चंडीगढ़, 16 सितम्बर । पंजाब की पठानकोट पुलिस ने पठानकोट जिले के शाहपुरकंडी थानांतर्गत थरयाल गांव में क्रिकेटर सुरेश रैना के सम्बंधियों पर गत 19 अगस्त की रात हुये जानलेवा हमले में शामिल अंतरराज्यीय लुटेरा गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर इस मामले को सुलझा लिया है।
इस हमले में रैना के फूफा और चचेरे भाई की मौत हो गई थी जबकि बुआ अभी भी गम्भीरावस्था में अस्पताल में उपचाराधीन है।
रैना इस घटना की जानकारी मिलने के बाद दुबई से वापस भारत आ गए थे जहां वह अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ आईपीएल में हिस्सा लेने के लिए गए थे।
राज्य के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने बुधवार को यहां इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि इस सिलसिले में 11 अन्य हमलावरों की तलाश की जा रही है जो वारदात के बाद से फरार हैं।
उन्होंने बताया कि इस हमले में रैना के फूफा अशोक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी और चचेरे भाई कौशल कुमार ने गत 31 अगस्त को अस्पताल में दम तोड़ दिया था। रैना की बुआ आशा रानी की भी हालत गम्भीर है और उनका उपचार चल रहा है। दो अन्य घायलों को अस्पताल में छुट्टी दे दी गई है।
उल्लेखनीय है कि घटना के तत्काल बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर बॉर्डर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था जिसमें पठानकोट के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक धारकलां इसके सदस्य थे।
गत 15 सितम्बर को एसआईटी को सूचना मिली थी कि घटना के बाद डिफेंस रोड पर दिखाई दिये तीन संदिग्ध लोग पठानकोट रेलवे स्टेशन के निकट झुग्गियों में रह रहे हैं। एसआईटी ने तुरंत वहां छापा मार कर तीनों को हिरासत में ले लिया। इनकी शिनाख्त मूल रूप से उत्तर प्रदेश निवासी सावन, राजस्थान के झंझुनू जिले के चिरावा और पिलानी निवासी मोहब्बत और शाहरूख खान के रूप में की गई।
इनसे की गई प्रारम्भिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे अन्य अपराधियों के साथ गिरोह के रूप में सक्रिय थे और इससे पहले उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर और पंजाब के विभिन्न हिस्सों में अनेक आपराधिक वारदात को अंज़ाम दे चुके हैं।
पठानकोट के एसएसपी गुलनीत खुराना ने बताया कि इस वारदात में शामिल गिरोह के 11 अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।