नयी दिल्ली/भोपाल , 10 मार्च ।कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे को मान्य नहीं करते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया है, इसे बड़े नेताओं द्वारा उनके साथ की गई बेइज्जती के रूप मे देखा जा रहा है ।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को श्री सिंधिया को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तुरंत पार्टी से निष्कासित किये जाने को मंजूरी दी।
पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
इससे पहले श्री सिंधिया ने सोमवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए श्रीमती गांधी को पत्र भेजा था।
सोमवार को इस्तीफा देने के बाद सिंधिया ने आज सुबह पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उसके बाद दोनों नरेंद्र मोदी से मिलने प्रधानमंत्री आवास गये।
सिंधिया समर्थक छह मंत्रियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की कमलनाथ ने
इधर मध्यप्रदेश में राजनैतिक उठापटक के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज छह मंत्रियों को बर्खास्त करने की सिफारिश राज्यपाल से की।
श्री कमलनाथ ने मंत्री श्रीमती इमरती देवी, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युुम्न सिंह तोमर और डॉ प्रभुराम चौधरी को मंत्री पद से हटाने की सिफारिश करते हुए पत्र राज्यपाल को लिखा है। ये मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते हैं और अभी बंगलूर में उन 19 विधायकों के साथ हैं, जिन्होंने विधायक पद से त्यागपत्र दिया है।
इसके अलावा एक और पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने विधायक पद से त्यागपत्र दिया है। हालाकि वे श्री सिंधिया नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से जुड़े रहे हैं।