इस्लामाबाद , 26 जुलाई । पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने आज कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारना चाहता है। उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसियों के बीच आरोप – प्रत्यारोप उपमहाद्वीप के लिए नुकसानदेह है जिसे रोका जाना चाहिए।
आम चुनावों में खान की पार्टी को जीत मिलने के बाद 65 वर्षीय नेता ने पहली बार लोगों को संबोधित करते हुए कहा , ‘‘ अगर वे हमारी तरफ एक कदम बढ़ाते हैं तो हम दो कदम बढ़ाएंगे लेकिन कम से कम शुरुआत होने की जरूरत है। ’’
खान ने कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर ‘‘ मुख्य ’’ मुद्दा है और वार्ता के माध्यम से इसका समाधान होना चाहिए।
उन्होंने कहा , ‘‘ मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो क्रिकेट के कारण भारत के बहुत से लोगों को यकीनन जानता हूं। हम दक्षिण पूर्व एशिया में गरीबी संकट का समाधान कर सकते हैं। ’’ उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को इसका समाधान करने के लिए वार्ता की मेज पर आना चाहिए।
उन्होंने कहा , ‘‘ हम भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारना चाहते हैं अगर उनका नेतृत्व भी चाहता हो। ऐसा आरोप – प्रत्यारोप कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कुछ भी भारत के कारण गलत हो रहा है और ऐसा ही आरोप वहां भारत में पाकिस्तान पर लगाया जाना हमें उसी चौराहे पर ला खड़ा करता है। ’’
उन्होंने कहा , ‘‘ हम इस तरह आगे नहीं बढ़ेंगे और यह उपमहाद्वीप के लिए नुकसानदायक है। ’
आधिकारिक तौर पर भले ही अब तक ऐलान ना हुआ हो लेकिन इमरान खान ने अपनी जीत की घोषणा कर दी है और जनता से एक नए पाकिस्तान का वादा किया है.
टीवी पर राष्ट्र के नाम संदेश में इमरान खान ने कहा, “अल्लाह का शुक्र है कि जीत हमारी हुई है और हम कामयाब रहे हैं.” देश को बदलने का वादा करते हुए उन्होंने कहा, “इंशा अल्लाह हम मिसाल कायम करेंगे.”
नए पाकिस्तान का नारा देते हुए उन्होंने कहा, “मैं आज ये कहना चाहूंगा कि हम पाकिस्तान को वो सरकार देंगे जो आज से पहले कभी पाकिस्तान को नहीं मिली है.” इमरान ने आगे कहा, “अल्लाह ने मुझे सरकार बनाने का और अपने उस सिद्धांत को अमल में लाने का मौका दिया है जिस पर मैंने 22 साल पहले काम करना शुरू किया था.”
देश में फैले भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा करते हुए इमरान ने कहा कि यह देश को कैंसर की तरह खाए जा रहा है, “भ्रष्टाचार ने पाकिस्तान को बर्बाद कर दिया है. भ्रष्टाचार के कारण ही कोई पाकिस्तान में निवेश नहीं करना चाहता है.” उन्होंने आगे कहा, “दूसरी बड़ी समस्या है बेरोजगारी. लेकिन जब तक निवेश ही नहीं होगा, रोजगार कहां से आएगा?”
इमरान खान ने कहा कि वे प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास पर नहीं रहेंगे और उनकी सरकार यह तय करेगी कि उसके साथ क्या करना है. इसके अलावा उन्होंने राज्यपाल के निवास को भी शिक्षा संस्थानों में तब्दील करने की बात कही.
भारत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों मुल्कों को अब कश्मीर का मसला हल कर लेना चाहिए. साथ ही अमेरिका के साथ संबंध सुधारने की भी उन्होंने बात की और कहा कि रिश्तों को इस तरह संभालना होगा कि दोनों पक्षों को उसका फायदा मिल सके.
चुनाव में धांधली के भी आरोप लग रहे हैं और इमरान ने अपनी स्पीच में इस पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि वे देश को एकजुट करना चाहते हैं और इसके लिए धांधली के आरोपों की भी जांच कराएंगे. हालांकि आरोपों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि ये देश के इतिहास में सबसे पारदर्शी चुनाव रहा.
मतदान के 24 घंटे बाद भी आधिकारिक रूप से नतीजों की घोषणा नहीं हुई. लेकिन शुरुआती रुझान को देखते हुए गुरुवार सुबह से ही इमरान खान के समर्थक उनकी जीत का जश्न मनाने में जुट गए थे. इमरान खान को नेशनल असेंबली में कम से कम 100 सीटें मिल रही हैं. पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए 137 सीटों के बहुमत की जरूरत होती है।attacknews.in