नयी दिल्ली, 28 मई । लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन पर कार्य समिति की समीक्षा बैठक के दौरान अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का गुस्सा कुछ शीर्ष नेताओं पर फूटा और उन्होंने उनके लिए बहुत कठोर शब्दों का इस्तेमाल किया।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार शनिवार को यहां हुई कार्य समिति की बैठक में श्रीमती वाड्रा ने कठारे शब्दों का इस्तेमाल किया और बैठक में मौजूद पार्टी के कुछ शीर्ष नेताओं पर उनका लिए बरसते हुए कहा,“कांग्रेस के हत्यारे इसी कमरे में बैठे हैं।”
उधर कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कार्य समिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश के तीन दिन बाद भी स्थिति साफ नहीं हुई है और वरिष्ठ नेताओं का पद नहीं छोड़ने के लिए उन्हें मनाने का सिलसिला जारी है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कार्य समिति की बैठक में श्री गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की पेशकश की लेकिन पार्टी नेताओं ने एक स्वर में इस पेशकश को अस्वीकार कर दिया था।
सूत्रों ने बताया कि श्री गांधी इसके बावजूद अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं हालांकि उन्हें मनाने के लिए वरिष्ठ नेता लगातार उनसे मिल रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि श्री गांधी ने कार्य समिति की बैठक में कुछ शीर्ष नेताओं का नाम लेकर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा था कि उन्होंने अपने बेटों को चुनाव लड़ाने की सिफारिश की लेकिन चुनाव में पार्टी को मजबूत स्थिति में लाने के लिए समर्पण के साथ काम नहीं किया। पार्टी ने इस लोकसभा चुनाव में वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम, कमलनाथ तथा अशोक गहलोत के बेटों को टिकट दिया था।
इसी बीच वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए इसकी पुष्ठि की है कि श्री गांधी कार्य समिति की बैठक में बहुत नाराज हुए थे और उन्होंने पद छोडने की पेशकश की थी। सूत्रों ने बताया कि अब संकट के समाधान के लिए जल्द कार्य समिति की दूसरी बैठक बुलाई जा सकती है।
श्री गांधी को मनाने के लिए उनके आवास पर लगातार कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की बैठक हो रही है। श्री गांधी से आज मिलने गये प्रमुख नेताओं में कांग्रेस महासचिव एवं श्री गांधी की बहिन प्रियंका गांधी वाड्रा, पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट तथा पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाल शामिल हैं।
समझा जाता है कि श्री गहलोत और श्री पायटल ने कांग्रेस अध्यक्ष से राजस्थान में भी पार्टी की स्थिति के बारे में चर्चा की।
श्री गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कार्य समिति की पिछले सप्ताह हुई बैठक में हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की पेशकश की थी लेकिन समिति ने एक स्वर में उनकी पेशकश को अस्वीकार कर दिया था।
सूत्रों के अनुसार श्री गांधी इस्तीफे पर अड़े हुए हैं और उन्होंने पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल और कोषाध्यक्ष अहमद पटेल को उनका विकल्प तलाशने के लिए कहा है।
इस बीच श्री पटेल ने इस्तीफे पर अड़ने की खबर को गलत निराधार बताया है। श्री सुरजेवाला ने भी सोमवार को एक बयान जारी कर पार्टी के नेताओं तथा मीडिया से श्री गांधी के इस्तीफे के बारे में अटकलें नहीं लगाने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की गोपनीयता और उसमें लिए गये फैसलों पर अटकलें नहीं लगायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी ने श्री गांधी को अध्यक्ष के नाते पार्टी के पुनर्गठन का अधिकार दिया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा है कि श्री गांधी ही कांग्रेस के सर्वमान्य नेता हैं और उनके नेतृत्व में कांग्रेस मजबूती से आगे बढेगी।
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