नयी दिल्ली/जयपुर 15 जुलाई । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बागी तेवर अपनाने के लिए राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए गए सचिन पायलट का नाम लिये बिना कथित तौर पर तीखा रुख अपनाते हुए कहा कि यदि वह पार्टी छोड़कर जाना चाहते है तो जा सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार श्री गांधी ने पार्टी की छात्र इकाई एनएसयूआई के नेताओं को संबोधित करते हुए आज कहा,“अगर कोई जाना चाहता है, तो वह जा सकता है। इससे आप जैसे युवा नेताओं के लिए नए मौकों के दरवाजे खुलेंगे।”
इससे पहले पार्टी संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जयपुर में कहा कि श्री पायलट और उनके साथी पार्टी फोरम में अपनी बात रख सकते हैं। बातचीत के लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं।
इस बीच एनएसयूआई ने कहा,“श्री राहुल गांधी की एनएसयूआई नेताओ के साथ आज हुई बैठक को लेकर मीडिया में जो खबरें आ रही है वे निराधार हैं। श्री गांधी के साथ एनएसयूआई की अंतरिम बैठक थी और इसमें सिर्फ छात्रों और युवाओं के मुद्दों पर चर्चा हुई है।”
अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त का षडयंत्रकारी बताते हुए सरकार गिराने के सबूतों को सामने रखा:
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) के प्रयास हो रहे थे और उनके पास इसके सबूत हैं।
इसके साथ ही गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिये बिना बुधवार को दावा किया कि वह सीधे तौर पर भाजपा के साथ विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल थे।
पायलट के खिलाफ हमलावर होते हुए गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सफाई कौन दे रहे थे…सफाई वही नेता दे रहे थे जो खुद षडयंत्र में शामिल थे …षडयंत्र का हिस्सा थे। हमारे यहां पर उपमुख्यमंत्री हो, पीसीसी अध्यक्ष हो वो खुद ही अगर डील करें … वो सफाई दे रहे है कि हमारे यहां कोई हार्स ट्रेडिंग नहीं हो रही थी.. अरे तुम तो खुद षडयंत्र में शामिल थे..तुम क्या सफाई दे रहे हो ऐसी स्थिति में देश चल रहा है।’’
उल्लेखनीय है कि 19 जून को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले विधायकों को कथित तौर पर प्रलोभन दिए जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा में काफी बयानबाजी हुई थी।
मुख्यमंत्री गहलोत ने आरोप लगाया था कि भाजपा कुछ विधायकों को प्रलोभन दे रही है।
गहलोत ने राष्ट्रीय मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय मीडिया भी उन लोगों का समर्थन कर रही है जो लोग लोकतंत्र की हत्या और हार्स ट्रेडिंग में शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय मीडिया उन तत्वों का समर्थन कर रहा है जो कि भाजपा के बंधक हैं, … हॉर्स ट्रेडिंग की गई है, हमारे पास सबूत हैं, हमारे पास प्रूफ है कि उनके दलाल लोग थे जिन्होंने यह काम किया। पैसे की पेशकश कर रहे थे। कई लोगों ने पैसा लिया नहीं है ये सबूत मेरे पास में है। मेरे पास बैठे हुए लोग हैं जिन्होंने मना कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बने और चालीस साल से ज्यादा राजनीति करते हो गये। नई पीढी जो आई है, हम उनको प्यार करते है और आने वाला कल उनका है।’’
अपनी पीढ़ी के संघर्ष को बताते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘हम लोगों की अपने समय में युवा कांग्रेस और एनएसयूआई में खूब रगड़ाई हुई थी इसलिये 40 साल बाद में हम जिंदा हैं। 40 साल बाद कोई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, कोई कांग्रेस महामंत्री और केन्द्रीय मंत्री बने हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह नयी पीढ़ी जो आई है जिसके बारे में कहा जाता है कि हम उनको पंसद ही नहीं करते यह बिल्कुल गलत है.. राहुल गांधी पसंद करते है.. सोनिया गांधी पसंद करती हैं.. अशोक गहलोत पंसद करता है…गवाह है… मैंने कहा कि इनकी रगड़ाई नहीं हुई थी इसलिये अब तकलीफ होती है। यह समझ नहीं पा रहे है कि वे केन्द्रीय मंत्री बन गये, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बन गये … अगर रगड़ाई हुई होती तो अच्छा काम करते। और मैंने कहा कि आज हमसे अच्छा काम वे कर सकते हैं।’’
