लखनऊ, 21 मई । योगी आदित्यनाथ की हिन्दू युवा वाहिनी में गुटबाजी सामने आ रही है। दोनों ही गुट खुद को असली बता रहे हैं।
हिन्दू युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा, ‘हम हिन्दू युवा वाहिनी को आने वाले दिनों में देश भर में मजबूत करेंगे। पहले चरण में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ और राजस्थान में यह कार्य होगा। हमारा एकमात्र उद्देश्य देश में हिन्दुत्व और राष्ट्रवाद का प्रसार करना है।’
सिंह ने दावा किया कि उन्होंने हाल ही में हिन्दू युवा वाहिनी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्हें सर्व सम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। उन्होंने कहा कि वह जो कुछ भी कर रहे हैं, अपने गुरू योगी आदित्यनाथ के एजेंडा को आगे बढाने के लिए कर रहे हैं।
वाहिनी की स्थापना योगी ने 2002 में की थी। इसका मुख्यालय गोरखपुर में है।
सुनील ने कहा कि वह संगठन के राज्य अध्यक्ष थे और संगठन की स्थापना के समय से ही इसे मजबूत करने में लगे हुए हैं।
वाहिनी के प्रदेश महामंत्री पी के मल ने हालांकि कहा कि वाहिनी का सुनील के गुट और उसके द्वारा गठित नयी इकाई से कोई लेना देना नहीं है । मुख्य संरक्षक योगी आदित्यनाथ ने 30 जनवरी 2017 को सुनील और कुछ अन्य लोगों को हटा दिया था।
उन्होंने कहा कि वाहिनी का कोई सदस्य लखनऊ में पिछले सप्ताह बुलायी गयी तथाकथित बैठक में शामिल नहीं हुआ। योगी जी द्वारा अनुशासनहीनता के कारण निकाले गये लोग भ्रम पैदा कर रहे हैं।
सुनील ने हालांकि कहा कि उनका संगठन ही वास्तविक है जो सामाजिक सरोकारों के प्रति समर्पित है।
जब उनके संगठन को ‘हिन्दू युवा वाहिनी :भारत:’ बताने वाली खबरों का जिक्र किया गया तो सुनील ने कहा कि संगठन का नाम हिन्दू युवा वाहिनी ही है और हम इसके लिए काम करेंगे।attacknews.in