बेंगलुरू , 25 मई । कर्नाटक में तीन दिन पुरानी एच डी कुमारस्वामी सरकार ने भाजपा विधायकों के बहिर्गमन के बीच आज राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया।
जद (से)- कांग्रेस गठबंधन के विधायकों और अन्य विधायकों की उपस्थिति में कुमारस्वामी सरकार के प्रति विश्वास प्रस्ताव को ध्वनि मत से स्वीकार कर लिया गया।
भाजपा विधायकों ने विश्वास मत से ठीक पहले सदन से बहिर्गमन किया।
विपक्ष के नेता बी एस येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन ‘‘ अपवित्र ’’ है।
कुमारस्वामी ने अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार सभी वर्गों को साथ लेकर चलेगी और विपक्ष के सुझावों को ध्यान में रखा जायेगा।
बीजेपी विधायकों ने विश्वास मत से ठीक पहले सदन का बहिष्कर किया.
विपक्ष के नेता बीएस येेद्दियुरप्पा ने सदन में कांग्रेस के नेताओं पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “आपने सिद्धारमैया को साइडलाइन कर दिया है, अब वह कहां है?” इसी बीच, डी के शिवकुमार ने येदियुरप्पा का विरोध किया. इस पर येदियुरप्पा ने कहा, शांत हो जाइए, शांत हो जाइए, मुझे पता है कि आपको मुख्यमंत्री की कुर्सी चाहिए.
येदियुरप्पा ने डीके शिवकुमार से कहा, “आपने ये जो गठबंधन बनाया है, उसके लिए आप कल पछताएंगे. आपने एक ऐसा मुख्यमंत्री बनाया जो सबको धोखा दे चुका है.”
पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा, “कांग्रेस 122 से घटकर 78 पर आ गई. जीटी देवगौड़ा ने सिद्धारमैया को बुरी तरह हराया. यही सच है. सबसे बड़ी पार्टी सरकार बनाती है. यही परिपाटी हर जगह पर है. मैं इससे सहमत हूं कि मैंने सभी विपक्षी विधयकों से अनुरोध किया था. अभी भी अनुरोध करता हूं.” येदियुरप्पा यहीं नहीं रुके, उन्हें आगे कहा, “मैं शिवकुमार को खलनायक कैसे कह सकता हू. शिवकुमार आप अगले सीएम बनना चाहते हैं? कांग्रेस में रहकर सीएम कैसे बन पाएंगे?
इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन ‘अपवित्र’ है. उन्होंने कहा, “मेरी लड़ाई कांग्रेस से नहीं है. मेरी लड़ाई भ्रष्ट पिता-पुत्र से है.”
आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए येदियुरप्पा ने चेतावनी दी कि यदि एचडी कुमारस्वागी की अगुवाई वाली कांग्रेस – जेडीएस सरकार 24 घंटे के अंदर कृषि ऋण माफ नहीं करती है तो उनकी पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगी.
उन्होंने कहा, “यह आप ही थे जिसने सत्ता संभालने के 24 घंटे के अंदर कृषि ऋण माफ करने का वादा किया था. किसान आपका यह रोना सुनने को तैयार नहीं है कि आप गठबंधन सरकार की अगुवाई कर रहे हैं और उसकी अपनी मजबूरियां हैं. आप इसी विशेष सत्र में इसकी घोषणा कीजिए। अन्यथा हम राज्यभर में अपना आंदोलन शुरु करने की कार्ययोजना तैयार करेंगे.”attacknews.in