नीरज चोपड़ा के भाले से छेड़खानी कर रहे थे पाकिस्तानी भाला फेंक खिलाड़ी अरशद नदीम
नईदिल्ली 25 अगस्त ।टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त करने के पश्चात से सूबेदार नीरज चोपड़ा चर्चा में बने हुए हैं। लेकिन हाल ही में उनके एक बयान ने फिर वामपंथियों की नींद उड़ा दी है। जिस भाला फेंक स्पर्धा में उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था, उसी में पांचवें स्थान पर आकर पाकिस्तानी भाला फेंक एथलीट अरशद नदीम ने सभी को चकित कर दिया था।
पाकिस्तानी धावक अब्दुल खालिक के पश्चात अरशद नदीम पहले ऐसे एथलीट थे, जिन्होंने इस स्तर की ख्याति प्राप्त की थी। लेकिन जो दिखता है, जरूरी नहीं वैसा ही हो।
भारत के ही खिलाड़ियों में से कुछ क्या राणा अयूब, क्या बरखा दत्त, क्या ज्वाला गुट्टा, सभी अरशद नदीम की बढ़ाई कर रहे थे, और उसे ‘Sportsmanship’ का अनुपम उदाहरण सिद्ध करने पर तुले हुए थे। परंतु क्या वाकई में ऐसा था?
बिल्कुल भी नहीं।नीरज चोपड़ा ने हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए अपने साक्षात्कार में बताया कि कैसे उन्हे प्रारंभ में अपना भाला नहीं मिल रहा था।
उनके साक्षात्कार के अनुसार, “ओलंपिक के प्रारंभ में मैं अपना भाला ढूंढ रहा था, जो मुझे मिल नहीं रहा था। अचानक मैंने अरशद नदीम को मेरे भाले के साथ घूमते हुए देखा। मैंने उससे स्पष्ट कहा, ‘भाई, ये मेरा भाला है, वापस दो मुझे’। उसे देना पड़ा, और आपने देखा होगा कि क्यों मैंने अपना पहला दांव हड़बड़ी में फेंका था”
और चीजों को जाने दीजिए, लेकिन सिर्फ स्पर्धा की दृष्टि से भी इसे अनप्रोफेशनल माना जाएगा। आप यूं ही किसी के भी भाले को नहीं उठा सकते, विशेषकर जब ओलंपिक जैसे ईवेंट का आयोजन हो रहा हो।
हालांकि, यहाँ बात पाकिस्तान की हो रही है, जिनके राजनयिक विदेशी आयोजनों में अन्य राजनयिकों के पर्स तक चोरी कर लेते हैं।
एक ट्विटर यूजर ने इमरान खान के भ्रष्ट व्यवहार पर प्रश्न उठाते हुए यहाँ तक ट्वीट किया, “पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी नीरज चोपड़ा का भाला लिया। एक पूर्व स्टेट लेवल फाइनलिस्ट होने के नाते मैं आपको बता सकता हूँ कि यह काफी अनप्रोफेशनल है। लगता है कि इमरान खान के समय का भ्रष्टाचार अब पाकिस्तानी खेल के कोने कोने तक फैल चुका है”
लेकिन इतनी चुनौतियों के पश्चात भी यदि नीरज चोपड़ा ने पहले ही दांव में 87.05 मीटर तक भाला फेंका, तो इसके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए, वो कम होगी।
यदि अरशद नदीम ने वास्तव में सूबेदार नीरज चोपड़ा के भाले के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया था, तो ये यही सिद्ध कर सकता है कि कुछ लोग अपनी प्रवृत्ति कभी नहीं बदल सकते, और पाकिस्तानी भी उन्ही में से एक हैं।