कपिल सिब्बल ने CAA का विरोध करने वाले राज्यों को सचेत किया, यदि सुप्रीम कोर्ट ने संवैधानिक बता दिया तो लेने के देने पड़ जाएंगे attacknews.in

नयी दिल्ली, 19 जनवरी । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने रविवार को कहा कि राज्य विधानसभाओं को केन्द्र सरकार से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) वापस लेने की मांग करने वाला प्रस्ताव पारित करने का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन अगर उच्चतम न्यायालय ने सीएए को संवैधानिक करार दिया तब इस कानून का विरोध करने वाले राज्यों के लिये परेशानी उत्पन्न होगी।

सिब्बल ने राज्यों के पास किसी केन्द्रीय कानून को पारित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होने के अपने एक दिन पहले के बयान पर स्पष्टीकरण देते हुये यह बात कही। सिब्बल ने शनिवार को केरल साहित्य सम्मेलन में कहा था कि सीएए को संसद से पारित किये जाने के बाद राज्यों के पास इसे लागू करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मेरा मानना है कि सीएए असंवैधानिक है। प्रत्येक राज्य विधानसभा के पास इस कानून को वापस लेने की मांग करने वाला प्रस्ताव पारित करने का संवैधानिक अधिकार है। लेकिन अगर कभी उच्चतम न्यायालय ने इसे संवैधानिक करार दिया तो इसका विरोध करने वाले राज्यों के लिये यह परेशानी का सबब बनेगा।’’ उन्होंने सीएए के खिलाफ जंग जारी रहने की भी जरूरत पर बल देते हुये कहा कि यह लड़ाई हर हाल में जारी रहनी चाहिये।

सिब्बल के शनिवार को दिये गये बयान से गैरभाजपा शासित राज्यों केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के लिये असहज स्थिति उत्पन्न कर दी थी। ये राज्य सीएए और एनआरसी पर केन्द्र सरकार के रुख से असहमति जताते हुये इसे लागू करने का विरोध कर रहे हैं।

सिब्बल ने कहा था कि संसद से सीएए पारित होने के बाद राज्य यह नहीं कह सकते हैं कि वे इसे लागू नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था कि राज्यों द्वारा संसद द्वारा पारित किसी केन्द्रीय कानून को लागू करने से इंकार करना असंवैधानिक होगा।

जामिया-जेएनयू हिंसा, सीएए पर केजरीवाल की कमजोर प्रतिक्रिया से अवसरवादिता की बू आती है: सिब्बल

कांग्रेस नेता सिब्बल का कहना हैं कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हंगामा और जामिया-जेएनयू हिंसा दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्य मुद्दा रहेंगे और इन मामलों पर अरविंद केजरीवाल की ‘‘कमजोर’’ प्रतिक्रिया से ‘‘अवसरवादिता की बू’’ आती है।

सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली चुनाव में ‘‘अहम’’ भूमिका निभाएगी। उन्होंने भरोसा जताया कि पार्टी को पर्याप्त सीटें मिल सकती हैं जिनके बल पर वह सरकार गठन में ‘‘निर्णायक भूमिका’’ निभा सकती है।

सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘वह (केजरीवाल) जामिया (मिल्लिया इस्लामिया) में नहीं आए, वह जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) में नहीं आए। उन्होंने पर्याप्त रूप से बार-बार, मजबूत और खुलकर बयान नहीं दिए।’’

उन्होंने कहा कि आस-पास जो कुछ हो रहा है, उसे लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कुछ हद तक ‘‘कमजोर’’ प्रतिक्रिया ने सही संकेत नहीं भेजे हैं।

राज्यसभा के सदस्य एवं दिल्ली चुनाव में कांग्रेस की चुनाव एवं प्रचार समितियों के सदस्य सिब्बल ने कहा, ‘‘इससे अवसरवादिता की बू आती है।’’