वाशिंगटन, 27 मई (स्पूतनिक) फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा है कि सोशल नेटवर्क पर कोरोना वायरस (कोविड-19) की उत्पत्ति की जांच और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के बाद हमने अपने प्लेटफॉर्म से उन पोस्ट को नहीं हटाने का निर्णय लिया है जो यह कहती हैं कि कोरोना वायरस को कृत्रिम तरीके से बनाया गया है।
यह घोषणा वॉल स्ट्रीट जर्नल के रविवार के उस लेख के बाद की गई है जिसमें अमेरिकी खुफिया एजेंसी का हवाला देते हुए बताया गया था कि चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के तीन शोधकर्ता नवंबर में बीमार हो गए थे। चीनी विदेश मंत्रालय ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को यह कहते हुए खारिज कर दिया गया कि इस रिपोर्ट में कोई वास्तविकता नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को बुधवार को वायरस की उत्पत्ति की खुफिया समीक्षा करने का आदेश दिया है।
फेसबुक अब अपने प्लेटफॉर्म से उन पोस्ट को नहीं हटाएगा, जिनमें ऐसे दावे किए गए हैं कि कोविड-19 या तो मानव निर्मित है या फिर प्रयोगशाला निर्मित है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुफिया एजेंसियों से कहा है कि वह जितना जल्द हो सके, इसका पता लगाएं कि कोरोना वायरस की उत्पति कहां से और कैसे हुई थी।
इस बीच कोरोना की उत्पति को लेकर चल रही जांच और एक्सपर्ट की राय के बाद फेसबुक ने अब इस प्रकार की पोस्ट को डिलीट करने या इन्हें बैन नहीं लगाने का फैसला लिया है, जिनमें दावा किया गया है कि कोरोना वायरस लैब में ही तैयार हुआ है।
बता दें कि फेसबुक पर इससे पहले ऐसे पोस्ट किए गए थे, जिनमें दावा किया गया है कि कोरोना वायरस लैब में ही तैयार हुआ है. इस पर कार्रवाई करते हुए फेसबुक ऐसे पोस्ट को डिलीट कर देता था, लेकिन अब फेसबुक ने अपनी नीति बदल दी है और ऐसे पोस्ट को हटाने से मना कर दिया है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस मानव निर्मित है।
सोशल नेटवर्क अब ऐसे दावों को अपनी कोविड-19 संबंधी गलत सूचना नीति के हिस्से के रूप में नहीं मानेगा।
फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा कि वायरस की उत्पत्ति के बारे में नए सिरे से बहस के कारण मूल भाषा को उस नीति से हटा दिया गया है।
प्रवक्ता ने पोलिटिको को बताया, कोविड-19 की उत्पत्ति की चल रही जांच और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श से, हम अब हमारे ऐप से इस दावे को नहीं हटाएंगे कि कोविड-19 मानव निर्मित है।
प्रवक्ता ने कहा, हम महामारी की विकसित प्रकृति के साथ तालमेल रखने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ काम करना जारी रख रहे हैं और नियमित रूप से अपनी नीतियों को अपडेट कर रहे हैं, क्योंकि नए तथ्य और रुझान सामने आते हैं।
हाल ही में कोरोना की लैब से उत्पति की रिपोर्ट सामने आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोविड की उत्पत्ति के संबंध में खुफिया समुदाय से ऐसी जानकारी एकत्र करने और विश्लेषण करने के अपने प्रयासों को फिर से तेज करने को कहा है, जो उन्हें एक निश्चित निष्कर्ष के करीब ला सकती है। इसके लिए बाइडेन ने 90 दिनों में रिपोर्ट करने को भी कहा है।
खुफिया समुदाय का मानना है कि यह वायरस फैलने को दो परिदृश्य संभव हैं. या तो वायरस तब फैलने लगा, जब कोई मानव किसी संक्रमित जानवर के संपर्क में आया हो या फिर इसकी उत्पत्ति एक से जुड़ी हो।इस मुद्दे पर बाइडेन का कहना है कि अमेरिका चीन पर पूर्ण पारदर्शी, साक्ष्य-आधारित अंतरराष्ट्रीय जांच में भाग लेने और सभी प्रासंगिक डेटा और साक्ष्य तक पहुंच प्रदान करने के लिए दुनिया भर में समान विचारधारा वाले भागीदारों के साथ काम करना जारी रखेगा।