नयी दिल्ली 03 फ़रवरी । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को यहाँ संवाददाता सम्मेलन में कहा,“श्री राहुल गांधी ने धमकाया है कि कोई पीछे नहीं हटेगा, बातचीत में हम विश्वास नहीं रखते हैं।” उन्होंने श्री राहुल से सवाल करते हुए कहा कि , “राहुल जी यह तो किसानों का आंदोलन हैं और किसानों ने कहा है कि उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई सरोकार नहीं है, फिर आप उनके पैरोकार क्यों बन रहे हैं?”
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया, “श्री राहुल चाहते हैं कि सड़कों पर लड़ाई हो, गोली चले, लाशें बिछ जाएं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हुड़दंगियों को रिहा करने की बात कर रहे हैं, क्या उपद्रवी राहुल गांधी के अपने हैं?” उन्होंने कहा कि श्री गांधी ने किसानों के मुद्दे के बहाने लोगों को भड़काने का काम किया है ।
उन्होंने कहा कि बारबाडोस की रहने वाली पॉप गायिका रिहाना और श्री गांधी को कृषि के बारे में कुछ भी मालूम नहीं है, उन्हें रबी की फसल के बारे में भी नहीं मालूम है और वह कृषि कानून पर बात कर रहे हैं।
श्री पात्रा ने सवाल उठाया कि जब कैलिफोर्निया में महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ा गया तो ये लोग कहां थे? उस समय इनमें से किसी ने भी ट्वीट किया?
उल्लेखनीय है कि बुधवार को श्री गांधी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि किसानों को दबाना, धमकाना, मारना सरकार का काम नहीं है। किसान अपनी माँग से पीछे हटने वाले नहीं हैं इसलिए फ़ायदा इसी में है कि सरकार पीछे हटकर इन कानूनों को वापस ले।
किसानों के खिलाफ ‘किलेबंदी’ ठीक नहीं: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि किसान देश की शक्ति है और उनके आंदोलन को किलेबंदी करके दबाना खतरनाक है इसलिए सरकार को समस्या का समाधान निकालने के लिए किसानों से बातचीत करनी चाहिए।
श्री गांधी ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए और उनकी मांग पर सकारात्मक विचार कर कृषि संबंधी तीनों कानूनों को वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीनी तथा किसानों को लेकर देश में कोई रणनीति नहीं है जिससे साबित होता है कि हमारे यहां नेतृत्व का अभाव हो गया है और देश को संभालने की दृष्टि नेतृत्व में नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति को संभाल नहीं पा रही है। गृहमंत्रालय की जिम्मेदारी थी कि कोई भी तत्व लालकिला पर नहीं जा पाता लेकिन सरकार असफल साबित हुई है इसलिए उपद्रवी तत्वों ने लालकिला पर जाकर उपद्रव किया है। इस माले में सरकार को जांच पड़ताल करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बजट में सरकार ने देश की जनता की अनदेखी की है। देश के 99 प्रतिशत लोगों को समर्थन देने की बजाए सिर्फ एक प्रतिशत लोगों की मदद के लिए बजट 2021-22 को तैयार किया गया है। सरकार ने किसानों, छोटे उद्यमियों, सेना तथा अन्य प्रमुख क्षेत्र के लोगों का पैसा सिर्फ चार पांच वर्गाें को फायदा देने और उनको पैसा देने के लिए बजट में व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा संकट यह है कि चीन हमारी सीमा में घुसा है लेकिन बजट में चीन को संदेश दिया जाता है कि आप अंदर आ सकते हो और जो भी करना है करो लेकिन हम अपनी सेना को समर्थन नहीं देेंगे। बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए महज तीन, चार हजार करोड़ रुपए बढाए गये हैं। इससे देश को फायदा नहीं होने वाला है। सरकार की सेना के लिए प्रतिबद्धता होनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सेना की जो भी जरूरत है उसे दिया जाना चाहिए। लद्दाख में हमारी सेना खड़ी है लेकिन उनको पैसा नहीं दिया जा रहा है। सरकार को सेना की जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त पैसा देना चाहिए लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है।