कठुआ, 14 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर के कठुआ में रविवार को एक रैली में अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों परिवारों ने जम्मू-कश्मीर की तीन पीढ़ियां ‘‘बर्बाद’’ कर दी लेकिन वह उन्हें भारत को ‘‘बांटने’’ नहीं देंगे।
मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को ‘‘कुछ मुट्ठी भर’’ लोग बंधक या बंधुआ मजदूर बना कर नहीं रख सकते।
प्रधानमंत्री का इशारा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की जम्मू-कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री की मांग और महबूबा मुफ्ती की उस टिप्पणी की तरफ था कि अनुच्छेद 370 खत्म करने से जम्मू कश्मीर भारत से मुक्त हो सकता है।
मोदी ने यहां एक जनसभा में कहा कि अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों ने राज्य की तीन पीढ़ियां ‘‘बर्बाद’’ कर दी। तीन पीढ़ियों की राह में उन्होंने रोड़े अटकाए रखे। राज्य के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें सत्ता से बाहर किए जाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का उज्ज्वल भविष्य केवल उनको बाहर का रास्ता दिखाए जाने से ही सुनिश्चित होगा। वे अपने पूरे वंश को मैदान में उतार सकते हैं, मोदी को जितनी चाहे उतनी गालियां दे सकते हैं लेकिन वे देश को नहीं बांट पाएंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएममो) में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने प्रथम चरण में भारी संख्या में मतदान करके आतंकवाद के सरगनाओं, अवसरवादियों को ‘‘फटकारा’’ और ‘‘महामिलावट’’ गठबंधन को ‘‘हतोत्साहित’’ किया।
मोदी ने कहा, ‘‘आपने चुनाव के पहले चरण में, भारत में लोकतंत्र की ताकत को साबित किया।’’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस कीटाणुओं से संक्रमित रही है। पुरानी पार्टी द्वारा अपने घोषणापत्र में किये गए इस वादे ने सुरक्षाबलों को हतोत्साहित किया है कि अगर वे सत्ता में आए तो अफ्सपा हटा देंगे।’’
मोदी ने रैली में कहा, ‘‘क्या कोई देशभक्त ऐसी बात कर सकता है? क्या हमारे सुरक्षा बलों को सुरक्षित नहीं रखा जाना चाहिए।’’
मोदी ने कहा, ‘‘वे दिन बीत गए जब धमकियों से भारत सरकार भयभीत हो जाती थी। यह नया भारत है जो आतंकवादियों को मारने के लिए (पाकिस्तान में) घुसेगा और उनके समर्थकों को भी बेनकाब करेगा। आप केवल एक सांसद नहीं चुन रहे बल्कि यह इस देश की नयी रणनीति और नयी नीति पर आपका वोट है।’’
उन्होंने कांग्रेस, नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी को ‘‘महामिलावट गठबंधन’’ बताते हुए कहा कि वे (पीडीपी व नेकां) दिन-रात जम्मू कश्मीर को भारत से अलग करने की धमकी दे रहे हैं। ‘‘वे रक्तपात…अलग प्रधानमंत्री की धमकी दे रहे हैं।’’
उन्होंने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान भी हमें परमाणु (शक्ति) से धमकी देता था। उन्होंने लोगों से सवाल किया, ‘‘क्या उस परमाणु धमकी की हवा निकल गई?’’ लोगों ने हां में जवाब दिया।
मोदी ने कहा कि वे (नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी) ‘‘हमें दो प्रधानमंत्रियों (जम्मू कश्मीर और भारत में एक-एक) की धमकी दे रहे हैं। मैं उन्हें यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि उन्हें जम्मू कश्मीर लिखित रूप से विरासत में नहीं मिला है। जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है।’’
मोदी ने दिवंगत डा. बी आर आंबेडकर के पंजाब में भाषण का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘(राजनीतिक) वंशवाद’’ लोकतंत्र का शत्रु है और वंशवादी राजनीति के खिलाफ वोट करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर, लेह और लद्दाख में प्रत्येक बच्चा भारतीय है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इस राज्य के नागरिकों को कुछ मुट्ठी भर लोग बंधक या बंधुआ मजदूर बना कर नहीं रख सकते। इस धरती पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तिरंगा फहराया था और तब ‘दो संविधान, दो प्रधानमंत्री और दो झंडे’ की विचारधारा को खारिज कर दिया था और उनके आदर्श भाजपा के लिए ‘पवित्र दस्तावेज’ हैं। कोई भी इसे मिटा नहीं सकता है।’’
मोदी ने कहा कि यह चौकीदार इसके लिए प्रतिबद्ध है और इस पर दृढ़ रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस द्वारा समर्थित जम्मू-कश्मीर के वंशवादी परिवारों के सामने मोदी एक दीवार की तरह खड़ा रहेगा। वे पिछली तीन पीढ़ियों से इस जमीन पर काबिज हैं। लेकिन न तो मोदी डरता है और न ही उसे किसी के द्वारा धमकाया जा सकता है।’’
मोदी ने जलियांवाला बाग कांड के 100 वर्ष पूरे होने पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने पर भी कांग्रेस की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद विपक्ष के लिए एक अपमान है। उन्होंने कहा, ‘‘उपराष्ट्रपति सरकारी आयोजन के लिए जलियांवाला बाग में थे। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी लेकिन कांग्रेस के मुख्यमंत्री वहां नहीं थे।’’
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने सरकारी कार्यक्रम में नहीं जाकर जलियांवाला बाग स्मारक का अपमान किया।
मोदी ने कहा कि वह समझ सकते हैं कि अमरिंदर सिंह पर किस तरह का दबाव है।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं कैप्टन अमरिंदर सिंह को लंबे समय से जानता हूं। मैंने कभी उनकी देशभक्ति पर सवाल नहीं उठाया। मैं समझ सकता हूं कि इस तरह की ‘परिवार भक्ति’ के लिए उन पर किस तरह का दबाव डाला गया होगा।’’,
2016 के सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में भारतीय वायुसेना द्वारा किये गए हमलों पर कांग्रेस द्वारा उठाए गए संदेह का उल्लेख करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी भी भारतीय सशस्त्र बलों पर भरोसा नहीं किया है।
मोदी ने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस के लिए, सेना केवल पैसा कमाने का एक तरीका है।’’
घाटी से कश्मीरी पंडितों के विस्थापन के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए, मोदी ने कहा कि भाजपा समुदाय को उनकी भूमि पर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘घाटी में कश्मीरी पंडितों के अपने घरों को छोड़ने के लिए कांग्रेस की नीतियां जिम्मेदार थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अपने वोट बैंक को लेकर इतनी चिंतित थी कि उन्होंने मेरे कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों पर अत्याचार होते नहीं देखने का नाटक किया।’’
प्रधानमंत्री ने 1984 के सिख दंगों का भी उल्लेख किया और कहा कि कांग्रेस ‘‘न्याय’’ का वादा करके लोगों को धोखा दे रही है।
attacknews.in