Home / राजनीति / राहुल गांधी के इस्तीफे का पटाक्षेप: पहले प्रियंका मिली और बाद में नेताओं के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ, अहमद पटेल ने स्पष्ट किया,दोबारा इस्तीफा देने की खबर गलत और निराधार attacknews.in

राहुल गांधी के इस्तीफे का पटाक्षेप: पहले प्रियंका मिली और बाद में नेताओं के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ, अहमद पटेल ने स्पष्ट किया,दोबारा इस्तीफा देने की खबर गलत और निराधार attacknews.in

नयी दिल्ली, 28 मई । लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के कारण राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े रहने और राजस्थान में पार्टी के सफाए को लेकर राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों की ओर से जवाबदेही तय करने की मांग की पृष्ठभूमि में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को राहुल से उनके आवास पर मुलाकात की।

सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी से इन नेताओं की मुलाकात मुख्य रूप से राजस्थान के संदर्भ में थी जहां लोकसभा चुनाव में पार्टी का पूरी तरह सफाया हो गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष के आवास 12, तुगलक लेन पर सबसे पहले प्रियंका पहुंचीं। इसके बाद केसी वेणुगोपाल, मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और पायलट पहुंचे। कुछ देर के बाद सुरजेवाला और पायलट वहां से चले गए। फिर गहलोत राहुल के आवास पहुंचे।

सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी से मुलाकात से पहले गहलोत ने अलग से प्रियंका से मुलाकात की थी।

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में लोकसभा चुनाव में राजस्थान और मध्य प्रदेश में पार्टी के सफाये को लेकर विशेष रूप से नाराजगी जताई थी। ।

सूत्रों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक, सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित कुछ बड़े क्षेत्रीय नेताओं का उल्लेख करते हुए कहा था कि इन नेताओं ने बेटों-रिश्तेदारों को टिकट दिलाने के लिए जिद की और उन्हीं को चुनाव जिताने में लगे रहे और दूसरे स्थानों पर ध्यान नहीं दिया।

इसी बैठक में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि सीडब्ल्यूसी ने प्रस्ताव पारित कर इसे सर्वसम्मति से खारिज कर दिया और पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए उन्हें अधिकृत किया।


अहमद पटेल ने राहुल गांधी के इस्तीफे की बात निराधार बताई :


कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के दोबारा इस्तीफा देने की खबरों का खंडन करते हुए उन्हें गलत और निराधार बताया है। 


पहले दरअसल ऐसी खबरे आ रही थी कि श्री गांधी ने श्री पटेल और पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक में उनसे नए पार्टी अध्यक्ष पर विचार करने के लिए कहा था। इसके अलावा यह भी माना जा रहा था कि श्री गांधी अपने इस्तीफे को लेकर अड़े हुए है। श्री पटेल ने हालांकि कहा कि उन्होंने श्री गांधी के साथ सामान्य बैठक की है तथा उनके इस्तीफा देने पर अड़ने की खबरे निराधार है।


श्री पटेल ने ट्वीट कर कहा, “मैंने श्री गांधी के साथ प्रशासनिक कार्यों के मद्देनज़र बैठक के लिए समय मांगा था और आज की बैठक केवल इसी विषय को लेकर थी। अन्य सभी बातें निराधार हैं।”


सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि श्री पटेल ने कांग्रेस की वर्तमान स्थिति और लोकसभा चुनावों में करारी हार को लेकर श्री गांधी के आवास पर उनके साथ बैठक की हैं। श्री पटेल यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेहद करीबी माने जाते है। 


सूत्रों के मुताबिक़ पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री गांधी के पार्टी अध्यक्ष बने रहने के ही पक्ष में हैं। श्री गांधी ने हालांकि पार्टी में बदलाव को लेकर जोर दिया है और कहा है कि वह पार्टी के नेताओं को उपयुक्त समय देने के लिए तैयार है ताकि वह नए अध्यक्ष के बारे में विचार कर सके।


सूत्रों के अनुसार उन्होंने उचित विकल्प तलाशने के लिए भी कहा है जो उनके परिवार से न हो तथा अनुभवी बेहतर नेता हो जो पार्टी को मुश्किल स्थिति में से निकाल सके।