गहलोत ने कहा कि मीडिया में अच्छी बाइट देना ही कुछ नहीं होता, आपकी प्रतिबद्धता मायने रखती है। उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया को दिखता नहीं है क्या ये बात? किसकी बात कर रहे हैं? कोई अच्छा इंग्लिश-हिंदी बोल लेता है, अच्छी बाइट देना वो सब कुछ ही नहीं होता है, अच्छी हेंडसम पर्सनेलिटी से ही सब कुछ नहीं होता है, आपके दिल में क्या है देश के लिए, आपकी प्रतिबद्धता क्या है, आपकी विचारधारा-नीतियां-कार्यक्रम जो हैं आपकी पार्टी के, उनके लिए कितनी बड़ी प्रतिबद्धता है आपकी, ये सब देखा जाता है।
ओछी राजनीति कर रहे हैं शेखावत: डोटासरा
इधर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य में उनकी पार्टी के मंसूबे पूरे नहीं हुए तो वह ओछी राजनीति पर उतर आए हैं।
डोटासरा को मंगलवार को सचिन पायलट की जगह पार्टी का नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस पर टिप्पणी करते हुए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने लिखा, ‘‘वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के इतिहास को अपमानित करने वाले गोविंद डोटासरा को कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष बनाकर हर स्वाभिमानी राजस्थानी का तिरस्कार किया है!’’
पलटवार करते हुए डोटासरा ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘गजेंद्र जी, महाराणा प्रताप की वीरता और शौर्य हम सब जानते और मानते हैं ,आपसे सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।’’
डोटासरा ने कहा है, ‘‘राजस्थान में आपकी पार्टी के मंसूबे कामयाब नहीं हुए तो ओछी राजनीति पर उतर आये हैं। खिसयानी बिल्ली खंबा नोचे वाली कहावत चरितार्थ हो गई।’’
उल्लेखनीय है कि डोटासरा कांग्रेस की नीतियों और सिद्धांतों को लेकर बहुत मुखर नेता माने जाते हैं और भाजपा कई बार स्कूली पाठ्यक्रम में बदलावों को लेकर उन पर निशाना साध चुकी है।
भाजपा में शामिल नहीं हो रहा हूं : पायलट
उधर राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट ने बुधवार को कहा कि वह भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान में कुछ नेता उनके भाजपा में जाने की अफवाहों हवा दे रहे हैं ताकि उनकी छवि धूमिल की जा सके।
पायलट ने कहा, ‘‘ मैंने कांग्रेस को राजस्थान की सत्ता में वापस लाने और भाजपा को हराने के लिए बहुत मेहनत की है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा में शामिल नहीं हो रहा हूं।’’
पायलट का कहना था कि राजस्थान के कुछ नेता इन अफवाहों को हवा दे रहे हैं कि मैं भाजपा में शामिल होने जा रहा हूं, जबकि यह सच नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की अफवाहें मेरी छवि खराब के लिए फैलाई जा रही हैं।’’
दोनों प्रमुख पदों से हटाए जाने के बाद पायलट ने पहली बार सार्वजनिक रूप से इतनी विस्तृत टिप्पणी की है।
माना जा रहा है कि वह जल्द ही अपने अगले कदम के बारे में कोई निर्णय करेंगे।
गौरतलब है कि अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले पायलट एवं उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने मंगलवार को कड़ी कार्रवाई की। पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया । दो समर्थक मंत्रियों को भी उनके पदों से हटा दिया गया।