भोपाल 12 जून । सत्ता में आने के बाद भी भाजपा अपने आपको सत्ताधारी पार्टी नहीं माना रही हैं जिसकी बानगी 12 जून को भोपाल में आयोजित पार्टी की बैठक के बाद जारी किए गए प्रेस नोट से सामने आई ।
भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ इस बैठक में सभी वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी रही किंतु इस प्रेस नोट की महत्वपूर्ण बात यह रही कि,इसमें शिवराज सिंह चौहान को पूर्व मुख्यमंत्री बताया गया और ऐसा दर्शाया गया है कि,श्री चौहान आज भी विपक्ष में होकर कमलनाध सरकार से संघर्ष कर रहे हैं ।
भाजपा द्वारा प्रसारित प्रेस नोट देखिये-
कमलनाथ ने किसानों, नौजवानों ओर बेटियों को भी धोखा दिया, इसलिए गिरी सरकार
ये साधारण उपचुनाव नहीं, प्रदेश को दुर्दशा से बचाने का चुनाव है
भाजपा नेताओं ने प्रमुख कार्यकर्ताओं से किया जुट जाने का आह्वान
भोपाल 12 जून । प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाला उपचुनाव साधारण चुनाव नहीं है। ये कुछ सीटों का चुनाव भी नहीं है। ये असाधारण और महत्वपूर्ण चुनाव है। प्रदेश को दुर्दशा से बचाने का चुनाव है। ये प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाने वाली भाजपा और उसे बर्बाद करने वाली कांग्रेस के बीच का चुनाव है। इसलिए आप सब को पूरी ताकत से इस चुनाव में जुटना है और हर सीट पर जीत हासिल करने की तैयारी करना है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने प्रमुख कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुंए कही।
प्रदेश के 13 विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक शुक्रवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय और संगठन महामंत्री श्री सुहास भगत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन भोपाल के पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा ने किया।
कमलनाथ के धोखे और बेईमानी ने गिराई सरकारः शिवराजसिंह चौहान
पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग हम पर सरकार गिराने का आरोप लगाते हैं, लेकिन ये सरकार कमलनाथ के धोखे और बेईमानी ने गिराई है, जो उन्होंने प्रदेश की जनता के साथ किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ सरकार ने प्रदेश के किसानों से, गरीबों से, नौजवानों से और बेटियों तक से धोखा किया। इन्होंने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कहने पर वल्लभभवन को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया और वहां दलाल घूमने लगे थे। मुख्यमंत्री के पास मंत्रियों, विधायकों से मिलने का टाइम नहीं होता था, लेकिन ठेकेदारों से दिल खोलकर मिलते थे। इन्होंने विकास के लिये एक पैसा नहीं दिया। पंचायतों, निकायों, स्कूलों का पैसा खा गए। सिंधिया जी ने जब उनसे वादे पूरे करने, प्रदेश का विकास करने की बात कही, तो उन्हें सड़क पर उतरकर निपटने की चुनौती देने लगे। लेकिन सिंधिया जी ने पूरी सरकार को ही सड़क पर ला दिया। श्री चौहान ने कहा कि लोग आसानी से पंच और सरपंच का पद भी नहीं छोड़ते, लेकिन सिंधिया जी और उनके साथियों ने प्रदेश को बचाने के लिए मंत्री और विधायक के पद छोड़ दिये, जो असाधारण बात है।
हम मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाएंगे
