नयी दिल्ली 21 दिसंबर । दिल्ली की एक अदालत ने दरियागंज हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार 15 लोगों को शनिवार को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
दिल्ली पुलिस ने आज इन लोगों को अदालत ने पेश किया था। पुलिस ने इन लोगों पर दंगा भड़काने और पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में बाधा पहुंचाने तथा एक वाहन में आग लगाने का आरोप है।
दरियागंज हिंसा के संबंध में हुई गिरफ्तारी ;
पुरानी ने दिल्ली के दरियागंज में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ एक प्रदर्शन के दौरान हिंसा के संबंध में लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने शनिवार को बताया कि उन पर दंगा करने और पुलिसकर्मियों को ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए बल प्रयोग करने का आरोप लगाया गया है।
पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार शाम को सुभाष मार्ग इलाके में खड़ी एक निजी कार को आग लगा दी थी। आग पर फौरन काबू पा लिया गया था
सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग यहां दिल्ली गेट के पास हिंसक हो गये और इस दौरान एक वाहन में भी आग लगा दी।
पुलिस के अनुसार दरियागंज में घंटों से एकत्र भीड़ शाम को हिंसक हो गयी। पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ी लेकिन बड़ी संख्या में लोग दरियागंज में जमा हो गये।
प्रदर्शन को देखते हुए मंडी हाउस से आईटीओ की ओर जाने वाली सड़कों पर यातायात रोक दिया गया। इसके साथ लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने तथा सुरक्षा कारणों से पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार, लाल किला, जामा मस्जिद दिल्ली गेट समेत 17 मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया। विभिन्न छात्र संगठनों की ओर से इंडिया गेट के निकट शाम के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर इन मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया।
भीम आर्मी प्रमुख की जमानत याचिका खारिज
दिल्ली की एक अदालत ने नागरिकता (संशोधन) कानून(सीएए) के विरोध में शुक्रवार को दरियागंज इलाके में कथित रूप से हिंसा भड़काने के आरोप में हिरासत में लिए गये भीम सेना आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को शनिवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
मेट्रोपोलिटीन मजिस्ट्रेट अरजिन्दर कौर ने मामले की सुनवाई के बाद कहा कि जमानत के लिए ठोस आधार न होने के कारण याचिका मंजूर नहीं की जा सकती और आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद को यहां जामा मस्जिद के निकट शनिवार को तड़के हिरासत में लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को उकसाने की आशंका को देखते तड़के चार बजे में करीब चन्द्रशेखर को हिरासत में लिया गया।
चंद्रशेखर ने हिरासत में लिए जाने से पहले ट्वीट कर कहा पुलिस जामा मस्जिद के सामने गली में अपने घरों के आगे शांतिपूर्ण तरीके से खड़े लोगों को लाठीचार्ज और केस दर्ज करने का डर दिखाकर उकसा रही है। यह पुलिस की आंदोलन को बदनाम करने की सोची समझी साजिश लग रही है।
उन्होंने एक अन्य वीडियो ट्वीट में कहा कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ आज बड़ी लड़ाई है। यह कानून मुल्क को तोड़ देगा। उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन चलाने की अपील करते हुए की यह लड़ाई किसी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं है बल्कि देश बचाने की है। सरकार को इस कानून को वापस लेना होगा। देश को कमजोर करने की साजिश की जा रही है और खासकर दलितों पिछड़ों के हक को छीनने की साजिश की जा रही है।
गौरतलब है कि चंद्रशेखर ने शुक्रवार को पुरानी दिल्ली की जामा मस्जिद से संविधान की कॉपी हाथ मे लेकर जंतर मंतर तक पैदल मार्च करके जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का निर्णय लिया था लेकिन पुलिस ने मार्च करने की इजाजत नहीं दी थी।
उल्लेखनीय है कि कल नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दिल्ली गेट के पास शुक्रवार को हुई हिंसा में 33 लोग घायल हो गये, जिसमें लगभग 10 पुलिसकर्मी है। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली गेट इलाके में शाम को प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार के बाद लाठी चार्ज किया किया था। दिल्ली गेट के पास प्रदर्शनकारी हिंसक हो गये और एक वाहन में आग लगा दी।
पुलिस के अनुसार दरियागंज में घंटों से एकत्र भीड़ शाम को हिंसक हो गयी। पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ी लेकिन बड़ी संख्या में लोग अब भी दरियागंज में जमा हो गये थे।
इसके अलावा जामा मस्जिद के बाहर और इंडिया गेट पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एकत्र हैं और लगातार सीएए और एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
प्रदर्शन को देखते हुए मंडी हाउस से आईटीओ की ओर जाने वाली सड़कों पर यातायात रोक दिया गया है। इसके साथ लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने तथा सुरक्षा कारणों से पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार, लाल किला, जामा मस्जिद दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया। विभिन्न छात्र संगठनों की ओर से इंडिया गेट के निकट शाम के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर ज्यादा भीड़-भाड़ वाले कश्मीरी गेट, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, मंडी हाउस, जनपथ, खान मार्केट मेट्रो स्टेशन को बंद किया गया था।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान दिल्ली गेट इलाके में हुई हिंसा के बाद बड़ी संख्या में हिरासत में लिए गए लोगो की रिहाई के लिए लोग ने पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद और फासीवाद हो बर्बाद जैसे नारे लगा रहेथे । प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस ने दिल्ली गेट इलाके से लगभग 200 लोगों को हिरासत में ले लिया । प्रदर्शन के दौरान हुयी हिंसा में 42 लोगों के घायल होने की सूचना रही जिसमें 15 से पुलिस अधिकारी शामिल हैं । इस घटना में पुलिस के कुछ बड़े अधिकारी घायल हुए हैं। हर तरफ पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है ताकि पुलिस मुख्यालय के पास जाने से लोगो को रोक जा सके। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में गश्त बढा दीथी ।
राजघाट पर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कांग्रेस का धरना
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच कांग्रेस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर सोमवार को धरना देगी।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि धरना स्थल पर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के सभी बड़े नेताओं के मौजूद रहने की उम्मीद है। श्री गांधी एक आधिकारिक प्रतिनिधि मंडल के साथ दक्षिण कोरिया की यात्रा पर हैं और वह आज देर रात स्वदेश लौट रहे हैं।
सीएए , एनआरसी असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कवायद : सुभाष चाेपड़ा
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने नागरिक (संशोधन) कानून (सीएए) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक वारदातों की कड़ी निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि केन्द्र सरकार सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) जैसी कवायद बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कर रही है।
श्री चोपड़ा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि देश में किसानों, बेरोजगारों, दुकानदारों और मजदूरों की समस्याओं तथा आर्थिक मंदी से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए केन्द्र सरकार सोची-समझी रणनीति के तहत सीएए और एनआरसी जैसी कवायदें कर रही है। उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में छात्रों के साथ पुलिस की कथित बर्बरता की निंदा करते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस पीड़ित छात्रों की हर संभव सहायता करेगी।