नई दिल्ली 22 जनवरी । दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को लिखे एक खुले पत्र में 20 आप विधायकों को लाभ का पद के कारण अयोग्य करार दिए जाने के मामले में उनका समर्थन मांगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पत्र को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की निंदा की और दिल्ली की सभी 70 सीटों पर लडऩे की चुनौती दी।
सिसोदिया ने ट्वीट किए गए पत्र में भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर बाधाएं डालकर दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को काम नहीं करने देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की देशभर में तेजी से बढ़ती लोकप्रियता से डरा हुआ है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा आप के 20 विधायकों को अयोग्य करार देने की निर्वाचन आयोग की सिफारिश को मंजूरी दिए जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार फिर केंद्र दिल्ली के विकास में बाधा डाल रहा है।
सिसोदिया ने कहा कि इन विधायकों के खिलाफ लाभ का पद धारण करने के आधार पर लगाए गए आरोप झूठे हैं और उन्हें कोई सरकारी वाहन, बंगला या वेतन नहीं दिया गया। उन्होंने लिखा, वे बिना किसी तरह का लाभ लिए शहर के विकास में योगदान देने के जुनून के साथ काम कर रहे थे।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने इन 20 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव थोप कर दिल्ली के विकास पर पूर्ण विराम लगा दिया है। इन चुनावों को कराने के लिए जनता का धन अनावश्यक बर्बाद किया जाएगा। दिल्ली भाजपा के प्रमुख मनोज तिवारी ने खुले पत्र को लेकर केजरीवाल पर हमला किया और आप को सभी 70 सीटों पर चुनाव लडऩे की चुनौती दी।
सिसोदिया के खुले पत्र को एक ट्वीट में संलग्न करते हुए तिवारी ने कहा, लोगों का जवाब है कि पत्र नहीं लिखें और 20 सीटों पर चुनाव लडऩे की बजाय सभी 70 सीटों पर लड़ें। मनोज तिवारी ने केजरीवाल को अपनी छवि बचाने और खुद को जनता की अदालत में पेश करने की सलाह दी।
विश्वास का केजरीवाल पर निशाना
लाभ के पद में फंसे आप विधायकों से पार्टी में राजनीतिक संकट के बीच विश्वास ने महाराष्ट्र के अहमदनगर में आयोजित एक कवि सम्मेलन में कहा कि वह शनि भगवान को नमन करते हैं कि वह दुष्टों के सिर पर ऐसे ही तांडव करते रहें और सज्जनों को बचाते रहें। उन्होंने कहा कि मंच पर विराजमान लोगों का किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई वास्ता नहीं है और आप से कुमार विश्वास का कितना ताल्लुक है ये तो सभी जान ही गए हैं। उनके इस अंदाज को श्रोताओं ने खूब सराहा। कुमार ने यह भी साफ किया कि राजनीति उनके पैरों की जूती है और कविता सर की पगड़ी है। जब कई बार अहंकारी राजसत्ताएं आपकी इस पगड़ी पर हाथ डालने लगे, तो इस जूती को हाथ में उठाना पड़ता है। जो मंच पर होता है, वह सोचता है कि उसके पास ज्यादा अधिकार है, चाहे वो संत हो या आम आदमी या राजा ही सही, थोड़ा तो स्वाभिमान आ ही जाता है। सांसों की सीमा निश्चित है, इच्छाओं का अंत नहीं है, जिसकी कोई इच्छा न हो ऐसा कोई संत नहीं है। विश्वास ने रामायण की घटनाओं का वर्णन करते हुए कहा कि जिस राम के लिए हनुमान ने सारा जीवन दे दिया, जिस राम के लिए उनके पीछे-पीछे चल दिए, वहीं राम आज उनकी बात नहीं मान रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा
रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नजफगढ़ में एक सभा को संबोधित करते हुए पूरी तरह से चुनावी मूड में लग रहे थे। वहां से आप के विधायक कैलाश गहलोत को अयोग्य करार दिया गया है। अरविंद केजरीवाल ने वहां के लोगों से अपना वोट सोच समझकर देने की अपील की है। गहलोत के सामने लोगों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि विकास कार्यों में किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।attacknews.in