नयी दिल्ली, 28 जून ।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि देश की रक्षा और सुरक्षा के बारे में कब बात होगी। उनकी यह टिप्पणी आकाशवाणी पर प्रसारित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम से पहले आई है।
उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘कब होगी राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात?’’
गांधी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ गतिरोध और भारतीय क्षेत्र में चीन की घुसैपठ के आरोपों पर सरकार से कड़े सवाल पूछ रहे हैं और प्रधानमंत्री से उनका जवाब मांग रहे हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां तक कि नेपाल ने भी भारत के साथ लगती सीमा पर पहली बार अपनी सेना तैनात कर दी है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही मुमकिन हुआ है।
उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘अब नेपाल ने पहली बार सीमा पर सेना लगाई। मोदी है तो यह भी मुमकिन है…’’
दरअसल सुरजेवाला ने भाजपा के नारे ‘मोदी है तो मुमकिन है…’’ पर चुटकी लेते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने एक समाचार पत्र में छपी खबर को टैग करते हुए कहा कि नेपाल ने पहली बार भारत के साथ सीमा पर अपनी सेना तैनात कर दी है।
मोदी सरकार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा महत्वपूर्ण नहीं : कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि चीन ने भारतीय सीमा पर कई प्वांइंट पर कब्जा कर रखा है लेकिन मोदी सरकार इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है और जो सवाल उठाए जा रहे हैं उन पर जवाब नहीं दिया जा रहा है जिससे साफ है कि सरकार राजीव गांधी फाउंडेशन का जिक्र कर मुद्दे को भटका रही है और उसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला महत्वपूर्ण नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को यहां विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीनी सैनिकों की घुसपैठ पर चुप्पी साधकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिद्ध कर दिया है कि चीन का भारतीय जमीन पर कब्जा करना और राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि उनके लिए अहमियत इस बात की है कि ‘जो मैंने बोला है वही सत्य है’ और दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा राजीव गांधी फाउंडेशन का है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार चीनी कब्जे को लेकर सरकार से तथ्यों के साथ सवाल पूछ रही है लेकिन सरकार उसका जवाब देने को तैयार नहीं है। श्री मोदी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं और सिर्फ अपनी बात पर अड़े हैं कि चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा नहीं किया है और ना ही वह भारतीय सीमा में हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तथा श्री मोदी का चीन से बहुत गहरा रिश्ता है। भाजपा के अध्यक्ष लगातार चीन की यात्रा करते रहे हैं। यही नहीं खुद श्री मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो वह चार बार चीन की यात्रा पर गये थे और जब वह प्रधानमंत्री बने तो पांच बार चीन गये। इसके अलावा श्री मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद 18 बार चीनी नेतृत्व से मुलाकात कर चुके हैं और अब वह राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं और चीनी फौज के भारतीय जमीन पर कब्जे को लेकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
प्रधानमंत्री केयर्स फंड में चीन से मिले 10 हजार करोड़ : कांग्रेस
कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के नाम पर धन एकत्रित करने के लिए कुछ महीने पहले जिस ‘प्रधानमंत्री केयर्स फंड’ का गठन किया है उसमें करीब दस हजार करोड़ रुपए चीन की विभिन्न कंपनियों ने दान में दिये हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि देश में आपदा से निपटने के लिए लोग प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष में जमा कराते रहे हैं और इसमें जमा की जाने वाली रशि में पारदर्शिता होती है और उसकी बाकायदा आडिटिंग होती है। भारतीय जनता पार्टी आरोप लगा रही है कि कांग्रेस ने 2005-6 में इस कोष से 20 लाख रुपए राजीव गांधी फाउंडेशन में जमा कराए थे जिस पर कांग्रेस का कहना है कि इस पूरे पैसे का इस्तेमाल अंडमान निकोबार में आपदा से निपटने के लिए किया गया।