होशंगाबाद 14 अक्टूबर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा शनिवार को उनकी होशंगाबाद के सेठानी घाट से सिवनी ब्लॉक के लिए निकली। दिन में सूरज की तेज तपन की धूप से बेहाल दिग्विजय सिंह ने नर्मदा नदी में छलांग लगाई और खुद को तरोताजा किया। इसके बाद उन्होंने पत्नी अमृता के साथ पूजा-पाठ की और आगे की यात्रा के लिए रवान हो गए।
इसके पहले भी उनकी नर्मदा यात्रा का यह दौर चर्चाओं में है। कभी नदी के कीचड़ से गुजरे तो कभी बोरी बांध बनाकर कार्यकर्ताओं ने उनको नदी पार कराया। फिर करवाचौथ पर उनका व्रत चर्चा में रहा तो भाई और भतीजे के झांझ मजीरे बजाने के दृश्य ने हर किसी को रोमांचित किया। उनकी यात्रा शनिवार को डोंगरवाड़ा, तालनगरी होते हुए सिवनी ब्लॉक पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम रहेगा।
शुक्रवार को यात्रा का होशंगाबाद में जगह-जगह स्वागत किया गया। दो दर्जन से अधिक स्थानों पर जोरदार स्वागत किया गया। यात्रा में बैंड-बाजे के साथ घुड़सवार भी चले। दस किलोमीटर की यह यात्रा सात घंटे में पूरी हुई। बांद्राभान से सुबह नौ बजे रवाना हुई यात्रा दस किलोमीटर का फासला तय कर शाम करीब चार बजे सेठानी घाट पहुंची। इसके बाद दिग्विजय ने शाम को नर्मदा के सेठानी घाट पर महाआरती की। यात्रा मदरसा पर भी रूकी, जहां मुस्लिम समुदाय ने स्वागत किया। राजपूत समाज से लेकर शहर में कई जगह परिक्रमा वासियों को हार-फूल से स्वागत किया गया।
भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा यात्रा में शामिल हुए और उनके पूरे परिवार ने दिग्विजय सिंह, उनकी पत्नी अमृता सिंह और भाई लक्ष्मण सिंह का स्वागत किया। पूर्व विधायक शर्मा अपने बेटे के साथ सुबह ही बांद्राभान पहुंच गए थे। इसके बाद बेटे, पत्नी ने दिग्विजय सिंह और उनके परिवार को घर बुलाकर स्वागत किया। उन्हें नर्मदा से जुड़ी जानकारियां भी दी। इस दौरान उनके बड़े भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा भी मौजूद थे। यात्रा में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, पूर्व विधायक राजकुमार पटेल, पीसी शर्मा, पारस सखलेचा सहित सैकड़ों कांग्रेसी शामिल रहे। बांद्राभान में कलेक्टर अविनाश लवानिया, एसपी अरविंद सक्सेना ने भी दिग्विजय सिंह से भेंट की।