विजयपुर, आठ मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंकने और उसकी गलतियों के लिये दंडित करने का फैसला कर लिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव में आसन्न हार के लिये ईवीएम में गड़बड़ी जैसे बहाने पहले ही ढूंढने शुरू कर दिये हैं।
कथित भ्रष्टाचार को लेकर सिद्धरमैया सरकार को आड़े हाथ लेते हुए मोदी ने कहा कि यहां एक भी मंत्री ऐसा नहीं है जिस पर वित्तीय अनियमितता के आरोप न लगे हों।
लिंगायतों के इस गढ़ में चुनाव प्रचार करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस समाज को बांटने और ‘जातिवाद का जहर’ फैलाने का प्रयास कर रही है।
उत्तर कर्नाटक में यहां के निकट सरावाड में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने सर्वेक्षणों में जताए जा रहे अनुमानों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘वातानुकूलित कमरों में बैठे लोग कह रहे हैं कि चुनाव के बाद त्रिशंकु विधानसभा होगी।’’
मोदी ने लिंगायत समुदाय का दिल जीतने की कोशिश करते हुए बार-बार 12 वीं शताब्दी के संत बसवेश्वर का उल्लेख किया। लिंगायत भाजपा के पारंपरिक समर्थक हैं। लिंगायत बसवेश्वर की पूजा करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘कांग्रेस जाति और धर्म के आधार पर फूट डालो और राज करो की नीति पर विश्वास करती है और भाई-भाई को लड़वाती है। लेकिन बसवेश्वर की इस भूमि के लोग ऐसा होने नहीं देंगे।’’
राज्य में लिंगायत भाजपा का परंपरागत वोट आधार हैं और सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इस समुदाय को धार्मिक अल्पसंख्यक का दर्जा दिए जाने की सिफारिश की है। कई लोगों को कांग्रेस की यह सिफारिश भाजपा के वोट विभाजित करने की कोशिश लग रही है।
भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा लिंगायत समुदाय से ही आते हैं।
मोदी ने कहा कि हार को भांपते हुए कांग्रेस पहले ही बहाने ढूंढने में व्यस्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने लोगों से क्या कहा जाए और चुनाव तक क्या किया जाए इस बारे में सोचना बंद कर दिया है। वे घर और कार्यालय में बैठकर आसन्न हार के लिये बहाने ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं–वे ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने समेत बहानों पर काम कर रहे हैं।’’
मोदी ने कहा कि पिछले सात-आठ दिन में चुनाव प्रचार के सिलसिले में वह कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में घूमे हैं और उनकी यह धारणा बनी है कि ‘‘कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस पार्टी को न सिर्फ सत्ता से हटाने का फैसला कर लिया है, बल्कि उन्होंने उसे पांच साल के लिये दंडित करने का भी फैसला कर लिया है।’’
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा ‘‘मुझे एक भी मंत्री का नाम बता दीजिये जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप न लगे हों।’’
एक दिन पहले ही सिद्धरमैया ने अपने खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को कानूनी नोटिस भेजे और उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी है।
मोदी ने परोक्ष रूप से राज्य के जल संसाधन मंत्री एम बी पाटिल का उल्लेख किया जो विजयपुर जिले से ही आते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यहां हर कोई उनकी करतूतों के बारे में जानता है। कैसे ठेके दिये जाते हैं, ठेकेदारों से उनके क्या संबंध हैं और ठेकेदार की आलमारी से कैसे नोटों की गड्डियां पाई गई थीं।’’
विजयपुर में आज हो रही संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की चुनावी रैली के संदर्भ में मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब तो उनकी पार्टी के नेताओं ने भी कर्नाटक में कांग्रेस को जीत दिलाने की उनकी क्षमता पर संदेह करना शुरू कर दिया है। सोनिया दो वर्षों में पहली बार किसी रैली को संबोधित कर रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘कांग्रेस नेताओं को तो यह तक लगने लगा है कि बेटा कर्नाटक में पार्टी की जीत में कोई मदद नहीं कर पाएगा। इसलिए मां को यह सुनिश्चित करने के लिए भेजा जा रहा है कि प्रत्याशी कम से कम अपनी जमानत तो बचा सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक बात साफ है। कांग्रेस जिसने वंशवाद के लिये देश को तबाह कर दिया, वह वंश को बचाने के प्रयास में खुद को मिटा रही है।’’
कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि इसकी सरकार महिलाओं की रक्षा करने के बारे में कभी गंभीर नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति में डूबी हुई है और महिला सुरक्षा पर भाषण दे रही है। तीन तलाक पर हम मुस्लिम महिलाओं की रक्षा के लिये एक विधेयक लाए, लेकिन उन्होंने कानून का विरोध किया और :राज्यसभा में : इसे पारित नहीं होने दिया।’’
उन्होंने कहा कि बसवेश्वर ने सबको साथ लेकर चलने की बात कही, लेकिन कांग्रेस सरकार ‘जातियों को बांटने का प्रयास कर रही है—सबकुछ तबाह कर रही है–फूट डालो और राज करो, एक-दूसरे के बीच दरार पैदा कर रही है। यह उनका गेम है।’’
मोदी ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ सत्ता में बने रहना चाहती है।उन्होंने कहा , ‘‘कांग्रेस के नेता नहीं जानते हैं कि यह बसवेश्वर की भूमि है जो जातियों के आधार पर कभी नहीं बंटेगी–यहां कोई भाइयों के बीच दरार पैदा नहीं कर सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे कांग्रेस को हटा देंगे और जातिवाद के जहर को इस धरती पर फैलने की अनुमति नहीं देंगे।’’
उन्होंने लिंगायतों को धार्मिक अल्पसंख्यक का दर्जा देने की राज्य सरकार की सिफारिश के संदर्भ में यह बात कही।
भाजपा का कहना है कि राज्य सरकार का यह कदम हिंदुओं को बांटने का प्रयास है।attacknews.in