भोपाल, 22 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राज्य की एक महिला मंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।
श्री चौहान ने चुनाव प्रचार अभियान पर जाने से पहले मीडिया से कहा कि वे श्रीमती गांधी को इस मामले को लेकर पहले ही पत्र लिख चुके हैं। लेकिन उनका अभी तक कोई जवाब नहीं आया। वे पत्र में लिख चुके हैं कि यदि श्रीमती गांधी इसका जवाब नहीं देंगी तो इसमें उनकी भी सहमति मानी जाएगी।
श्री चौहान ने कहा कि इस मामले में निर्वाचन आयोग ने श्री कमलनाथ से जवाब मांगा है। श्री कमलनाथ ने महिला मंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की है और श्रीमती गांधी को एक मां, बहन और बेटी होने के नाते एेसे नेता के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रीमती गांधी कार्रवाई करें या फिर यह कहें कि श्री कमलनाथ ने जो कहा है, वह सही है।
कांग्रेस को हमारे जनता को प्रणाम करने में भी तकलीफ: शिवराज
ग्वालियर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी संस्कृति प्रणाम करने की है, लेकिन जब भी वे जनता को प्रणाम करते हैं, कांग्रेस को तकलीफ होती है।
श्री चौहान ने जिले के डबरा विधानसभा के टेकनपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित किया और कहा कि कांग्रेस के नेता कहते हैं कि वे (श्री चौहान) ने तो जनता के सामने घूटने टेक दिए हैं, लेकिन वह क्या जाने मध्यप्रदेश को, वे क्या जाने मध्यप्रदेश की धरती को, यहां के संस्कारों को। सभा में श्री चौहान ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए और कहा कि कांग्रेस अलग अलग गुटों बटी हुयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की सरकार ने 15 वर्षों में विकास की राह पर मध्यप्रदेश को लाकर खड़ा किया। लेकिन वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में हमारी कुछ सीट कम आई तो हमने कहा कि जोड़-तोड़ नहीं करेंगे, कांग्रेस को सरकार बनाने दिया और कांग्रेस के सत्ता में आते ही प्रदेश में भ्रष्ट्राचार बढ़ गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की गरीब जनता का दर्द, जिनके लिए हमने कई योजनाएं शुरू की तो कांग्रेस सरकार ने इन योजनाओं को बंद करा दिया। उन्होंने संबल जैसी योजना को भी बंद कर दिया था।
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी सभा को संबोधित किया और कहा कि वर्ष 2003 से पहले चंबल में डाकुओं का आतंक था। डाकू घर में घुसकर लोगों को मार देते थे। डाकुओं ने लिखीराम कांवरे की हत्या कर दी थी, लेकिन तब की तत्कालीन सरकार डाकुओं का कुछ नहीं कर सकी। वर्ष 2003 के बाद से चंबल के बीहड़ों से डाकुओं का सफाया हो गया। अब पूरा चंबल डाकुओं से मुक्त है।
उन्होंने कहा कि यहां पर बिजली आती तो बहुत कम थी, लेकिन जाती बहुत ज्यादा थी। सड़कों की स्थिति इतनी गंभीर थी कि गड्ढों में सड़क होती थी या सड़कों में गड्ढे पता ही नहीं चलता था, लेकिन आज बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य विकास कार्यों की लंबी सूची है, जिसको गिनाने-गिनाते सुबह हो जाएगी।
टेकनपुर की सभा में पार्टी प्रत्याशी एवं मंत्री इमरती देवी, विधायक मुनमन राय, योगेश पंडागरे, प्रभात शर्मा, विपिन आनंद, विवेक मिश्रा, आलोक शर्मा, राजकुमार गुप्ता, सुरेश मिश्रा, अरविंद गुर्जर, लक्ष्मी मौर्य सहित पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं आमजन मौजूद रहे।