भोपाल, चार अप्रैल । मध्यप्रदेश के भिण्ड, ग्वालियर एवं मुरैना जिलों के कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में आज कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और धीरे-धीरे शांति बहाली हो रही है।
इस तीन जिलों के कुछ पुलिस थाना इलाकों में दो अप्रैल को दलितों द्वारा किये गये भारत बंद के दौरान हुए संघर्ष में आठ लोगों की मौत होने एवं 54 पुलिसकर्मी सहित 153 लोगों के घायल होने के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था।
ग्वालियर शहर में आज चार घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई, जबकि भिण्ड एवं मुरैना में दो-दो घंटे लिए कर्फ्यू में राहत दी गई।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इन तीनों जिलों में आज कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
ग्वालियर कलेक्टर राहुल जैन ने बताया कि ग्वालियर के थाटीपुर, मुरार और गोला का मंदिर पुलिस थाना क्षेत्रों में आज सुबह छह बजे से आठ बजे तक एवं शाम चार बजे से छह बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई।
उन्होंने कहा कि पूरे ग्वालियर शहर में धारा 144 लागू है।
भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि भिण्ड शहर में भी आज सुबह 10 बजे से 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई।
वहीं, भिण्ड जिले के गोहद इलाके के उप मंडल अधिकारी प्रवीण अस्थाना ने बताया कि जब भारत बंद के दौरान हिंसा करने वाले दो आरोपियों को आज हम गिरफ्तार करने गये थे, तो उस वक्त कुछ महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया। हालांकि, इसमें किसी को चोट नहीं आई है। इसको छोड़कर भिण्ड जिले में आज कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
मुरैना के उप मंडल मजिस्ट्रेट उमेश शुक्ला ने बताया कि मुरैना जिले में मुरैना शहर के केवल तीन थाना क्षेत्रों सिटी कोतवाली, स्टेशन रोड थाना एवं सिविल लाइन थाना में आज तीसरे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा। हालांकि सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच एवं शाम को पांच बजे से छह बजे के बीच एक-एक घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई।
उन्होंने कहा कि इस दौरान केवल महिला एवं बच्चों को रोजमर्रा की आवश्यक चीजों को खरीदने की अनुमति दी गई।
गौरतलब है कि दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुए संघर्ष में मध्यप्रदेश में आठ लोग मारे गये, जिसमें भिण्ड जिले में चार, ग्वालियर में तीन और मुरैना में एक व्यक्ति शामिल हैं।attacknews.in