दुमका, 04 जून । झारखंड में दुमका जिला पुलिस ने गरीब परिवार की बच्चियों को शादी का झांसा और रुपये का प्रलोभन देकर अन्य राज्यों में ले जाकर बेचने वाले अंतर प्रांतीय मानव तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ कर आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) विजय कुमार ने शुक्रवार को बताया कि दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र सहित अन्य ग्रामीण इलाकों से मानव तस्करों द्वारा निर्धन परिवार की बच्चियों को रुपये और शादी का झांसा देकर अन्य राज्यों में बेचने की लगातार शिकायतें मिल रही थी।
इस सूचना पर पुलिस की विशेष टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई शुरू की गयी।
इसी क्रम में पुलिस टीम ने दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र में परिवार की बच्चियों को रुपए और शादी का प्रलोभन देकर उत्तर प्रदेश हरियाणा ओर मध्य प्रदेश आदि राज्यों में ले जाकर मानव तस्करी करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
श्री कुमार ने बताया कि मानव तस्करी में सहयोगी का काम करने वाले झारखंड के दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बड़तल्ला निवासी आनंद पाल के साथ उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के ऐट थाना के पोचखरा के राजेंद्र सिंह, जखोली के हमीद, चमारी के रघुनाथ सिंह, केलिया थाना के कमतरी पहाड़पुर के रामरुप, थाना कोतवाली जालौन के सानू अली झांसी जिले के ऐरज थाना के बेहतर कुड़री के सोमनाथ और मध्य प्रदेश के भिंड जिले के असवार थाना के बरहा गांव निवासी लखन जाटव समेत आठ मानव तस्कर शामिल है।
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि मानव तस्करी में संलिप्त गिरफ्तार अंतरप्रांतीय मानव तस्कर गिरोह के सदस्यों के पास से तलाशी के दौरान 80 हजार रुपए नगद, कई बच्चियों और उनके परिवार का आधार कार्ड, मोबाइल एवं एक वाहन बरामद किया गया है।
उन्होंने आमलोगों से इन मानव तस्करों के किसी तरह के प्रलोभन से बचने और शादी का झूठा दिलासा देकर यहां की बच्चियों को अन्यत्र बेचने से बचाने की अपील करते हुए कहा कि इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त कोई भी अनजान व्यक्ति गांव में दिखे तो इसकी सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस को दें जिससे यहां की बच्चियों के जीवन की रक्षा की जा सके।