महेंद्रगढ़ (हरियाणा), 18 अक्टूबर ।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधान नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि मोदी को अर्थव्यवस्था की कोई समझ नहीं है तथा इस सरकार की नीतियों के कारण आज दुनिया भर में भारत का मजाक बनाया जा रहा है।
उन्होंने हरियाणा के महेंद्रगढ़ में एक चुनावी सभा में यह भी कहा कि अगर देश को बांटा जाएगा तो देश कभी प्रगति नहीं कर सकता।
इस सभा को पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संबोधित करने वाली थीं, लेकिन वायरल बुखार होने के कारण उनकी जगह राहुल गांधी इसमें शामिल हुए।
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘सोनिया जी को आना था, लेकिन उनको वायरल हो गया तो उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उनकी ओर से आपसे मिलने आऊं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘देश की हालत आपके सामने है, आपसे कुछ छिपाया नहीं जा सकता। 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज देश में हैं। आप किसी भी प्रदेश में युवाओं से पूछिए कि क्या करते हो तो वे कहते हैं कुछ नहीं। छोटे और मझोले कारोबारियों से पूछिए कि आपका काम कैसे चला रहा है तो वो कहेंगे नोटबंदी, नोटबंदी और गब्बर सिंह टैक्स ने हमें बर्बाद कर दिया।’’
गांधी ने कहा, ‘‘मीडिया के लोग 24 घंटे मोदी जी का भाषण दिखाते हैं। कभी आपने देखा कि देश में भयंकर बेरोजगारी के बारे में बात हो रही है? क्या कभी देखा कि किसान आत्महत्या की बात की जा रही है। कभी 370 की बात, कभी जिम कॉर्बेट में फिल्म की शूटिंग और चांद की बात दिखाई जा रही है। लेकिन अर्थव्यवस्था का नष्ट होना और बेरोजगारी के बारे में मीडिया में कुछ नहीं दिखाया जा रहा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘नरेंद्र मोदी का एक काम देश का ध्यान भटकाना है ताकि असली मुद्दों पर देश का ध्यान कभी नहीं जाए। मोदी देश के अरबपतियों के लिए ध्यान भटकाते हैं और फिर लाखों करोड़ रुपये हिंदुस्तान के आम लोगों से लेकर इन उद्योगपतियों को दे देते हैं।’’
गांधी ने कहा, ‘‘भाजपा ने हरियाणा में कहा था कि किसानों का कर्ज माफ कर देंगे लेकिन क्या हुआ? माफ नहीं हुआ। मोदी जी ने देश के कुछ उद्योगपतियों के साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘किसानों का कर्ज माफ होने पर कहा जाएगा कि किसान आलसी हो जाएंगे, लेकिन उद्योगपतियों के कर्जमाफी पर कुछ नहीं जाएगा। सवा लाख करोड़ रुपये कारपोरेट कर माफ कर दिए गए और सबने ताली बजाई। बाद में कुछ नहीं निकला।’’
गांधी ने दावा किया, ‘‘2004 से 2014 के दौरान संप्रग की सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को पहले स्थान पर पहुंचा दिया था। ओबामा कहते थे कि अमेरिका का भारत से मुकाबला है। लेकिन आज दुनिया में भारत का मजाक बनाया जा रहा है। आज एक जाति दूसरी जाति से लड़ रही है, एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के लोगों से लड़ रहे हैं। यही नहीं, भारत की शान अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी गईं।’’
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए गरीबों के जेब में पैसा डालना होगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ मोदी जी ने संसद में कहा कि मनरेगा से खराब कोई योजना नहीं है। नरेंद्र मोदी को अर्थव्यवस्था की कोई समझ नहीं है। 2014 के बाद कुछ उद्योगपतियों ने मुझसे कहा कि इसके पहले के 10 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था मनरेगा और किसान कर्जमाफी के कारण तेजी से बढ़ी।’’
गांधी ने कहा कि अभी तो शुरुआत हुई है, आप देखना कि अर्थव्यवस्था और रोजगार का क्या होता है। माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोक्सी को मोदी पैसे दे रहे हैं और वे देश छोड़कर भाग गए।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने पर महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण सरकारी नौकरियों में मिलेगा।
गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी बीएसएनएल, एमटीएनएल जैसे पीएसयू का निजीकरण कर रहे हैं। इनमें नौकरियां खत्म कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर न्याय योजना लागू होती तो देश में बेरोजगारी खत्म हो जाती। खैर, मोदी जी कैसे चुनाव जीते, सबको पता है। अब हरियाणा में ये गलती मत करिए। ’’
राहुल गांधी ने कहा कि किसान, गरीब और मजदूर की जेब में पैसा डालने के लिए लोकसभा चुनाव में पहले उनकी पार्टी ‘न्याय योजना’ लेकर आयी थी लेकिन केंद्र में उनकी सरकार नहीं बनी इसलिए देश आर्थिक मंदी के दलदल में चला गया है।
श्री गांधी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने ‘न्याय’ योजना लाने का देश की जनता से वादा किया था, क्योंकि पार्टी जानती है कि अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए गरीब, किसान तथा मजदूर की जेब में पैसा पहुंचाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में अगर कांग्रेस की जीत होती तो इस योजना को लागू करके गरीब, किसान, मजदूर आदि के बैंक खाते में सीधा इस योजना का पैसा जाता और हिंदुस्तान के लोगों को जो कष्ट हो रहा है वह नहीं होता।
उन्होंने कहा ,“ 2004 से 2014 तक देश में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार थी और तब हमारी अर्थव्यवस्था इसलिए तेजी से आगे बढी कि उस दौरान महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) लागू की गयी तथा किसान का कर्ज माफ किया गया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मनरेगा से सीधे 35 हजार करोड़ रुपए गरीबों की जेब में पहुंचा और किसानों की जेब में 70 हजार करोड रुपए दिए गये। इससे उनकी खरीद क्षमता बढी लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री नरेंद्र मोदी ने पांच साल में किसानों, मजदूरों और गरीबों की जेब का यह पैसा नोटबंदी लागू करके वापस ले लिया और अरबपतियों को दे दिया।