नयी दिल्ली 27 जनवरी । भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने आरोप लगाया है कि 26 जनवरी को किसान क़ानूनों को वापस लेने की माँग को लेकर हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान कांग्रेस ने किसानों को हिंसा के लिए उकसाया था ।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बुधवार को यहाँ संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि ट्रैक्टर परेड की आड़ में जो हिंसा हुई उसके पीछे कांग्रेस जैसी सियासी ताकतें थीं। उन्होंने कहा कि कल के यूथ कांग्रेस और कांग्रेस से संबंधित संस्थाओं के ट्वीट इसके प्रमाण हैं।
श्री जावडेकर ने कहा,“जिन्होंने भी 26 जनवरी को किसानों को उकसाया उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लाल किले पर तिरंगे का अपमान हुआ उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।”
उन्होंने कहा,“कांग्रेस हताश और निराश है, चुनाव में हार रहे हैं, वामपंथियों की भी वही हालत है। इसलिए पश्चिम बंगाल में नई दोस्ती का रिश्ता ढूंढ रहे हैं। कांग्रेस किसी भी तरह से देश में अशांति फैलाना चाहती है। श्री राहुल गांधी किसानों का समर्थन नहीं कर रहे थे वे बल्कि उन्हें उकसा रहे थे।”
भाजपा नेता ने कहा,“पंजाब में कांग्रेस की सरकार है। पंजाब सरकार ने पंजाब से निकलने वाले ट्रैक्टर पर पाबंदी नहीं लगाई। कांग्रेस की रैली हुई, सड़क पर आने की बात हुई और दूसरे दिन लोग सड़क पर आ गए। कांग्रेस ट्रैक्टर मार्च के समर्थन में खड़ी थी। कांग्रेस के एक ट्वीट ने तो एक्सीडेंट में मरे किसान को पुलिस बर्बरता के चलते बता दिया। जब पूरे देश से सवाल उठे तब राहुल जी का बयान आया हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस चाहती है कि पुलिस सख़्ती करे और जान माल की हानि हो।
श्री जावडेकर ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ बातचीत के दरवाजे बंद होने की बात कभी नहीं कही है।
गौरतलब है कि किसानों की मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ओर से निकाली गयी ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के कारण अराजक माहौल पैदा हो गए थे। बड़ी संख्या में उग्र प्रदर्शनकारी बैरियर तोड़ते हुए लाल क़िला पहुंच गए और उसकी प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया था।
गणतंत्र दिवस पर हिंसा के लिए अमित शाह जिम्मेदार, हों बर्खास्त: कांग्रेस
इधर कांग्रेस ने गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को खुफिया तंत्र की विफलता बताते हुए कहा है कि गृहमंत्री अमित शाह इसके लिए जिम्मेदार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें तत्काल बर्खास्त करना चाहिए।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कानून व्यवस्था और खुफिया तंत्र की नाकामी के लिए श्री शाह जिम्मेदार हैं। किसान आंदोलन की आड़ में दिल्ली में जो सुनियोजित हिंसा तथा अराजकता हुई है उससे जुड़ी सारी खुफिया जानकारी श्री शाह के पास थी और उसके बावजूद हिंसा का तांडव रोकने में वह नाकाम रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब सारी जानकारी गृहमंत्री को थी तो समय पर हिंसा रोकने के लिए कदम नहीं क्यों नही उठाए गये।
उन्होंने इसे गृहमंत्री की विफलता बताया और कहा कि इस नाकामी को देखते हुए श्री शाह को एक पल भी पद पर बने रहने का हक नहीं है।
उनका कहना था कि एक साल के भीतर दिल्ली में दूसरी बार हिंसा हुई है जिससे साबित होता है कि श्री शाह इस पद के लिए काबिल नहीं हैं इसलिए उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए।
प्रवक्ता ने कहा कि सरकार उपद्रिवयों के साथ मिली है और सोची समझी साजिश के तहत दोनों की मिलीभगत से दिल्ली में हिंसा को अंजाम दिया गया है। सरकार आंदोलनकारी किसानों की समस्या का समाधान करने की बजाए उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है। इसी का परिणाम है कि सरकार उपद्रवियों तथा अवांछित तत्वों पर कार्रवाई करने की बजाए किसान मोर्चा के नेताओं पर मुकदमे दर्ज कर रही है।