नयी दिल्ली , 14 दिसंबर ।सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एक दिन के उपवास को पाखंड बताया है ।
श्री जावड़ेकर ने सोमवार को ट्वीट कर कहा , “ केजरीवाल जी , ये आपका पाखंड है। आपने पंजाब विधानसभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर कृषि उत्पाद बाज़ार समिति ( एपीएमसी) कानून में संशोधन किया जाएगा। नवम्बर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हो। यह कुछ और नहीं बल्कि पाखंड ही है। ”
सिसोदिया ने केजरीवाल के उपवास को पाखंड बताने पर जावडेकर पर किया कटाक्ष
इधर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों को जेल में डालने की आपकी साज़िश को नाकाम करें तो वह पाखंडी हो गए।
श्री सिसोदिया ने ट्वीट करके आज कहा , “ वाह प्रकाश जावड़ेकर जी। आप काले क़ानून बनाकर किसानों की खेती बर्बाद करें, प्रदर्शनकारी किसानों को जेल में डालने की साज़िश करें तो आप हितैषी। अरविंद केजरीवाल किसानों को जेल में डालने की आपकी साज़िश नाकाम करें, उनकी सेवा करें, समर्थन में उपवास करें तो पाखंडी।”
इससे पहले श्री केजरीवील ने कहा , “ उपवास पवित्र होता है। आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए। प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए। अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी।”
केजरीवाल ने की थी किसानों के समर्थन में उपवास रखने की अपील
कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह किसानों के समर्थन में सोमवार को एक दिन का उपवास करेंगे और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं तथा देशवासियों से अपील है कि वे भी एक दिन का उपवास रखें।
श्री केजरीवाल यहां संवाददाताओं से कहा था कि पिछले कुछ दिनों से भाजपा के मंत्री और नेता किसानों को देशद्रोही बताकर उनके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। देश की रक्षा करने वाले हजारों पूर्व सैनिक भी किसानों के साथ बॉर्डर पर बैठे हैं, खिलाड़ी, सेलिब्रिटी और डाॅक्टर आदि भी समर्थन में हैं। भाजपा के मंत्री-नेता बताएं कि क्या ये सारे लोग देशद्रोही हैं? उन्होंने कहा था कि अन्ना हजारे के साथ रामलीला मैदान में हुए आंदोलन के दौरान कांग्रेस की केंद्र सरकार ने भी उन्हें देश विरोधी बता कर बदनाम किया था, आज वही काम भाजपा सरकार कर रही है।
उन्होंने कहा “ किसानों ने सोमवार को एक दिन के उपवास का ऐलान किया है। पूरे देश की जनता से उन्होंने अपील की है कि उनके समर्थन में सब लोग एक दिन का उपवास रखें। मैं भी उनके साथ एक दिन का उपवास रखूंगा। मैं सभी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं, समर्थकों से अपील करता हूं कि वो भी किसानों की इन मांगों के समर्थन में एक दिन का उपवास रखें। मैं देश के सभी लोगों से अपील करता हूं। ऐसे बहुत सारे लाखों-करोड़ों लोगों को मैं जानता हूं जो दिल से किसानों के साथ हैं। अपने दिन-ब-दिन की दिनचर्या की वजह से वह सीमा पर नहीं पहुंच पा रहे हैं, लेकिन वे दिल से उनके साथ हैं। अब उनको भी मौका मिला है। ऐसे सब लोग अपने-अपने घरों में एक-एक दिन का उपवास रखें और किसानों की मांगों के समर्थन में प्रार्थना करें। ”
मुख्यमंत्री ने कहा था कि “ मुझे अन्ना हजारे के आंदोलन के दिन याद आ गए। उस वक्त की कांग्रेस की सरकार भी तरह तरह के षड्यंत्र रच कर हम लोगों के खिलाफ रोज अखबारों, मीडिया, टीवी चैनलों पर स्टोरी प्लान करवाती थी। उन दिनों कांग्रेस के द्वारा जिस तरह से उनके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की जा रही थी, आज वही कोशिश किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए बीजेपी, सत्तापक्ष कर रहा है। इस देश के अंदर जमाखोरी करना जुर्म होता था, क्योंकि जमाखोरी करने से कीमतें बढ़ती थी। अब केंद्र सरकार जो कानून लाई है, उसमें जमाखोरी करना अपराध खत्म कर दिया गया है। अब जमाखोरी करना अपराध नहीं बचा है। अब कोई कितने भी सामान, अनाज की जमाखोरी कर सकता है। ऐसे में जिनके पास पैसा है, वह अपने पास बहुत सारा अनाज स्टोर करके रख लेंगे। ”
उन्होंने कहा कि इस देश का एक-एक आदमी इन कानूनों को समझ रहा है। हर आदमी इन कानूनों को और इनकी बारीकियों को समझ रहा है। ऐसे लोग जो अपनी जिंदगी में व्यस्त होने की वजह से सीमा पर नहीं पहुंच पा रहे हैं, उनका दिल किसानों के साथ है। मेरी केंद्र सरकार से गुजारिश है कि अहंकार छोड़िए। अहंकार अच्छी चीज नहीं होती। सरकारें जनता से बनती हैं, जनता सरकारों से नहीं बनती है। अगर जनता इन तीनों कानूनों के खिलाफ है तो इन तीनों बिलों को तुरंत रद्द किया जाए। जितनी भी किसानों की मांगें हैं उन सारी मांगों को तुरंत मंजूर किया जाए।