कोलकाता, 24 नवंबर ।भारत ने गुलाबी गेंद से मिलने वाली चुनौतियों पर खरा उतरते हुए पहले दिन-रात्रि टेस्ट में बांग्लादेश को पारी और 46 रन से हराकर घरेलू सरजमीं पर लगातार 12वीं श्रृंखला जीती।
बंगलादेश को दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे ही दिन पहले सत्र में पारी और 46 रन से हराकर लगातार चार टेस्ट पारी से जीतने का नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया। भारत ने इस सीरीज को 2-0 से क्लीन स्वीप किया।
कोलकाता के ईडन गार्डन पर गुलाबी गेंद से खेले गए दोनों टीमों के पहले ऐतिहासिक डे-नाईट टेस्ट को जीतकर टीम इंडिया ने नया इतिहास रच दिया। बंगलादेश ने पहली पारी में 106 रन बनाये थे जबकि भारत ने 347 रन बनाकर पहली पारी में 241 रन की बढ़त हासिल कर ली। मेहमान टीम दूसरी पारी में 41.1 ओवर में 195 रन पर सिमट गयी।
मैच में नौ विकेट लेने वाले इशांत को प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला। इशांत ने इस मैच में पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में चार विकेट लिए। मैच के पुरस्कार वितरण समारोह में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ गांगुली और बंगलादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन मौजूद थे। उन्होंने गुलाबी गेंद से पहला डे-नाईट टेस्ट जीतने वाली भारतीय टीम को बधाई दी।
भारत की पारी से यह लगातार चौथी जीत है और वह यह कारनामा करने वाली दुनिया की पहली टीम बन गयी है। भारत ने दक्षिण अफ्रीका से आखिरी दो टेस्ट पारी से और अब बंगलादेश से दो टेस्ट पारी से जीत लिए हैं। भारत ने दक्षिण अफ्रीका को पुणे में पारी और 137 रन से और रांची में पारी और 202 रन से तथा बंगलादेश को इंदौर में पारी और 130 रन से और कोलकाता में पारी और 46 रन से हराया।
भारत ने अब लगातार सात टेस्ट जीत लिए हैं जबकि उसने साथ ही सीरीज क्लीन स्वीप की हैट्रिक भी बना ली है। भारत ने वेस्ट इंडीज को 2-0 से, दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से और बंगलादेश को 2-0 से हराया। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया की यह 33वीं जीत है और वह दुनिया के पांचवें सबसे सफल कप्तान बन गए हैं।
भारतीय तेज गेंदबाजों ने इस मैच में 19 विकेट हासिल किये। भारतीय टेस्ट इतिहास में तेज गेंदबाजों के 19 विकेट लेने का यह दूसरा मौका है। इससे पहले 2018 में भारतीय तेज गेंदबाजों ने ट्रेंट ब्रिज में इंग्लैंड के खिलाफ 19 विकेट लिए थे। भारतीय तेज गेंदबाजों ने 2017-18 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानसबर्ग में सभी 20 विकेट लिए थे।
भारत के लिए घरेलू टेस्ट में यह दूसरा मौका है जब किसी मैच में स्पिनरों ने कम से कम एक गेंद फेंकी है लेकिन पूरे मैच में स्पिनरों को कोई विकेट नहीं मिला है। इस मैच में तेज गेंदबाजों के 19 विकेट किसी घरेलू टेस्ट में भारत के सबसे ज्यादा विकेट हैं। इससे पहले भारतीय तेज गेंदबाजों ने 2017-18 में ईडन गार्डन में ही श्रीलंका के खिलाफ 17 विकेट हासिल किये थे।
बांग्लादेश ने तीसरे दिन दूसरी पारी छह विकेट पर 152 रन से शुरू की और तब वह 89 रन से पिछड़ रही थी। इससे घरेलू टीम के लिये जीतने की औपचारिकता पूरी करना बस समय की बात थी।
कप्तान विराट कोहली की टीम ने यह काम 50 मिनट से भी कम समय में पूरा कर लिया जिससे उन्होंने पारी की लगातार चौथी जीत अपने नाम की और वह ऐसा करने वाली पहली टीम बन गयी।
मुशफिकुर रहीम (74) को छोड़कर बांग्लादेश के बल्लेबाज एक बार फिर भारत के शानदार तेज गेंदबाजी आक्रमण का सामना नहीं कर सके और पूरी टीम 41.1 ओवर में 195 रन पर सिमट गयी। पहले दिन टीम 106 रन पर सिमट गयी थी।
इस श्रृंखला में दूसरी बार मैच तीन दिन के भीतर खत्म हो गया। भारत ने इंदौर में श्रृंखला के शुरूआती मैच में बांग्लादेश को पारी और 130 रन से मात दी थी।
