इंदौर, 27 सितंबर । मध्यप्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की जांच की प्रगति और जांच की दिशा से जुड़े बिंदुओं को साझा किये जाने से आज स्पष्ट तौर पर इंकार करते हुये कहा कि जांच पूर्ण होने के बाद ही खुलासा करेंगे।
श्री बच्चन ने यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के बाद संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री ने हनीट्रैप मामले की गंभीरता को देखते हुये ही उच्च अधिकारियों का आठ सदस्यीय ‘विशेष जांच दल’ गठित किया है।
उन्होंने कहा कि भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री संजीव शमी के नेतृत्व में मामले से जुड़े सभी पहलुओं पर गहन अनुसंधान किया जा रहा है। जांच उपरांत मामला के खुलासा किया जाएगा। फिलहाल जांच के दौरान कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
गृह मंत्री से पत्रकारों ने हनीट्रैप से संबंधित सवाल किए थे। इसी से जुड़े अन्य सवालों के जवाब में श्री बच्चन ने कहा कि मामले की जांच के बाद जो भी दोषी पाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने दोहराया कि जिसकी भी संलिप्तता सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर की पलासिया थाना पुलिस ने यहां नगर निगम के एक अधिकारी की शिकायत पर हनीट्रैप कर तीन करोड़ रुपये के लिये ब्लैकमेल किये जाने का प्रकरण दर्ज किया था।
इसी मामले में पिछले सप्ताह पांच महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया है। इंदौर पुलिस ने 19 सितंबर को यहां जिला मुख्यालय पर मामले का खुलासा करते हुये दावा किया था कि आरोपी महिलाओं ने अनेक लोगों को ब्लैकमेल करने के उद्देश्य से उन्हें हनीट्रैप कर, उनके अंतरंग वीडियो बना लिए हैं।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य पुलिस ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजीव शमी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की है। यह जांच दल संपूर्ण मामले की जांच कर रही है।
इस बीच हनीट्रैप मामले को लेकर मीडिया में अनेक तरह की खबरें आ रही हैं, लेकिन पुलिस अधिकारियों या अन्य किसी जिम्मेदार व्यक्ति ने आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा है।
वहीं गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ भी जारी है।