कुशीनगर,01 जून । उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दो नाबालिग लड़कियों को पूछताछ के नाम पर जबरदस्ती घर से उठाकर थाने ले जाने के मामले में देवरिया के रामपुर कारखाना थाने में तैनात एक पुलिस उपनिरीक्षक और मुख्य आरक्षी को निलबित कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार 27 मई को खड्डा थाना क्षेत्र के एक गांव से दो नाबालिग लड़कियों को बिना केस दर्ज कराये देवरिया जिले की रामपुर कारखाना थाने के दरोगा अखिलेश कुमार पुलिसकर्मियों के साथ जबरदस्ती उठाकर ले गए थे।
परिजनों का आरोप है कि सात घंटे तक पुलिस ने दोनों को थाने में रखा और मारपीट भी की। इस मामले के संज्ञान में आने पर मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि ने इस मामले को राष्ट्रीय व राज्य बाल आयोग सहित शीर्ष अधिकारियों के संज्ञान में लाया। उसके बाद देवरिया पुलिस ने गलती मानते हुए जांच की बात कही थी।
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए देवरिया के पुलिस अधीक्षक राजेश सोनकर ने रामपुर कारखाना थाने में तैनात दरोगा अखिलेश कुमार व हेड कांस्टेबल संपत वमार् को निलंबित कर दिया। मामले की जांच अभी जारी है।
इस बीच मामले में किशोरियों के पिता ने सोमवार को पुन: उच्चाधिकारियों को रजिस्टर्ड डाक से शिकायती पत्र भेजकर आरोपी पुलिसकर्मियों पर अपहरण, छेड़छाड़, मारपीट व पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है। घटना के बाद से दोनों लड़कियां सदमे में हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो पूरे परिवार के साथ जान देने पर विवश होगे।