांग्रेस के लिए भारी चंदे की व्यवस्था की थी ।
राहुल और कमलनाथ के ऊपर फेंके 500₹ ओर 2000₹ के नोट
इंदौर में मुख्यमंत्री के निजी सचिव के घर छापे में मिले करोड़ो रुपये के बाद भाजपा का राजवाड़ा पर प्रदर्शन हुुुआ और 500 ओर दो हजार के नकली नोट उड़ाए कमलनाथ ओर राहुल गांधी के ऊपर ,यह अनोखा प्रदर्शन था।
आयकर छापों के बीच नेताओं में बयानबाजी का दौर शुरू
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सहयोगियों के ठिकानों पर आयकर विभाग की ओर से आज तड़के शुरू की गयी कार्रवाई के बाद राजनेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो गयी है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव एवं राज्य के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट के जरिए छापे की कार्रवाई के बीच कांग्रेस पर निशाना साधा है। श्री विजयवर्गीय ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के ओएसडी के घर काली कमायी मिली है और इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुप हैं।
बिना म.प्र.पुलिस की अनुमति के नही ले जा सकते है आरोपियों को बाहर, PHQ ने जारी किया आदेश
IT छापे के चलते भोपाल में CRPF और म.प्र.पुलिस के बीच हुई खींचतान के चलते पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर कहा है कि जिस भी व्यक्ति के यहाँ छापे की कार्यवाही की गई है उन्हें दिल्ली या बाहर ले जाने के लिए म.प्र.पुलिस को पूरी सूचना देकर अनुमति लेना होगी,तभी ले जा पाएँगे।
इंदौर SSP रुचिवर्धन मिश्र भी इसी लिए कक्कड के बंगले पर पहुँची थी और उन्होंने निर्देश दिया था कार्यवाही पूरी होने की सूचना उन्हें तत्काल दी जाए । उन्होंने अपने दोनो मोबाईल नंबर मौक़े पर मौजूद CRPF जवान को दिए थे और उनका नम्बर भी लिया ।
प्रवीण कक्कड़, अश्विनी शर्मा , प्रतीक जोशी तीनो को दिल्ली ले जाएगी टीम
मुख्यमंत्री के निजी सचिव प्रवीण कक्कड़ उनके करीबी अश्विनी शर्मा प्रतीक जोशी तीनो के करीब 50 से अधिक ठिकानों पर करोड़ो रूपये मिलने के बाद अब आयकर की टीम तीनो को दिल्ली ले जाने की तैयारी कर रही है । जहाँ तीनो से पूछताछ होगी ,जिसमे कई राज सामने आएंगे ।
अश्विनी शर्मा व प्रतीक जोशी को भोपाल से जैसे ही ले जाने की तैयारी हुई है वाह प्रदेश की पुलिस और सीआरपीएफ आमने सामने हो गए ।
बताया जा रहा है कि प्रदेश की पुलिस दोनों को लेकर जाने में आपत्ति ले रही है , क्योंकि जब धनकुबेरों को ले जाया जाएगा तब विवाद जरूर होगा ।
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