नयी दिल्ली, 10 मई । कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश में कोरोना महामारी की गंभीर स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उसने जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ कर टीकाकरण का काम राज्यों पर छोड़ दिया है।
श्रीमती गांधी ने एक माह के भीतर दूसरी बार सोमवार को यहां वर्चुअल माध्यम से बुलाई गई पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने टीकाकरण की अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है और उसने यह काम राज्यों के मत्थे मढ़ दिया है।
उन्होंने कहा कि संकट इस दौर में सभी लोगों का तेजी से टीकाकरण कराने की जरूरत है और केंद्र सरकार को सभी को निशुल्क वैक्सीन मुहैया करानी चाहिए। उनका कहना था कि केंद्र द्वारा सभी को निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराना आर्थिक रूप से भी न्यायोचित होगा।
श्रीमती गांधी ने कहा कि कोरोना की स्थिति लगातार भयावह हो रही है। सरकार इसे नियंत्रित करने में नाकाम हो गई है और उसकी विफलताएं देश के लिए संकट बन गई है। उसकी इस विफलता का परिणाम है कि देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो गई है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन से मुंह मोड़ लिया है। उसकी प्राथमिकताएं देश की जनता नहीं रह गई है। कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए उसे सुझावों को नजरंदाज करने की बजाय सभी राजनीतिक दलों की राय लेनी चाहिए।
टीकाकरण की जिम्मेदारी केंद्र ने मढ़ी राज्यों के मत्थे: सोनिया
हाल में विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार और कोविड-19 की स्थिति पर विचार के लिए कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक यहां शुरू हो गई है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने महामारी से निपटने में दायित्वों से पल्ला झाड़ते हुए टीकाकरण का जिम्मा राज्यों को सौंप दिया है।
श्रीमती गांधी ने बैठक में कोरोना की तीसरी संभावित लहर को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि मोदी सरकार जिम्मेदारियों से भाग रही है और उसने टीकाकरण के दायित्व सभी राज्यों पर डालकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
उन्होंने कहा कि यह बेहतर होगा कि केंद्र सरकार देश में सभी नागरिकों को निशुल्क कोरोना टीका उपलब्ध कराए।
विधानसभा चुनाव नतीजों से सबक लेने की जरूरत: सोनिया
सोनिया गांधी ने हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली करारी हार पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि नतीजों से सबक लेते हुए पार्टी में सुधार लाने के लिए ज़रूरी कदम उठाने की ज़रूरत है।
श्रीमती गांधी ने सोमवार को यहां पिछले दिनों हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों पर चर्चा के लिए बुलाई गई पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में बोलते हुए कहा कि इन चुनावों के परिणाम पार्टी के लिए बेहद निराशाजनक रहे हैं और इन नतीजों से सबक लेते हुए ठोस रणनीति अपनाकर पार्टी में सुधार लाना होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी संगठन के चुनाव को लेकर भी बैठक में चर्चा की और कहा कि पार्टी ने संगठनात्मक चुनाव का कार्यक्रम तय कर लिया है। इस मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “जब हम गत 22 जनवरी को मिले थे तो हमने फैसला किया था कि कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव जून के मध्य तक पूरा हो जाएगा।”
उन्होंने विधानसभा चुनावों में करारी हार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इन चुनाव नतीज़ों को निराशाजनक कहना पर्याप्त नहीं है। हमें असलियत समझ कर वास्तविकता का सामना करते हुए तथ्यों को सही ढंग से देखना होगा और वस्तु स्थिति से सबक लेते हुए पार्टी में सुधार लाने के कदम उठाने होंगे।