श्रीनगर,19 अक्टूबर । पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को पूछताछ की।
इस बीच एनसी उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने डा. अब्दुल्ला से हुई पूछताछ को राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम बताया है जबकि पीडीपी के वरिष्ठ नेता एवं पीडीपी-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार के पूर्व प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा कि यह सरासर धमकी है।
ईडी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डा. अब्दुल्ला को दो दिन पूर्व ईडी की ओर से जेकेसीए घोटाले के संबंध में सोमवार को इसके सामने पेश होने का समन जारी किया गया था। डा. अब्दुल्ला आज जैसे ही यहां राजबाग स्थित कार्यालय में पहुंचे तो उनसे पूछताछ शुरू हो गयी।
इससे पहले डा. अब्दुल्ला से 31 जुलाई 2019 को चंडीगढ़ में पूछताछ की गयी थी। इसके पांच दिनों के बाद ही यानी पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया गया था तथा डा. अब्दुल्ला, उनके पुत्र उमर तथा सुश्री मुफ्ती समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को हिरासत में या फिर नजरबंद कर दिया गया था।
जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ में कथित 113 करोड़ रुपये की धांधली का मामला काफी पुराना है। पहले इसकी जांच जम्मू-कश्मीर पुलिस कर रही थी, जिसके बाद अदालत ने इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई )को सौंपा दिया था। बाद में इस पूरे मामला धनशोधन से जुड़ा और ईडी भी जांच में शामिल हो गया।
गुपकार समझौते पर एकजुटता पर ईडी कर रही कार्रवाई: उमर
इधर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने अपने पिता सांसद फारुख अब्दुल्ला से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ पर इसे केवल गुपकार समझौते पर जो पार्टियां एकजुट हुई हैं उसका बदला करार दिया है।
ईडी अधिकारी सोमवार को यहां फारुख अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में पैसों की अनियमितता के मामले में पूछताछ कर रहे हैं। इससे पहले भी ईडी फारूक अब्दुल्ला से इस मामले में सवाल-जवाब कर चुकी है।
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “ पार्टी की तरफ से ईडी के समन का जवाब दिया जाएगा । ये केवल गुपकार समझौते पर जो पार्टियां एकजुट हुई हैं उसका बदला लिया जा रहा है। हालांकि ईडी ने फारूक अब्दुल्ला के घर पर कोई रेड नहीं की है ।”
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बाद जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठक हुई थी जिसमें कांग्रेस भी शामिल हुई थी। बैठक में 370 अनुच्छेद को फिर से बहाल करने की मांग की गई है।
अनुच्छेद 370 की बहाली की जंग जारी रहेगी: फारूक
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि भले ही उन्हें जान की बाजी लगानी पड़े लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए अनुच्छेद 370 काे बहाल कराने का संघर्ष जारी रहेगा।
डॉ. अब्दुल्ला, जो जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के तत्कालीन अध्यक्ष थे,के कार्यकाल में करोड़ों के घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज उनसे करीब सात घंटे तक पूछताछ की।
डा. अब्दुल्ला ने दिन के दौरान राज बाग कार्यालय में ईडी द्वारा की गई पूछताछ के बाद संवादाताओं से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा, “ईडी अपना काम कर रही है और मैं अपना काम करूंगा।”
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह इस पर हमेशा स्पष्ट हैं और हमेशा ईडी का सामना करेंगे। उन्होंने तत्काल कहा कि उनके भाग्य का फैसला अदालत करेगी, अब वह अपना मामला अदालत के समक्ष रखेंगे।
संवाददाताओं के सवालों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा ईडी ने अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए लड़ने के उनके संकल्प को कमजोर करने का प्रयास किया, यह केवल उनका संकल्प नहीं है, बल्कि पूरे जम्मू कश्मीर के लोगों का संकल्प है। उन्होंने कहा चाहे वह जिंदा रहें या मर जाए उनका अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए जंग जारी रहेगी।