नयी दिल्ली, 22 अगस्त । दिल्ली के तुगलकाबाद में गुरु रविदास मंदिर गिराये जाने के बाद हिंसा मामले में गिरफ्तार भीम सेना के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद समेत गिरफ्तार सभी 96 लोगों को अदालत ने गुरुवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
यह मंदिर उच्चतम न्यायालय के आदेश पर गिराया गया था। मंदिर गिराने के विरोध में भीम सेना के कार्यकर्ताओं ने प्रमुख चंदेशखर की अगुवाई ने बुधवार को प्रदर्शन किया था और हिंसा पर उतर आये और उत्पात मचाया तथा कई वाहनों में तोड़फोड़ की थी।
दलित प्रदर्शन: ‘दंगा करने’ के मामले में भीम आर्मी प्रमुख गिरफ्तार
इससे पहले भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को दंगा करने और अवैध रूप से एकत्र होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और उन्हें बृहस्पतिवार को अदालत के समक्ष पेश किया गया । पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
रविदास मंदिर गिराए जाने के विरोध में दलितों का प्रदर्शन हिंसक हो गया था जिसके कारण पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए ‘‘हल्का लाठीचार्ज’’ और आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। इसके बाद चंद्रशेखर और करीब 96 अन्य को बुधवार की रात तुगलकाबाद इलाके से हिरासत में लिया गया।
अधिकारी ने बताया, ‘‘दंगा करने, अवैध रूप से एकत्र होने, लोकसेवक को उसका कर्तव्य पूरा करने से रोकने के लिए जानबूझकर चोट पहुंचाने और अन्य आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा 96 अन्य प्रदर्शनकारी पुलिस हिरासत में हैं। जांच जारी है।’’
उच्चतम न्यायालय के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण ने 10 अगस्त को मंदिर गिराया था।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मंदिर स्थल तक जाने की अनुमति नहीं दी थी जिसके कारण प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए।
पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी और कारों एवं पुलिस वाहन में तोड़-फोड़ की। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि सरकार तुगलकाबाद में भूखंड समुदाय को सौंपे और मंदिर का पुनर्निर्माण कराया जाए।