श्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में कोरोना से लड़ने की कोई तैयारी नहीं की। मुख्यमंत्री के पास समीक्षा बैठकों के लिए समय नहीं होता था, क्योंकि वे आइफा अवार्ड की तैयारियों में लगे हुए थे। हमारी सरकार ने संसाधनों की कमी के बावजूद रात-दिन मेहनत करके कोरोना को नियंत्रित कर लिया है। हमारी सरकार ने कोरोना संकट में गरीबों की रोजीरोटी चलती रहे, इसके लिए उन्हें राशन बांटा। प्रवासी मजदूरों के लिए भी व्यवस्था की। हम ऐसे लोगों को भी राशन देंगे, जिनके पास राशन कॉर्ड नहीं है, किसी को भूखा नहीं सोने देंगे। हमारी सरकार ने काफी कम समय में गेहूं खरीदी के इंतजाम किए और प्रदेश गेहूं खरीदी में देश में नंबर-वन बन गया है। हमने लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए रोजगार सेतु कार्यक्रम बनाया है। इसके अलावा छोटे कारोबारियों के व्यापार को फिर से खड़ा करने के लिए उन्हें 10 हजार रुपये का ब्याजमुक्त लोन भी दे रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम आने वाले साढ़े तीन साल में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाएंगे। इसलिए ये चुनाव प्रदेश की जनता का भाग्य और उसका भविष्य बनाने का चुनाव है।
ये विकास करने वाली भाजपा और बर्बाद करने वाली कांग्रेस के बीच का चुनाव हैः वीडी शर्मा
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाने के झूठ बोला। किसानों से कर्जमाफी का झूठा वादा किया, नौजवानों से झूठ बोला।
उन्होंने कहा कि छल-कपट और धोखे से सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बना दिया था। सरकार के मंत्री ही भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे। इन्होंने विकास का कोई काम नहीं किया। हमारी सरकार ने चंबल एक्सप्रेस वे के लिये जो प्रयास किए थे, उन्हें भी कमलनाथ सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार की बेईमानी से प्रदेश के गरीब और किसान तो परेशान थे ही, इस सरकार ने हमारे कार्यकर्ताओं को जिस तरह प्रताड़ित किया और हमारे जनप्रतिनिधियों से जिस तरह का व्यवहार किया, उससे वे अपमानित महसूस कर रहे थे। ऐसे में सिंधिया जी और उनके साथी आगे आए और इस प्रदेश को दुरावस्था से उबारा।
प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि आने वाले उपचुनाव सिर्फ 24 सीटों के उपचुनाव नहीं हैं, बल्कि ये प्रदेश का विकास करने वाली भाजपा और उसे गर्त में ढकेलने वाली कांग्रेस के बीच का चुनाव है। प्रदेश पर एक बार फिर मि. बंटाढार दिग्विजयसिंह की काली छाया मंडराने लगी है। इसलिए प्रदेश को बचाने के लिए सभी प्रत्याशियों को चुनाव जिताने का संकल्प लें।
बड़े उद्देश्य के लिए दिलाएं बड़ी जीतः कैलाश विजयवर्गीय
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आने वाला उपचुनाव एक अलग अनुभव है। ये चुनाव कुछ सीटों का चुनाव नहीं है, बल्कि बड़े उद्देश्यों के लिए होने वाला चुनाव है। प्रदेश से गरीबी दूर हो, गरीबों का सर्वांगीण विकास हो, प्रदेश का विकास हो, इसके लिए यह जरूरी है कि हमारी सरकार मजबूती से चलती रहे। इस दृष्टि से ये चुनाव महत्वपूर्ण हैं और हमें बड़े उद्देश्यों के लिए बड़ी जीत हासिल करना जरूरी है। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस की और हमारी परंपरा अलग है। वहां व्यक्ति महत्वपूर्ण होता है, हमारे यहां संगठन निर्णायक होता है। इसलिए उन साथियों को जो हाल ही में पार्टी से जुड़े हैं, पार्टी की रीति-नीति समझाएं, उसकी जानकारी दें और पूरी आक्रामकता के साथ ये चुनाव लड़ें।
हमें 100 फीसदी जीत हासिल करना हैः सुहास भगत
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सुहास भगत ने कहा कि उपचुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। आवास और कार्यालय की व्यवस्था से लेकर विभिन्न समितियों और टीमों के गठन का काम शुरू कर दें। ग्राम केंद्र और नगर केंद्र की टीमें भी गठित करें। आने वाले चुनावों की तैयारी इस मानसिकता से करें कि हमें 100 फीसदी जीत हासिल करना है। श्री भगत ने कहा कि जनता को यह बताएं कि श्री सिंधिया जी ने जो निर्णय लिया है, वो उन्होंने प्रदेश के गरीबों, किसानों, आम लोगों की कांग्रेस शासन मे हो रही दुर्दशा को देखकर लिया है। मध्यप्रदेश में अगर फिर से भाजपा की सरकार बनी है, तो वो इसलिए बनी है, क्योंकि प्रदेश की जनता ऐसा चाहती थी।