नईदिल्ली 27 जनवरी । दिल्ली पुलिस ने FIR में जो धाराएं लगाई हैं उसमें आपराधिक षड्यंत्र, डकैती, डकैती के दौरान घातक हथियार का प्रयोग और हत्या का प्रयास जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।पुलिस ने कुल कुल 13 धाराएं लगाई हैं।
ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस द्वारा दर्ज FIR में 37 किसान नेताओं के भी नाम हैं,धरने में शामिल लगभग सभी नेताओं के नाम इसमें हैं।
समयपुरी बादली की एफआईआर नंबर 39 में नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर और स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव का नाम है।
जमुरी किसान सभा पंजाब के कुलवंत सिंह संधू, भारतीय किसान सभा डाकोड़ा के बूटा सिंह, कवंलप्रीत सिंह पन्नू, किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू, सुरजीत सिंह फूल, जोगिंदर सिंह हरमीत सिंह कादियान, बलवीर सिंह राजेवाल, सतनाम सिंह साहनी, डॉ दर्शन पाल, भोग सिंह मनसा, बलविंदर सिंह ओलक, सतनाम सिंह भेरु, बूटा सिंह शादीपुर, बलदेव सिंह सिरसा, जगबीर सिंह टाडा, मुकेश चंद्र, सुखपाल सिंह डाफर, हरपाल सांगा, कृपाल सिंह नाटूवाला, राकेश टिकैत, कविता, ऋषि पाल अंबावता, वीएम सिंह और प्रेम सिंह गहलोत का नाम शामिल है।
इन 37 किसान नेताओं पर FIR:
- डॉक्टर दर्शन पाल, बीकेयू क्रांतिकारी दर्शनपाल ग्रुप
- कुलवंत सिंह संधू, जम्हूरी किसान सभा पंजाब
- बूटा सिंह बुर्जगिल, भारतीय किसान सभा, धकोंडा
- निर्भय सिंह धुड़ीके, कीर्ति किसान यूनियन, धुड़ीके ग्रुप
- रुल्दू सिंह, पंजाब किसान यनियन, रुल्दू ग्रुप
- इंदरजीत सिंह, किसान संघर्ष कमेटी, कोट बुद्धा ग्रुप
- हरजिंदर सिंह टांडा, आजाद किसान संघर्ष कमेटी
- गुरबख्श सिंह, जय किसान आंदोलन
- सतनाम सिंह पन्नू, किसान मजदूर संघर्ष समिति, पिड्डी ग्रुप
- कंवलप्रीत सिंह पन्नू, किसान संघर्ष कमेटी पंजाब
- जोगिंदर सिंह उग्राहा, भारतीय किसान यूनियन उग्राहां
- सुरजीत सिंह फूल, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी
- जगजीत सिंह डालेवाल, भारतीय किसान यूनियन, सिद्धूपुर
- हरमीत सिंह कड़ियां, बीकेयू, कड़ियां
- बलबीर सिंह राजेवाल, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल
- सतनाम सिंह साहनी, भारतीय किसान यूनियन, दोआबा
- बोघ सिंह मानसा, भारतीय किसान यूनियन मानसा
- बलविंदर सिंह औलख, माझा किसान कमेटी
- सतनाम सिंह बेहरू, इंडियन फार्मर एसोसिएशन
- बूटा सिंह शादीपुर, भारतीय किसान मंच
- बलदेव सिंह सिरसा, लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी
- जगबीर सिंह जाड़ा, दोआबा किसान समिति
- मुकेश चंद्रा, दोआबा किसान संघर्ष कमेटी
- सुखपाल सिंह डफ्फर, गन्ना संघर्ष कमेटी
- हरपाल सिंह सांघा, आजाद किसान कमेटी दोआब
- कृपाल सिंह नाथूवाला, किसान बचाओ मोर्चा
- हरिंदर सिंह लाखोवाल, भारतीय किसान यूनियन लाखोवाल
- प्रेम सिंह भंगू, कुलहिंद किसन फेडरेशन
- गुरनाम सिंह चडूनी, भारतीय किसान यूनियन चडूनी
- राकेश टिकैट, भारतीय किसान यूनियन
- कविता कुमगुटी, महिला किसान अधिकार मंच
- रिषिपाल अंबावाटा, भारतीय किसान यूनियन अंबावाटा
- वीएम सिंह, ऑल इंडिया किसान संघर्ष कोऑर्डिनेशन कमेटी
- मेधा पाटेकर, नर्मदा बचाओ
- योगेंद्र यादव, स्वराज इंडिया
- अवीक साहा, जन किसान आंदोलन, स्वराज इंडिया
- प्रेम सिंह गहलोत, ऑल इंडिया किसान सभा
पुलिस की एफआईआर में आपराधिक षड्यंत्र, डकैती, डकैती के दौरान घातक हथियार का प्रयोग और हत्या का प्रयास जैसी गंभीर धाराओं समेत कुल 13 धाराएं लगाई गई हैं।
