हैदराबाद 04 दिसंबर ।तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद के बाहरी इलाके में 27 नवंबर को एक डॉक्टर के साथ हुयी दुष्कर्म एवं हत्या की घटना की शीघ्र सुनवाई के लिए महबूबनगर में त्वरित अदालत गठित करने की घोषणा की है।
तेलंगाना सरकार ने महिला पशुचिकित्सक के गैंगरेप और हत्या मामले में चार आरोपियों के खिलाफ सुनवाई के लिए त्वरित अदालत गठित करने का बुधवार को आदेश दिया।
राज्य सरकार ने मामले की जल्द सुनवाई के लिए महबूबनगर जिले में प्रथम अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश की अदालत को विशेष अदालत के रूप में नामित किया।
हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में सहायक पशु चिकित्सक के तौर पर काम करने वाली युवती का जला हुआ शव 28 नवंबर को यहां शादनगर में एक पुलिया के नीचे से बरामद किया गया। सामूहिक दुष्कर्म के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में चार आरोपियों को 29 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था।
इस घटना को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल किये जा रहे हैं। सड़क से संसद तक विरोध दर्ज किये गये।
राज्य सभा सांसद जया बच्चन ,लोकसभा सांसद हेमा मालिनी और भाजपा की राज्यसभा सासंद रूपा गांगुली ने इस घटना के विरोध में सदन में जोरदार आवाज उठाई। उन्होंने मीडिया से बातचीत में ऐसे दरिंदों को शीघ्र फांसी की सजा और उसके क्रियान्वयन की मांग की थी।
इस घटना को लेकर देशभर में एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। दिसंबर 2012 में क्रूरतम तरीके से दुष्कर्म की शिकार हुयी निर्भया को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है जिसको लेकर भी लचर कानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाये जा रहे हैं।