शाहजहांपुर (उप्र), 20 सितंबर । विधि की छात्रा से दुष्कर्म के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद सहित चार लोगों को शुक्रवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गिरफ्तार किया है।
एसआईटी प्रमुख और पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चिन्मयानंद को मसाज (मालिश) की वीडियो क्लिपिंग भी दिखायी गयीं, जिस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जब आपको सब पता ही चल गया है तो मुझे कुछ नहीं कहना। मैं अपना अपराध स्वीकारता हूं और अपने कृत्य के लिए शर्मिन्दा हूं।’
कानूनी छात्रा के साथ यौन शोषण के आरोप में आज सुबह गिरफ्तार किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी चिन्मयानंद ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया जबकि स्वामी से जबरन उगाही के आरोप में तीन और लोग गिरफ्तार किये गये हैं जिनमें दो पीडिता के रिश्तेदार हैं।
उच्चतम न्यालय के आदेश पर पूरे मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख् और पुलिस महानिरीक्षक नवीन अरोड़ा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि स्वामी चिन्मयानंद ने बलात्कार के अलावा सभी आरोप स्वीकार कर लिए हैं । उन्होंने कहा कि छात्रा से फोन पर गंदी बात करने और उससे शरीर पर मालिश कराने की बात स्वामी ने कबूल की है ।
स्वामी के सामने अंतिम पूछताछ में पीडित छात्रा ने कहा कि वो आगे इस मामले में शर्म के कारण ज्यादा कुछ नहीं कह सकती ।
एसआईटी प्रमुख ने कहा कि स्वामी ने छात्रा से 200 बार फोन पर बात की जिसका रिकार्ड मौजूद है ।
श्री अरोड़ा ने कहा कि पुलिस ने चिन्मयानंद से जबरन उगाही के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें दो पीडिता का रिश्तेदार है । इन लोगों ने 5 करोड़ रूपए चिन्मयानंद से मांगे थे ओर इसके लिए उन्हें 4200 बार फोन किया था ।
दूसरी ओर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि एसआईटी उच्चतम न्यायालय के आदेश पर काम कर रही थी । उनके काम में किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं था। उन्होंने कहा कि जिसतरह लड़की का वीडियो वायरल हुआ था उसी तरह जबरन उगाही का भी वीडियो वायरल हो के सामने आया । लड़की और उसके दोस्त संजय ने स्वामी से पांच करोड़ रूपए मांगे थे ।
स्वामी चिन्मयानंद को आज सुबह उनके मुमुक्ष आश्रम के आवास से गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद उन्हें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ओमवीर सिंह की अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया । जांच एजेंसी के अधिकारी उन्हें जेल तक लेकर आये ।
गौरतलब है कि स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में लॉ की छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें उसने कहा था कि एक संन्यासी ने कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी। उसे और उसके परिवार को इस संन्यासी से जान का खतरा है।
इस मामले में लड़की के पिता ने चिन्मयानंद के खिलाफ यौन शोषण की शाहजहांपुर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दूसरी ओर चिन्मयानंद के वकील की ओर से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी का मामला दर्ज कराया गया था। उसके बाद छात्रा लापता हो गई थी और 30 अगस्त को उसे राजस्थान से बरामद किया था।
एस आई टी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने बताया कि चिन्मयानंद को जेल भेज दिया गया है । उन पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गयी है ।
अधिकारी ने बताया कि चिन्मयानंद को गिरफ्तार करने से पहले एक डाक्टर से सलाह ली गयी।
उन्होंने बताया कि एसआईटी ने मोबाइल काल डिटेल के डिजिटल रिकॉर्ड और टोल टैक्स प्लाजा के फुटेज हासिल किए और इस तरह एसआईटी कड़ी से कड़ी जोड़ कर इस मामले में यहां तक पहुंची है।
उन्होंने कहा, ‘हमें पता लगा कि लडकी शाहजहांपुर से बरेली गयी और फिर शिमला जाकर दिल्ली चली गयी । इसके बाद लडकी की लोकेशन राजस्थान के दौसा में मिली ।’
एसआईटी प्रमुख ने बताया कि संजय सिंह, सचिन सेंगर, विक्रम उर्फ दुर्गेश ओर एक अनाम शख्स (मिस ए) के खिलाफ भी आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। संजय, सचिन और विक्रम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है ।
अरोड़ा ने बताया कि एक जनवरी 2019 से लडकी ने संजय से लगभग 4200 बार फोन पर बात की जबकि उसने चिन्मयानंद से लगभग 200 बार बात की। पीड़िता और संजय के मैसेज भी देखे गए हैं जिनके जरिए ये संदेशों का आदान-प्रदान करते थे