बेंगलुरु, 03 मार्च । कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रमेश जारकीहोली ने सेक्स स्कैंडल मामले में कड़े विरोध का सामना करने के बाद में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को अपना त्यागपत्र भेजा।
सेक्स स्कैंडल मामले में श्री जारकिहोली पर आरोप लगने के बाद विपक्ष ने तीव्र विरोध करते हुये उनके इस्तीफे की मांग की थी। बजट सत्र के दौरान भी इस मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ। इसके बाद वरिष्ठ सदस्यों के निर्देश पर श्री जारकिहोली ने आखिरकार अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
श्री जारकिहोली ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को अपना इस्तीफा पत्र भेज दिया है। उन्होंने इस्तीफे में लिखा, “उपर्युक्त विषय के संबंध में आपको यह बताना चाहता हूँ कि मेरे ऊपर लगे आरोप सत्य से परे हैं, जिसकी जांच होनी चाहिये। यद्यपि मुझे पूर्ण विश्वास है कि मैं निर्दोष हूं, नैतिक आधार पर मैं मंत्रिमण्डल से इस्तीफा देता हूं। आपसे विनती है कि आप इसे स्वीकार करें।”
किसी अज्ञात महिला के साथ अंतरंग होने के कथित वीडियो क्लिप सामने आने के एक दिन बाद जारकिहोली ने त्यागपत्र दिया है। कन्नड़ समाचार चैनलों ने इस क्लिप का प्रसारण किया था।
मुख्यमंत्री को भेजे त्यागपत्र में जारकिहोली ने कहा है, ‘‘मेरे खिलाफ लगे आरोपों में सच्चाई नहीं है। जल्द से जल्द इसकी जांच होनी चाहिए।’’
जारकिहोली ने कहा है, ‘‘मुझे अपनी बेगुनाही पर भरोसा है लेकिन नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। आपसे अनुरोध है कि इसे स्वीकार लें।’’
सूत्रों के मुताबिक जारकिहोली ने पार्टी आलाकमान के निर्देश के बाद अपना त्यागपत्र भेजा है।
बताया जाता है कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी अरूण सिंह ने दूसरे राज्यों में विधानसभा चुनाव और राज्य में पंचायत चुनाव के मद्देनजर प्रदेश नेतृत्व को पार्टी के फैसले से अवगत करा दिया।
राज्य विधानसभा के बृहस्पतिवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के पहले मंत्री के खिलाफ इस तरह के आरोप लगना बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के लिए शर्मिंदगी का कारण बना है।
राज्य में विपक्षी कांग्रेस और जद (एस) भी मंत्री के तुरंत इस्तीफे की मांग कर रही थी।