झाबुआ 18 जून। महात्मा गांधी की हत्या के पीछे संघ का हाथ होने के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मानहानि का वाद झेल रहे हैं. 12 जून को ही वे इस मामले में नागपुर की एक कोर्ट में पेश हुए थे. कांग्रेस अभी इस विवाद से निकल नहीं पाई है कि उसके एक और वरिष्ठ नेता ने संघ को आंतकियों का संगठन कहा है. संघ पर देश में नफरत और आतंकवाद फैलाने के कांग्रेस के इस नए बयान की बीजेपी ने कड़ी निंदा की है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को आतंकवाद तथा नफरत फैलाने वाला संघ बताया है.
उन्होंने यहां तक कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे भी संघ के सदस्य रहे हैं. दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद राजनीति में एक बार फिर वाक युद्ध शुरू हो गया है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गए हैं, सभी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं. नाथुराम गोडसे, जिसने महात्मा गांधी को मारा था, वह भी आरएसएस का हिस्सा थे. यह विचारधारा नफरत फैलती है, नफरत हिंसा की ओर ले जाती है, जो आतंकवाद की ओर ले जाती है.
दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश के शाजापुर में शनिवार को हुए उपद्रव को लेकर ये बातें कहीं.
रविवार को सिंह कुछ समय के लिए झाबुआ आए और यहां सर्किट हाउस में मीडिया से बात करने के दौरान उन्होंने बीजेपी और संघ पर निशाना साधा.
शाजापुर हिंसा पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि यहां हर साल महाराणा प्रताप की जयंती पर कई कार्यक्रम शुरू से ही होते आए हैं और इन कार्यक्रमों में मुस्लिम समुदाय के लोग भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं, लेकिन इस बार बीजेपी ने सोची-समझी रणनीति के तहत यहां तनाव का माहौल तैयार किया.
उन्होंने कहा कि जब बीजेपी को लगता है कि वह चुनाव हार रही है तो वह हिंसा का सहारा लेती है और समाज को धर्म के नाम पर बांटने की कोशिश करती है.attacknews.in