इंदौर, 28 अक्टूबर । मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चल रही राजनीति ने आज फिर नया रूप ले लिया जब दिग्विजय सिंह के करीबी कांतिलाल भूरिया को इस पद पर नियुक्त करने की मांग उठने लगी है जबकि इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस पद पर नियुक्त करने की राजनीति पहले ही गर्मा रही है ।
मध्यप्रदेश लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने आज कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद के लिए झाबुआ उपचुनाव में नव निर्वाचित विधायक कांतिलाल भूरिया एक उपयुक्त चेहरा है।
अपने चिर-परिचित अंदाज के लिए ख्यात श्री वर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने पहले भी कहा था कि 15 वर्षो के बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में आदिवासी भाइयों का बड़ा योगदान है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 30 आदिवासी विधायक चुनकर आये हैं।
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि तब मैंने कहा था कि बाला बच्चन प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए बेहतर विकल्प हैं, लेकिन अब जबकि आदिवासी भाइयों ने हमें उनके बीच के ही 31 वें विधायक के रूप में श्री भूरिया को विधानसभा में भेजा है, तब सबसे बड़े आदिवासी नेता के तौर पर श्री भूरिया सर्वाधिक उपयुक्त चेहरा है।
श्री वर्मा ने कहा श्री भूरिया इसके पहले भी बतौर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सफ़लतम कार्यकाल दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैंने शीर्ष नेतृत्व से आग्रह किया है कि श्री भूरिया के रूप में कांग्रेस को एक बेहतर प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है, जिससे संगठन और सत्ता के बीच सामंजस्य बैठाकर प्रदेश को विकास के मार्ग पर ले जाया जा सकता है।
श्री वर्मा ने प्रदेश में मंत्रिमंडल के विस्तार से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पहले प्रदेश अध्यक्ष फिर मंत्रिमंडल का विस्तार होना चाहिए। उन्होंने मंत्रिमंडल में फेरबदल से जुड़े एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि यह मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार है, वे उपयोगिता के लिहाज से घटाव-जोड़ कर सकते हैं।