मुंबई, 30 अक्टूबर। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और शिव सेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रही खींचतान के बीच देवेंद्र फड़णवीस को बुधवार भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
भाजपा और शिव सेना ने हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव समझौता कर लड़ा था । भाजपा 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी है जबकि सहयोगी शिव सेना को 56 सीटें मिली हैं । चौबीस अक्टूबर को आए नतीजों के बाद दोनों ही दलों में मुख्यमंत्री पद को लेकर रार मची हुई है । शिव सेना मुख्यमंत्री कार्यकाल को लेकर 50..50 की बात कर रही है जबकि भाजपा इस पर सहमत नहीं बताई जा रही है ।
दोनों दलों के बीच जारी घमासान के बीच आज भाजपा विधायक दल की बैठक हुई जिसमें श्री फडणवीस को एक बार फिर नेता चुना गया । श्री फडणवीस की अगुवाई में भाजपा.शिवसेना की सरकार ने पिछले पांच साल महाराष्ट्र में शासन चलाया ।
केंद्र की तरफ से पर्यवेक्षक के रुप में बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और अविनाश राय खन्ना मौजूद थे।
विधायक दल की बैठक में भाजपा राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने श्री फडणवीस को विधायक दल का नेता बनाये जाने का प्रस्ताव रखा । बैठक में मौजूद सभी विधायकों ने सर्वसम्मत से श्री फडणवीस को विधायक दल का नेता चुने जाने पर मुहर लगाई।
निर्दलीय उम्मीदवार विनय कोरे का भाजपा को समर्थन
कोल्हापुर जिला के शाहूवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक विनय कोरे ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस से मुलाकात करने के बाद बुधवार को श्री कोरे ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा कर दी। श्री कोरे एनडीए समूह में शामिल जन सुराज्य शक्ती पार्टी के थे लेकिन चुनाव से पूर्व यह सीट शिव सेना के हिस्से में चली गयी थी जिसके कारण श्री कोरे ने बगावत कर दी और निर्दलीय चुनाव लड़ा था।