भोपाल, 03 मार्च । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि वे वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के विधायकों की खरीद फरोख्त के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा प्रयास करने संबंधी आरोपों से वे सहमत हैं।
श्री कमलनाथ ने यहां एक आयोजन के बाद मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि आने वाले समय में भाजपा के 15 सालों के घोटालों का खुलासा होगा। भाजपा के लोग डरे हुए हैं। वे पैसों के बल पर यह सब करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे ताे पूछना चाहते हैं कि उनके पास इतना पैसा आया कहां से।
यह पूछे जाने पर कि क्या विधायकों ने उन्हें भाजपा द्वारा पेशकश किए जाने संबंधी शिकायत की है, श्री कमलनाथ ने मुस्कराते हुए कहा कि उन्होंने तो विधायकों से कहा है कि फोकट का पैसा मिल रहा है, तो ले लो। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार की स्थिरता को लेकर चिंता वाली कोई बात नहीं है।
भाजपा पर दिग्विजय सिंह ने फिर लगाया आरोप
मध्यप्रदेश से संबंधित कांग्रेस विधायकों को 25-25 करोड़ रुपयों का ऑफर दिए जाने का आरोप लगाने के एक दिन बाद आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य के कांग्रेस, बसपा और समाजवादी पार्टी के विधायकों को दिल्ली लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
श्री सिंह ने ट्वीट के जरिए यह आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि बसपा की विधायक श्रीमती रामबाई को क्या भाजपा के पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह कल चार्टर फ्लाइट में भोपाल से दिल्ली नहीं लाए। उन्होंने कहा कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कुछ कहना चाहेंगे।
इसी से संबंधित एक अन्य ट्वीट में श्री सिंह ने कहा कि लेकिन हमें श्रीमती रामबाई पर पूरा भरोसा है। वे मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रशंसक हैं और उनका समर्थन करती रहेंगी।
इसके पहले कल दिल्ली में मीडिया के समक्ष श्री सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त का प्रयास कर रही है। कांग्रेस विधायकों को 25 25 करोड़ रुपए देने की पेशकश की जा रही है। साथ ही उन्होंने भाजपा से ऐसा नहीं करने की नसीहत देते हुए कहा था कि कांग्रेस विधायक बिकाऊ नहीं हैं और भाजपा को पूरे पांच साल तक सत्ता में रहना होगा।
हालाकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने श्री सिंह के आरोपों का अपने अपने तरीके से जवाब दिया था।
श्री शर्मा ने कहा था कि श्री सिंह मिथ्या आरोप लगा रहे हैं। श्री चौहान ने कहा था कि श्री सिंह मुख्यमंत्री पर दबाव डालने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। वहीं श्री भार्गव ने कहा था कि राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त की परंपरा न कभी थी और न ही रहेगी। उन्होंने श्री सिंह से सबूत भी पेश करने की मांग की थी।