मजदूरों के पलायन की राजनीति में कांग्रेस पार्टी फंसी;योगी आदित्यनाथ ने दे दी उन्हें 1 हजार बसों की अनुमति,अभी तक अते-पते नहीं और अखिलेश यादव बीच में कूद पड़े attacknews.in

लखनऊ 18 मई ।उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कांग्रेस को प्रवासी श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिये एक हजार बसें चलाने की अनुमति को स्वीकार कर लिया है।

सूबे के प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के इस बारे में लिखे गये पत्र का जवाब देते हुये कहा “ 16 मई को लिखे गये पत्र के बारे में कहना है कि प्रवासी मजदूरों के संदर्भ में आपके प्रस्ताव को स्वीकार किया जाता है। इसलिये अविलंब एक हजार बसों की सूची चालक और परिचालक के नाम पते के साथ उपलब्ध कराने का कष्ट करें जिससे इनका उपयोग प्रवासी श्रमिकों की सेवा में किया जा सके। ”

सरकार ने श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्माजनक वापसी की है सुनिश्चित: योगी

इधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है राज्य सरकार ने प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक प्रदेश वापसी सुनिश्चित की है।

श्री योगी ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक प्रदेश वापसी सुनिश्चित की है। पिछले एक सप्ताह में 590 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी श्रमिकों को लेकर आ गई हैं। राज्य सड़क परिवहन निगम की 12 हजार बसों के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिले में भेजने की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने कहा कि सम्बन्धित राज्य सरकारें उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन निगम द्वारा संचालित सभी बसों को नियमित रूप से सेनिटाइज किया जाए। बस में सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। परिवहन निगम यह भी सुनिश्चित करे कि प्रत्येक प्राइवेट बस में दो ड्राइवर हों।

उन्होंने परिवहन विभाग को प्रवर्तन कार्य प्रभावी रूप से करने के निर्देश देते हुए कहा कि आर0टी0ओ0 तथा ए0आर0टी0ओ0 सतत निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करें कि मार्ग दुर्घटना न होने पाए।

उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखा जाए। इनमें साफ-सफाई तथा सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। कम्युनिटी किचन के माध्यम से शुद्ध एवं पर्याप्त भोजन की व्यवस्था की जाए। सभी जरूरतमंदों को कम्युनिटी किचन से भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोने पाए। ग्रामीण व शहरी इलाकों में गठित निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद कर इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य की माॅनिटरिंग की जाए।

भाजपा सरकार के कारनामो से मानवता शर्मसार : अखिलेश

औरैया सड़क हादसे में मारे गये श्रमिकों के शव के साथ घायल को ले जाने संबंधी वायरल वीडियो का हवाला देते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के कारनामों से मानवता शर्मसार हो रही है।

उन्होने सोमवार को जारी बयान में कहा “समझ में नहीं आता कि कोई सरकार कैसे इतनी अमानवीय हो सकती है। औरैया सड़क हादसे में झारखण्ड के मृत श्रमिकों और घायलों को एक साथ खुले ट्रक से रवाना किया गया। एक मृतक का पिता खेत मजदूर है वह अपने बेटे का शव लेने के लिए 19 हजार रूपए खर्च कर आने को मजबूर हुआ। ”

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार के अदूरदर्शी फैसलों के चलते गरीब और बेबस श्रमिकों की जिंदगी नर्क हो गई है। मथुरा में कोसीकलाॅ से फरह तक हाईवे पर जमा श्रमिकों को जब सात घंटे तक खाना पानी नहीं मिला, बसों की व्यवस्था नहीं हुई तो उनके आक्रोश व्यक्त करने पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई। सहारनपुर और झांसी में भी कामगारों का सब्र टूट गया। लाठियों की यह चोट गरीब जनता कभी नहीं भूलेगी।

उन्होने कहा कि भाजपा सरकार से आग्रह है कि वह संवेदनशील होने का परिचय दे। जो लोग सैकड़ों मील चलकर जहां भी पहुंचे हैं, अब वहीं से आगे उन्हें घर भिजवाने की तुरन्त व्यवस्था की जाए। पुलिस एक सीमा से आगे जनसैलाब का सामना नहीं कर सकती हैं। सरकारी अराजकता ने प्रदेश में हजारों बच्चों का बचपन छीना है और उन्हें भी पलायन की त्रासदी का अंग बना दिया है।

सरकार कर रही है मजदूरों की अनदेखीः लल्लू

योगी आदित्यनाथ सरकार को गरीब मजदूर विरोधी करार देते हुये उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि कोरोना संकट के समय भी भाजपा सरकार बेसहारा और जरूरतमंदों की समस्याओं को सुनने और उसके निराकरण करने में कोताही कर रही है।

पार्टी के प्रदेश दफ्तर में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू एवं विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगीं थीं। मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र ले जाकर दिया गया कोई जबाब नहीं आया। हम आज योगी सरकार को 1000 बसों की सूची दे रहे हैं।