इस किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान मंलगवार को हुई झड़प में दिल्ली पुलिस के 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए, एफआईआर में दावा किया गया कि इलाके में 600 ट्रैक्टरों के जरिए 10 हजार से ज्यादा किसानों के दाखिल होने के बाद कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और लोहे के 70 बैरिकेड को तोड़ दिया गया।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तिलक ब्रिज से लुटियन दिल्ली में दाखिल होने का प्रयास किया जबकि इंद्रप्रस्थ इस्टेट थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर परेड आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गयी थी।
FIR के अनुसार किसानों ने बैरिकेड तोड़ डाले और आईटीओ में ट्रैक्टरों से डीटीसी की बसों को टक्कर मारी और पुलिसकर्मी को कुचलने का प्रयास किया।
किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान उत्पात मचाने वाले 100 से अधिक गिरफ्तार, 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया:
इस घटना को लेकर अब तक कुल 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें किसान नेताओं का नाम भी शामिल हैं ।
दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले सहित अलग-अलग जगहों पर मचाये गए उत्पात के बाद बुधवार को 93 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। उक्त मामले में उन किसान नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस की तरफ से एफआईआर दर्ज की गई , जिन्होंने इस ट्रैक्टर रैली के लिए अनुमति मांगी थी। फिलहाल पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने 37 शर्तों के साथ किसान नेताओं को ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन मंगलवार को निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान सभी तय शर्तों की धज्जियां उड़ा दी गईं।
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने 300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को चोटें पहुंचाईं। बैरिकेड्स, गाड़ियों और बसों में जमकर तोड़फोड़ भी की। इसके साथ ही लाल किले में घुसकर भी तोड़फोड़ की गई। इसके अलावा काफी सामान भी यहां से लूटा गया है। इस प्रदर्शन के दौरान 200 से ज्यादा लोगों को उत्पात मचाते समय पकड़ा गया । सत्यापन के बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है।
दिल्ली पुलिस की तरफ से मंगलवार को हुई इस घटना को लेकर अब तक कुल 22 एफआईआर दर्ज की गई । इनमें किसान नेताओं का नाम भी शामिल है, क्योंकि उन्होंने पुलिस के तय किए गए नियमों का पालन करने का आश्वासन दिया था, लेकिन ट्रैक्टर रैली के दौरान इन सभी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। इसे लेकर उत्तरी रेंज पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उनमें किसान नेताओं के नाम भी शामिल किए गये । फिलहाल पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि किन किसान नेताओं को आरोपित बनाया गया है।
वहीं सूत्रों की मानें तो ट्रैक्टर रैली के लिए अनुमति मांगने वाले अधिकांश नेताओं के नाम उक्त एफआईआर में आरोपित के तौर पर रखे गए हैं।
क्राइम ब्रांच करेगी मामले की जांच
पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली के अलग-अलग थानों में दर्ज की गई 22 एफआईआर की जांच अब क्राइम ब्रांच करेगी। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर यह मामला जल्द ही क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। दिल्ली पुलिस द्वारा आईपी स्टेट, बाबा हरिदास नगर, नजफगढ़, उत्तम नगर, गाजीपुर, पांडव नगर, बुराड़ी, कोतवाली, ज्योति नगर, आदर्श नगर, मॉडल टाउन, अलीपुर, भलस्वा डेरी, समय पुर बादली, स्वरूप नगर, सीमापुरी, कीर्ति नगर और पंजाबी बाग में एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें अभी तक 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारी हिरासत में लिये जा चुके हैं। वहीं अन्य आरोपितों की पहचान के लिए जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।