इस 2-0 की शानदार जीत से भारत ने 120 अंक जुटाकर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में अपनी बढ़त भी बढ़ा ली और उनके सात मैचों में कुल 360 अंक हो गये हैं।
मुशफिकुर ने 59 रन से खेलना शुरू किया, उन्होंने आक्रामकता दिखाते हुए इशांत शर्मा और रविंद्र जडेजा के ओवरों में दो चौके जमाये।
उमेश यादव ने मुशफिकुर की पारी का अंत किया जो सही टाइमिंग नहीं करने से जडेजा को आसान कैच दे बैठे। उनकी पारी में 16 चौके जड़े थे।
महमूदुल्लाह 39 रन पर रिटायर्ड हर्ट हुए थे, वह बल्लेबाजी के लिये नहीं उतरे। यादव ने फिर अल अमीन हुसैन को विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराया और भारत ने जीत हासिल की। यादव ने दूसरी पारी में 53 रन देकर पांच विकेट लेकर मैच में 81 रन देकर कुल आठ विकेट चटकाये।
मोहम्मद शमी ने पहली पारी में 36 रन देकर दो विकेट चटकाये थे लेकिन दूसरी पारी में भी उन्होंने अपनी गेंदबाजी का भय बनाये रखा।
इशांत को उनकी इनस्विंग और लेगकटर जैसी गेंद के कारण खेलना मुश्किल दिख रहा था , उन्होंने मैच में 78 रन देकर नौ विकेट (दूसरी पारी में 56 रन देकर चार विकेट) झटके।
गुलाबी गेंद के इस एतिहासिक टेस्ट के लिये ईडन गार्डन्स बेहतरीन मेजबान रहा जिसमें तीनों दिन स्टेडियम खचाखच भरा रहा। इससे उस समय की याद ताजा हो आयी जब टेस्ट क्रिकेट काफी लोकप्रिय हुआ करता था लेकिन मैदान पर प्रतिस्पर्धा की कमी इस मैच को लेकर चल रही हाइप के जरा भी करीब नहीं पहुंच सकी।
एसजी गुलाबी गेंद का बड़े मैच में इस्तेमाल करने से पहले प्रतिस्पर्धी मैच में परीक्षण नहीं किया गया और उम्मीदों के अनुरूप इसने भारत के खतरनाक तेज गेंदबाजी आक्रमण की मदद की जिन्होंने सभी विकेट हासिल किये।
उनकी खतरनाक फार्म का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बांग्लादेश के चार बल्लेबाजों को सिर में गेंद लगने से टीम को दो स्थानापन्न खिलाड़ियों को उतारना पड़ा। हेलमेट पर बार बार गेंद लगने से गुलाबी गेंद की दृश्यता पर सवाल भी उठे, विशेषकर सांझ ढलने पर।
मैच को विराट कोहली के 27वें टेस्ट शतक के लिये भी याद रखा जायेगा जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय शतकों की संख्या 70 पहुंच गयी है।
सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई ने इस मैच को यादगार बनाने के लिये सब कुछ किया और वे ऐसा करने में सफल भी रहे।
मैदान पर महज 968 गेंद डाली गयी जिससे यह देश में नतीजे निकलने वाला सबसे छोटा मैच रहा जिससे भारत ने घरेलू और विदेशी मैदान पर लगातार सातवीं टेस्ट जीत हासिल की।
गेंदों के लिहाज से भारत ने इससे पहले 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ सबसे जल्दी जीत हासिल की थी। इसमें 1028 गेंद फेंकी गयी थीं और उसने अफगानिस्तान को पारी और 262 रन से हराया था।
दूसरे टेस्ट का स्कोरबोर्ड
भारत और बंगलादेश के बीच दूसरे और अंतिम टेस्ट में स्कोर इस प्रकार रहा:
बंगलादेश: पहली पारी 106
भारत: पहली पारी 9 विकेट पर 347 रन पारी घोषित
बंगलादेश दूसरी पारी
शादमन इस्लाम पगबाधा बो इशांत ………..00
इमरूल काएस का विराट बो इशांत…………05
मोमिनुल हक का साहा बो इशांत ………….00
मोहम्मद मिथुन का शमी बो उमेश ………..06
मुशफिकुर रहीम का जडेजा बो उमेश …….74
महमूदुल्लाह रिटायर्ड आउट ……………….39
मेहदी हसन का विराट बो इशांत …………..15
तेजुल इस्लाम का रहाणे बो उमेश ……….11
इबादत हुसैन का विराट बो उमेश………… 00
अल-अमीन हुसैन का साहा बो उमेश……. 21
अबू जायेद अविजित………………………. 02
अतिरिक्त ………22
कुल 41.1 ओवर में 195
विकेटपतन: 1-0, 2-2, 3-9, 4-13, 5-133, 6-60, 6-152, 7-152, 8-184, 9-195
गेंदबाजी
इशांत…….13-2-56-4
उमेश……14.1-1-53-5
शमी…….. 8-0-42-0
अश्विन…. 5-0-19-0
जडेजा….. 1-0-8-0