विधायक राम बाई के पति की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित
दमोह 16 मार्च । मध्यप्रदेश के दमोह जिले में देवेंद्र चौरिसया हत्याकांड के मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की विधायक श्रीमती राम बाई की पति गोविंद सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की गतिविधियां तेज हो गई है।
राज्य शासन द्वारा एसटीएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस मामले में एसटीएफ के एडीजी विपिन माहेश्वरी कल दमोह पहुंच गये है।
पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान द्वारा गोविंद सिंह की गिरफ्तारी के लिए नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के नेतृत्व में 5 टीमों का गठन किया है।
यह टीमें प्रतिदिन की गतिविधि की जानकारी पुलिस अधीक्षक को प्रस्तुत करेंगे।
इस टीम में पथरिया, हटा, कोतवाली, मगरोन और दमोह देहात थाना प्रभारी को शामिल किया गया है।
इस मामले में एसटीएफ के एडीजी समूचे प्रकरण पर निगरानी रखकर कार्यवाही कर रहे हैं।
कांग्रेस के दिग्गज नेता की हत्या का पूरा मामला:
घटनाक्रम 16 Mar 2019 का हैं जब कांग्रेस के दिग्गज नेता देवेंद्र चौरिसया की हत्या उनके ही हटा स्थित कार्यालय के पास हमलावरों ने कर दी गग। इस वारदात में चौरसिया के पुत्र को भी गंभीर चोटें आई थी। इस वारदात को अंजाम देने में बसपा की पथरिया विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह, देवर कौशलेंद्र सिंह चंदू और उनके भतीजे गोलू सिंह, भाई लोकेश सिंह सहित २० से २५ लोग शामिल थे जिनमें से प्राथमिक आधार पर ७ पर नामजद अपराध दर्ज कर लिया गया था ।
इस सनसनीखेज वारदात के सामने आने के बाद पूरे प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया था ।
यह है पूरा मामला
शुक्रवार की सुबह कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया अपने पुत्र सोवेश चौरसिया के साथ हटा-बोरी रोड स्थित कार्यालय जा रहे थे। इसी दौरान करीब 4 वाहनों से आए 20 से 30 हमलावरों ने अचानक हमला कर दिया। हमला में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया मौके पर ही अचेत हो जाते है। जबकि सोवेश को गंभीर चोटे आती है। बाद में दोनों को दमोह से जबलपुर की निजी अस्पताल रेफर किया जाता है। जहां उपचार के दौरान देवेंद्र चौरसिया की मौत हो जाती है। जबकि सोवेश की हालत अब भी गंभीर बनी हुई थी ।
हमलावरों में पथरिया विधायक का परिवार
मामले में देवेंद्र के भाई अशोक चौरसिया ने हटा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिक जांच के आधार पर पथरिया से बसपा विधायक रामबाई सिंह के पति गोविंद सिंह, देवर कौशलेंद्र सिंह उर्फ चंदू, भतीजे गोलू सिंह, भाई लोकेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटैल के पुत्र सरपंच इंद्रपाल पटैल, ठेकेदार श्रीराम राम और अमजद पठान सहित अन्य के विरुद्ध मामला दर्जं कर आरोपियों की तलाश शुरू कर की।
मौके पर जो हुआ:
देवेंद्र चौरसिया के भाई व उनका पुत्र पहले से कार्यालय में मौजूद था। जिन्होंने देखा के बसपा विधायक के परिजन, जिपं अध्यक्ष के पुत्र सहित २० से ३० लोग ४ गाडिय़ों से आते है। जिनमें से गोविंद सिंह ने हाथ में रॉड लिए होते है और यह कहते हुए कि तूने पार्टी क्यों बदली… हमला कर दिया। इसके बाद अन्य ने भी हमला कर दिया। कुछ देर में ही देवेंद्र व सोवेश मौके पर गिर जाते है और आरोपी मौके से ४ से ५ लाख रुपए लेकर भाग जाते है। इस तरह की रिपोर्ट हटा थाने में दर्ज कराई ।
यह मानी जा रही है वजह
हाल ही में दमोह में जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटैल के विरुद्ध जिपं सदस्य अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे। जिसमें जिपं सदस्य राघवेंद्र सिंह ऋषि के अलावा देवेंद्र चौरसिया मुख्य भूमिका में माने जा रहे थे।
इस अविश्वास प्रस्ताव के पटैल की कुर्सी डगमगा गई थी। भाजपा संगठन ने भी उनका साथ नहीं दिया था। इसके बाद शिवचरण पटैल ने विधायक रामबाई का साथ लेकर अपने खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर जीत हासिल कर ली थी। इस दौरान रामबाई पर जिपं सदस्यों ने गंभीर आरोप तक लगाए थे। जिसकी उनकी छबि खराब हुई थी। इसके पूर्व जिपं अध्यक्ष के निर्वाचन के दौरान भी देवेंद्र चौरसिया की भाभी व अन्य ने रामबाई का साथ नहीं दिया था। जिससे वह अध्यक्ष नहीं बन सकी थी। तब से भी रंजिश होना बताया जा रहा है।
इधर कुछ दिनों पहले ही देवेंद्र चौरसिया ने बसपा छोड़कर कांग्रेस जॉइन कर ली, जिसे लेकर भी विवाद और धमकियों की बात सामने आई थी। इन सभी कारणों को इस वारदात की वजह माना जा रहा है। हालांकि, अब तक मुख्य वजह पुलिस द्वारा सामने नहीं लाई गई है।
वारदात के बाद मचा हड़कंप
इन सनसनी खेज वारदात के बाद राजनीति में हड़कंप मच गया था। दमोह से लेकर प्रदेश तक में मामला गूंजने लगा । कांग्रेस नेता की हत्या के बाद कांग्रेसियों में भी आक्रोश था। हटा थाने में इसके विरोध में प्रदर्शन भी किया गया था ।