जम्मू, 9 अप्रैल । जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में एक आतंकवादी ने मंगलवार को गोलीबारी कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक नेता और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) की हत्या कर दी। प्रशासन ने क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुये कर्फ्यू लगा दिया और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सेना को बुला लिया।
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना दोपहर साढ़े बारह बजे तब हुई जब एक आतंकवादी जिला अस्पताल में घुस गया और उसने आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा (52) पर गोलीबारी करनी शुरू कर दी।
शर्मा और उनके पीएसओ राजिंदर किश्तवाड़ के स्वास्थ्य केन्द्र आये हुये थे।
किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शक्ति पाठक ने कहा, ‘‘आतंकवादी उनकी आवाजाही पर नजर बनाए हुये था और उसने गोलीबारी की जिसमें पीएसओ की मौत हो गई और नेता घायल हो गए।’’
अधिकारी ने कहा कि शर्मा को इलाज के लिए विमान से जम्मू लाया गया लेकिन उनकी अस्पताल में मौत हो गई।
वह आरएसएस के ‘प्रांत सहसेवक प्रमुख’ थे।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ और भद्रवाह में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को बुला लिया गया है, साथ ही इन इलाकों में कर्फ्यू लगाकर इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है।
जिला विकास आयुक्त, किश्तवाड़, अंग्रेज सिंह राणा के अनुसार एहतियाती कदम उठाते हुए कर्फ्यू लगाया गया है और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के लिए जिला प्रशासन की मदद के लिए सेना को बुलाया गया है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।
जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि ऐहतियाती कदम के तौर पर कर्फ्यू लगाया गया है। हमले के बाद आतंकवादी राजिंदर का हथियार लेकर वहां से भाग गया।
इससे पूर्व पुलिस ने कहा था कि अज्ञात बंदूकधारियों ने पीएसओ की राइफल छीन ली और आरएसएस नेता पर गोलीबारी की।
हमले के बाद किश्तवाड़ में सरकार और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इस घटना की निंदा करते हुए राजनीतिज्ञों के सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा किये जाने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने एक शोक संदेश में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने इन हत्याओं की निंदा की।
अब्दुल्ला ने अपने ट्वीट में कहा ‘‘चंद्रकांत और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी की किश्तवाड़ में आज की गई बर्बर हत्या की स्पष्ट शब्दों में निंदा करता हूं। मुझे उम्मीद है कि इलाके के लोग प्रशासन के साथ सहयोग करेंगे और शांति कायम रखेंगे।’’
हत्या की निंदा करते हुए महबूबा मुफ्ती ने घटना की जांच की मांग की।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘आतंक के इस कृत्य की निंदा करती हूं। ऐसा लगता है कि सांप्रदायिक तनाव भड़काने की बड़ी योजना का यह हिस्सा है। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल से घटना की जांच कराने और किश्तवाड़ के लोगों से शांति और सौहार्द कायम रखने की अपील करती हूं।’’ भाजपा ने इस घटना की निंदा की और कहा कि यह घटना क्षेत्र में आतंकी गतिविधियां फिर से शुरू करने की सुनियोजित साजिश लगती है।
भाजपा नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता ने कहा कि क्षेत्र में चुनिंदा तरीके से हिंदू नेताओं की हत्या से विस्थापन शुरू हो सकता है। उन्होंने सुरक्षा हालात की समीक्षा किये जाने की मांग की।
इससे पहले एक नवम्बर को भाजपा की राज्य इकाई के सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की किश्तवाड़ में आतंकवादियों ने दुकान से लौटते समय हत्या कर दी थी।
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