श्रीनगर 29 अप्रैल। जम्मू कश्मीर मंत्रिमंडल में बहुप्रतीक्षित फेरबदल से पहले उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनकी जगह कविंदर गुप्ता नए उप मुख्यमंत्री होंगे. कविंदर गुप्ता अभी जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर हैं.
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली सरकार में सोमवार को होने जा रहे बहुप्रतीक्षित फेरबदल के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं.
संभावना है कि भाजपा मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया जाएगा. शपथ ग्रहण समारोह के निमंत्रण पत्र के अनुसार राज्यपाल एनएन वोहरा 12 बजे कन्वेंशन सेंटर में मंत्रिपरिषद में शामिले किए जाने वाले मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायेंगे।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली सरकार में सोमवार को होने जा रहे बहुप्रतीक्षित फेरबदल के लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं. संभावना है कि भाजपा मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया जाएगा.
शपथ ग्रहण समारोह के निमंत्रण पत्र के अनुसार राज्यपाल एनएन वोहरा 12 बजे कन्वेंशन सेंटर में मंत्रिपरिषद में शामिले किए जाने वाले मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के बजाय कन्वेंशन सेंटर में इसलिए किया जा रहा है क्योंकि जम्मू कश्मीर सरकार पहले ही अपना अड्डा ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में स्थानांतरित कर चुकी है.
राज्य सरकार साल में दो बार अपना सचिवालय बदलती है. वह छह महीने श्रीनगर से और छह महीने जम्मू से अपना कामकाज करती है. यहां जम्मू कश्मीर सरकार के सचिवालय, राजभवन शुक्रवार को बंद हो गए थे और वह सात मई को श्रीनगर में अन्य सचल कार्यालयों के साथ खुलेंगे.
ऐसी अटकलें हैं कि पीडीपी की सहयोगी भाजपा दो रिक्तयों को भरने के अलावा कुछ अन्य हो हटाकर मंत्रिपरिषद में नए चेहरे को शामिल कर सकती है.
एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘मंत्रिमंडल में कितने मंत्री शामिले किये जा रहे हैं और कितने हटाये जा रहे हैं , उसकी स्पष्ट संख्या की हमें जानकारी नहीं है.
पार्टी ने 17 अप्रैल को पीडीपी-भाजपा सरकार में अपने सभी 9 मंत्रियों को अपना-अपना इस्तीफा देने को कहा था, ताकि इस दो साल पुराने महबूबा मुफ्ती मंत्रिमंडल में नए चेहरे लाये जा सकें. हालांकि पार्टी ने उनके इस्तीफे राज्यपाल के पास नहीं भेजे थे.
भाजपा तब से दबाव में है जब से उसके दो मंत्रियों लाल सिंह और चंद्रप्रकाश गंगा ने कठुआ में आठ साल की लड़की से बलात्कार एवं उसकी हत्या के आरोपियों के समर्थन में रैली में हिस्सा लिया था. दोनों मंत्रियों ने बाद में इस्तीफा दे दिया था.
सूत्रों ने बताया कि इस बात की प्रबल संभावना है कि एक या दो राज्यमंत्रियों को उनके अच्छे कामकाज को ध्यान में रखकर कैबिनेट मंत्री के रुप में प्रोन्नत किया जा सकता है. राज्य में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 25 मंत्री हो सकते हैं. फिलहाल 14 मंत्री पद पीडीपी के पास हैं और बाकी भाजपा के पास हैं।attacknews.in