कांग्रेस कार्यसमिति की शुचिता बनाए रखने की बात:



इससे पहले कल के घटनाक्रम में कांग्रेस ने अपनी सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के भीतर की कुछ कथित जानकारियां सामने आने के बाद सोमवार को मीडिया एवं दूसरे लोगों का आह्वान किया कि वे अफवाहों से दूर रहें और सीडब्ल्यूसी की शुचिता बनाए रखें।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘कांग्रेस कार्य समिति एक लोकतांत्रिक मंच है जहां विचारों का आदान-प्रदान होता है, नीतियां बनाई जाती हैं और सुधारात्मक कदम उठाए जाते हैं। इसी क्रम में सीडब्ल्यूसी ने 25 मई को अपने विचार व्यक्त किए।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी मीडिया और अन्य लोगों से उम्मीद करती है कि वे सीडब्ल्यूसी की बंद कमरे में हुई बैठक की शुचिता बनाए रखेंगे। मीडिया में आई अफवाहें और गपशप अनावश्यक हैं।’’ 

दरअसल, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद बुलाई गई सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने बहुत नाराजगी जाहिर की थी और इस संदर्भ में कई खबरें भी आई थीं।

सूत्रों और मीडिया में आई खबरों मुताबिक, बैठक में राहुल गांधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित कुछ बड़े क्षेत्रीय नेताओं का उल्लेख करते हुए कि इन नेताओं ने बेटों-रिश्तेदारों को टिकट दिलाने के लिए जिद की और उन्हीं को चुनाव जिताने में लगे रहे और दूसरे स्थानों पर ध्यान नहीं दिया। सीडब्ल्यूसी की बैठक में मौजूद रहे दो नेताओं ने इसकी पुष्टि भी की।

इसी बैठक में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की, हालांकि सीडब्ल्यूसी ने प्रस्ताव पारित कर इसे सर्वसम्मति से खारिज किया और पार्टी में आमूलचूल बदलाव के लिए उन्हें अधिकृत किया।


attacknews.in 

About Administrator Attack News

Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

Check Also

लोकसभा चुनाव के पहले ही बिखर गया विपक्ष;राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव से विपक्ष में उभरा मतभेद, कांग्रेस-टीएमसी में घमासान तेज attacknews.in

लोकसभा चुनाव के पहले ही बिखर गया विपक्ष;राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव से विपक्ष में उभरा मतभेद, कांग्रेस-टीएमसी में घमासान तेज

राहुल गांधी ने अरुणाचल से एक लड़के के लापता होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुज़दिल कहा attacknews.in

राहुल गांधी ने अरुणाचल से एक लड़के के लापता होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुज़दिल कहा

महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी मामले में अब ठाणे पुलिस ने कालीचरण महाराज को किया गिरफ्तार attacknews.in

ठाणे (महाराष्ट्र), 20 जनवरी । महाराष्ट्र के ठाणे शहर की पुलिस ने महात्मा गांधी के …

Video:छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियो द्वारा ही मुस्लिम वोटरों को पक्का करने के लिए हिंदू धर्म सभा का आयोजन करके कालीचरण महाराज को षड्यंत्र से फंसा दिया;राहुल गांधी भी इसमें शामिल attacknews.in

छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियो द्वारा ही मुस्लिम वोटरों को पक्का करने के लिए धर्म सभा का आयोजन करके कालीचरण महाराज को षड्यंत्र से फंसा दिया;राहुल गांधी भी इसमें शामिल

वाह रे लोकतंत्र! बिहार में मरने वाले उम्मीदवार ने जीता पंचायत चुनाव;अधिकारियों को तब पता चला जब वे जीतने का प्रमाणपत्र सौंपने के लिए आवाज लगाते रहे attacknews.in

वाह रे लोकतंत्र! बिहार में मरने वाले उम्मीदवार ने जीता पंचायत चुनाव;अधिकारियों को तब पता चला जब वे जीतने का प्रमाणपत्र सौंपने के लिए आवाज लगाते रहे