नयी दिल्ली, 15 जनवरी । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर फिर निशाना साधा और कहा कि इन तीनों कानूनों को वापस लिए जाने तक उनकी पार्टी पीछे नहीं हटेगी।
उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल राहुल गांधी ने कहा, ‘‘कुछ साल पहले केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण विधेयक के माध्यम से किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया था। कांग्रेस ने उसे रोका। भाजपा एक बार फिर किसानों पर आक्रमण कर रही है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ये तीनों कानून किसानों की मदद करने के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं। सरकार कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। सरकार जब तक ये कानून वापस नहीं लेगी तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटने वाली है।’’
इससे पहले, राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के ख़िलाफ़ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद कर रहा है। आप भी जुड़िये और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।’’
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने शुक्रवार को ‘किसान अधिकार दिवस’ मनाया। इसके तहत पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया और राज्यपालों एवं उप राज्यपालों को ज्ञापन सौंपें।
कृषि कानूनों के खिलाफ राहुल, प्रियंका और कई अन्य नेताओं ने प्रदर्शन किया
कांग्रेस ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ शुक्रवार को यहां प्रदर्शन किया जिसमें पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और कई अन्य नेता शामिल हुए।
उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी ने कहा कि तीनों कानूनों को सरकार को वापस लेना पड़ेगा और जब तक ये वापस नहीं लिए जाते, तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा सरकार कुछ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ये कानून लाई है। ये कानून किसानों को खत्म करने के लिए हैं। सरकार किसानों की जमीन छीनने का प्रयास कर रही है।’’
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी और कई अन्य नेता एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
मुख्य विपक्षी पार्टी ने आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में ‘स्पीकअप फॉर किसान अधिकार’ हैशटैग से सोशल मीडिया अभियान भी चलाया है।
कृषि कानूनों को निरस्त करने को बाध्य होगी सरकार: राहुल
इससे पहले कल मदुरै में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर किसानों को बर्बाद करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
श्री गांधी ने तमिलनाडु के संक्षिप्त दौरे के बाद यहां हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि सरकार ना केवल उन्हें (किसानों को) नजरअंदाज कर रही है बल्कि उन्हें बर्बाद करने की साजिश भी रच रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “इसमे अंतर है। उपेक्षा का मतलब आप उन्हें अनदेखा कर रहे हैं। वे (सरकार) किसानों की अनदेखी नहीं कर रहे हैं। वे उन्हें बर्बाद करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वे अपने दो या तीन दोस्तों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं।”
श्री गांधी ने कहा कि सरकार किसानों की चीजों को लेकर अपने दो या तीन दोस्तों को देना चाहती है। सरकार किसानों की जमीनों और उत्पादों को हासिल कर अपने दोस्तों को देना चाहती है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह (सरकार) किसानों का दमन कर रही है और इसके एवज में मुट्ठी भर व्यवसायियों की मदद कर रहे हैं।
श्री गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा, “जब कोरोना आता है, आप किसानों की मदद नहीं करते हैं। आप किसानों का समर्थन नहीं कर रहे हैं। क्या आप भारत के लोगों के प्रधानमंत्री हैं अथवा दो या तीन चुनिंदा व्यवसायियों के प्रधानमंत्री हैं।”
उन्होंने कहा कि वह किसानों पर बहुत गर्व करते हैं और उनका पूरा समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि वह उनके साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने तीनों नये कृषि कानूनों की चर्चा करते हुए कहा, “इन कानूनों को सरकार वापस लेने के लिए मजबूर हो जाएगी।”
भारत-चीन गतिरोध की चर्चा करते हुए कांग्रेस सांसद ने पूछा कि श्री मोदी इस तथ्य के बारे में पूरी तरह से चुप क्यों हैं कि चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र के अंदर बैठे हुए हैं।