लंदन 24 अगस्त । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना अरब देशों के इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से भी कर दी है। उन्होंने कहा कि आरएसएस की सोच अरब देशों के मुस्लिम संगठन ब्रदरहुड जैसी लगती है। आरएसएस भारत की प्रकृति को बदलने की कोशिश में लगा हुआ है। नोटबंदी का विचार आरएसएस का था, इसमें वित्तमंत्री और आरबीआई को भी नजर अंदाज किया गया है।यह बात कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ने लंदन में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टे्रटिजिक स्टडीज के एक कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कही।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी की सरकार के लिए डोकलाम विवाद एक इवेंट की तरह है। वहां आज भी चीनी सैनिक जमे हुए हैं। यदि वे चाहते तो यह विवाद को टाला जा सकता था। उन्होंने मोदी के सीमा पर किए सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन भी किया। गांधी ने कहा कि बीते चार सालों में सत्ता का केन्द्रीकरण किया गया है। मेरा मानना है कि विकेंद्रीकरण के कारण ही सफलता मिलती है। 1.3 अरब लोगों के बीच भेदभाव पैदा करने की साजिश रची जा रही है।
राहुल ने आरोप लगाया कि पीएमओ की विदेश मंत्रालय पर भी मोनोपॉली है। उन्होंने विदेश मंत्री को भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास कोई काम नहीं रहा है, इसलिए वे लोगों को वीजा देने में कार्यरत हैं। कार्यक्रम में राहुल गांधी से जब डोकलाम को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहते हुए कहा कि मेरे पास इसकी पूरी जानकारी नहीं है, इसलिए मैं कुछ कह नहीं सकता। लेकिन इतना कहूंगा कि डोकलाम कोई सीमा विवाद नहीं है। यह तो एक रणनीतिक मामला है।
केन्द्र सरकार हर चीज को एक इवेंट की तरह देखती है। मैं डोकलाम को एक प्रक्रिया की तरह देख रहा हूं। गांधी ने भारत में आतंकवाद के लिए पाकिस्तान को ही जिम्मेदार ठहराया। पाकिस्तान के साथ बातचीत करना मुश्किल है क्योंकि वहां किसी भी संस्था के पास पूरे अधिकार नहीं है।attacknews.in