बेंगलुरू , 17 मई । कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा ने आज कहा कि उन्हें विधानसभा में विश्वास मत जीतने और पांच साल का कार्यकाल पूरा करने का ‘‘100 फीसदी भरोसा ’’ है।
उन्होंने कांग्रेस – जद ( एस ) गठबंधन को ‘‘ अपवित्र ’’ बताया और आरोप लगाया कि लोगों ने उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया है लेकिन इसके बावजूद वे सत्ता हथियाने की कोशिश में है।
येद्दियुरप्पा ने कहा , ‘‘ मुझे विश्वास मत में जीत हासिल करने और मेरी सरकार के पांच साल पूरे करने का विश्वास है। ’’
उच्चतम न्यायालय में रातभर चली दुर्लभ कानूनी लड़ाई के बाद शपथ लेने के तुरंत बाद येद्दियुरप्पा ने पहला संवाददाता सम्मेलन संबोधित किया। कांग्रेस – जद ( एस ) ने सरकार गठन को रोकने के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।
येद्दियुरप्पा ने सभी विधायकों से अपने ‘‘विवेक’’ के अनुसार और जनादेश बनाए रखने के लिए वोट देने की अपील की।
उन्होंने कहा , ‘‘ मुझे सफलता का 100 फीसदी भरोसा है। मेरे पास मेरे और मेरी पार्टी के लिए लोगों का समर्थन है। ’’
येद्दियुरप्पा के सामने अब 112 विधायकों का समर्थन पेश करने की चुनौती है।
भाजपा 12 मई को हुए चुनावों में 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी। हालांकि चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।
इससे पहले विधायक दल के नेता बी एस येद्दियुरप्पा ने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सरकार बनाने के लिए उच्चतम न्यायालय में रातभर चली हाई वोल्टेज कानूनी लड़ाई के बाद येद्दियुरप्पा दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने।
लिंगायत समुदाय में खासा प्रभाव रखने वाले 75 वर्षीय येद्दियुरप्पा को राज्यपाल वजुभाई वाला ने राजभवन में एक समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। येद्दियुरप्पा के शपथ लेते समय समर्थकों के बीच जबरदस्त उत्साह था।
उच्चतम न्यायालय ने येद्दियुरप्पा के शपथ लेने पर रोक लगाने से इनकार किये जाने के कुछ घंटों बाद ही भाजपा नेता ने अकेले शपथ ली।
इससे पहले उच्चतम न्यायलय ने रातभर चली दुर्लभ सुनवायी के बाद येद्दियुरप्पा के कनार्टक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।
देर रात दो बजकर 11 मिनट से आज सुबह पांच बजकर 58 मिनट तक चली सुनवाई के बाद उच्चतम न्यायालय ने यह स्पष्ट किया कि राज्य में शपथ ग्रहण और सरकार के गठन की प्रक्रिया न्यायालय के समक्ष इस मामले के अंतिम फैसले का विषय होगा।
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति ए के सीकरी, न्यायमूर्ति एस के बोबडे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की एक विशेष पीठ ने कहा, ‘‘न्यायालय बी एस येद्दियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह पर रोक लगाने के संबंध में कोई आदेश नहीं दे रहा है। अगर वह शपथ लेते हैं तो यह प्रक्रिया न्यायालय के समक्ष इस मामले के अंतिम फैसले का विषय होगा।’’
येद्दियुरप्पा के पास विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय है।
सदन में भाजपा के पास 104 विधायक हैं जो बहुमत के 112 के आंकड़े से आठ विधायक कम है।
कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 222 सीटों के लिए मतदान हुआ था।
जयनगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार के निधन के बाद चुनाव रद्द कर दिया गया जबकि आर आर नगर सीट पर कथित चुनावी कदाचार के चलते मतदान 28 मई के लिए टाल दिया।attacknews.in