बेंगलुरू, आठ फरवरी । कर्नाटक में दल-बदल के आरोपों को लेकर शुक्रवार को राजनीतिक जंग उस समय और तेज हो गई जब मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने एक ऑडियो टेप जारी किया। इस टेप के बारे में दावा है कि इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा गठबंधन सरकार को अस्थिर करने के लिए जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) के एक विधायक को कथित रूप से लुभाने का प्रयास कर रहे हैं।
येदियुरप्पा ने इस ऑडियो क्लिप को ‘‘फर्जी’’ करार देते हुए इसे ‘‘मनगढंत कहानी’’ करार दिया है।
इस बीच, कांग्रेस ने दल-बदल निरोधक कानून के तहत चार बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है। इन विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में भाग नहीं लिया था।
पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि वह बागी विधायकों रमेश जरकीहोली, उमेश जाधव, महेश कुमथली और बी नागेंद्र के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। ये विधायक व्हिप के बावजूद 18 जनवरी और शुक्रवार को विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
उन्होंने कहा कि इन चारों एवं जेएन गणेश को छोड़कर बाकी सभी कांग्रेस विधायकों ने पार्टी विधायक दल की बैठक में शिरकत की।
ये विधायक बुधवार से शुरू हुए बजट सत्र से अनुपस्थित सदस्यों में शामिल हैं।
इन चारों के अलावा दो विधायकों ने अनुपस्थित रहने के लिए अनुमति मांगी थी जबकि एक साथी विधायक के साथ झगड़े के बाद हत्या के प्रयास के आरोपी विधायक जेएन गणेश फरार चल रहे हैं।
सिद्धारमैया ने कहा कि वह विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार को पत्र लिखकर दलबदल कानून के तहत चार बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
सिद्धारमैया ने कहा कि चार विधायकों ने उन्हें पत्र भेजकर कहा था कि वे विधानसभा के पूरे बजट सत्र में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
कई कांग्रेसी विधायकों के अनुपस्थित होने से सत्तारूढ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन परेशान है क्योंकि आरोप है कि भाजपा विपक्षी विधायकों को अपने खेमे में लाने के प्रयास में जुटी है।
इस बीच, मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भाजपा द्वारा सरकार गिराने की कोशिश के अपने दावे को पुख्ता बताने के लिए प्रेस कांफ्रेंस कर एक ऑडियो क्लिप जारी कर दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ‘‘इजाजत’’ से यह कोशिश की जा रही है।
कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की जानकारी के बिना, ऐसा करना संभव है क्या?’’
मुख्यमंत्री ने मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह इस मुद्दे पर खुद को बेदाग साबित करें। उन्होंने कहा, ‘‘यह सब मोदी और शाह करा रहे हैं।’’
कुमारस्वामी ने कहा कि वह इस ऑडियो क्लिप को प्रधानमंत्री मोदी के पास भेजेंगे, जो दावा करते हैं कि वह ‘‘इस देश के एकमात्र रक्षक’’ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आप (मोदी) अपना असली चेहरा सामने लाएं।’’
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि दो ऑडियो क्लिप ऐसी हैं जिनमें येदियुरप्पा और जेडीएस विधायक नागनगौड़ा के बेटे शरण गौड़ा के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत रिकॉर्ड है। येदियुरप्पा पर आरोप है कि वह धन का लालच देकर नागनगौड़ा को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे थे।
कुमारस्वामी के साथ मौजूद शरण ने बताया कि येदियुरप्पा ने किस तरह उनके पिता को लालच देने के लिए फोन पर उनसे संपर्क साधा और देवदुर्गा में उन्हें मिलने को कहा।
प्रेस कांफ्रेंस में एक अस्पष्ट क्लिप का एक हिस्सा सुनाया गया।
क्लिप में एक पुरुष की आवाज सुनाई देती है जो धन और मंत्री पद की पेशकश कर रहा है। वह शरण गौड़ा को आश्वस्त कर रहा है कि यदि दल-बदल निरोधक कानून के तहत घेरा गया तो स्पीकर और न्यायाधीशों को ‘‘संभाल लिया जाएगा।’’
पलटवार करते हुए येदियुरप्पा ने ऑडियो क्लिप को ‘‘फर्जी’’ करार दिया और कहा कि ‘‘मनगढ़ंत कहानी’’ सुनाई गई है। उन्होंने कहा कि नागनगौड़ा को लालच देने के लिए उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की है।
येदियुरप्पा ने कहा कि वह मंदिर में दर्शन के लिए देवदुर्गा गए थे और फिर शहर लौट आए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुमारस्वामी ड्रामा कर रहे हैं और अपनी नाकामियां छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।
येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री के इस दावे को खारिज किया कि उन्होंने ऑडियो में विधानसभा अध्यक्ष को ‘‘50 करोड़ रुपये’’ की पेशकश के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर ये (आरोप) साबित होते हैं तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। अगर मैंने इस (स्पीकर के बारे में) तरह की बात की है, अगर यह साबित होता है तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा और राजनीति छोड़ दूंगा।
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